नरेन्द्र मोदी के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को सच कर दिखाया इस महिला ने…देखें वीडियो!
कुछ सालों पहले ही नरेन्द्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का मुख्य मकसद यह था कि बेटे और बेटियों में फर्क बंद करके दोनों के विकास में सामान रूप से ध्यान दिया जाए। जितना जरुरी बेटा है, उतनी ही जरुरी एक बेटी भी है। आप तो जानते ही हैं कि हरियाणा में लिंगानुपात की स्थिति क्या है। इसी को ध्यान में रखते हुए ही यह योजना सबसे पहले हरियाणा में शुरू की गयी थी।
पैदा होते ही मार दिया जाता था लड़की को:
वहाँ पर पहले हालत ये थी कि लड़की पैदा होते ही उसे मार दिया जाता था। अगर गर्भ में ही पता चल गया तो ठीक वरना पैदा होने के बाद उसे दूध भरे नाद में डुबोकर मार दिया जाता था। लेकिन पिछले कुछ सालों से हालत में काफी सुधर आया है, लेकिन फिर भी समस्या बहुत ज्यादा बनी हुई है। आज हम आपको एक ऐसा वीडियो दिखाने जा रहे हैं, जिसमें एक माँ ने अपनी बेटी को घोड़ी पर चढ़ाकर एक नया इतिहास रचते हुए मोदी के सपनों को पूरा करने की कोशिश की है।
समाज के पुराने नियमों को बदलते हुए किया काम:
दरअसल यह घटना हरियाणा के रेवाड़ी के गाँव दडौली फतेहपुर की है। वहाँ एक माँ ने समाज के पुराने नियम के खिलाफ जाकर अपनी बेटी की शादी से पहले बैंड-बाजों के साथ घुड़चढ़ी की रश्म पूरी की है। आपको बता दें पूजा लेक्चरर है और उसकी शादी 28 फ़रवरी को होनी तय है। पूजा इकलौती संतान है, शायद यही वजह है कि उसकी माँ ने अपने बेटे के सपने अपनी बेटी के साथ पुरे किये। पूजा ने समाज को एक सन्देश देते हुए यह भी कहा कि आज के समय में बेटियाँ किसी से कम नहीं है। अब समय आ गया है, समाज के लोगों को अपनी दकियानूसी सोच को बदलना होगा।
लोग बदल लें अपनी सोच:
पूजा की माँ एक आंगनवाडी कार्यकर्ता हैं। उनका बेटा और पति अब इस दुनियाँ में नहीं है। उन्होंने भी लोगों से आग्रह किया है कि लोग अपनी सोच को बदलें और बेटे-बेटियों में फर्क करना बंद कर दें। आप भी वीडियो में देख सकते हैं कि किस तरह से पूजा की माँ ने अपनी बेटी को घोड़ी पर चढ़ाकर एक नई सोच का परिचय दिया है।