यहाँ 2100 किलो ‘शुद्ध घी’ से बन रही देवी माँ की प्रतिमा, प्रसाद से दूर होगी कई बीमारियाँ
भारत की भूमि कई तरह की एतिहासिक और धार्मिक जगहों से तृप्त हैं. यहाँ हमें अपनी संस्कृति और धर्म से जुड़ी कई तरह की कहानियां सुनने और संपत्तियां देखने को मिलती हैं. हिंदू धर्म की बात की जाए तो ये देश की सबसे बड़ी आबादी हैं. यही वजह हैं कि पुरे देश में कई अनोखे और दिलचस्प मंदिर देखने को मिल जाते हैं. हर मंदिर को बनाने के पीछे की अपनी एक अलग कहानी या कारण होता हैं. इन मंदिरों में कुछ ऐसे भी है जहाँ देवी देवताओं को अलग अलग चीजों या तरीके से बनाया जाता हैं. ऐसे में हिमाचल प्रदेश के काँगड़ा शहर में एक मंदिर के अंदर ‘देशी घी’ से बनी देवी की प्रतिमा लगाने की तैयारी हो रही हैं. इसे 101 बार पवित्र जल से प्यूरीफाई भी किया जाएगा.
बता दे कि ये मंदिर नार्थ इंडिया का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला धार्मिक स्थल भी हैं. यहाँ अधिकतर भक्त दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरयाणा और उत्तराखंड से आते हैं. इस मंदिर को जल्द ही आम पब्लिक के लिए खोला जाएगा. इस मंदिर की ख़ास बात ये भी होगी कि अंत में घी से बनी देवी माँ की प्रतिमा में से कुछ हिस्सा ‘पिंडी’ निकाला जाएगा और उसे दर्शन करने वालों में प्रसादी के रूप में बाँट दिया जाएगा.
ऐसी मान्यता हैं कि इस पवित्र घी की सहयता से कई स्किन संबंधित बीमारियाँ ठीक होगी और जॉइंट पैन भी नहीं होगा. धार्मिक कथाओं के अनुसार जब एक बार देवी माँ राक्षसों से लड़ाई के दौरान चोटिल हो गई थी तो उनके घावों को ठीक करने के लिए बाकी भगवानों ने घी का ही इस्तेमाल किया था. ये घटना मकर संक्रांति के दिन हुई थी. गौरतलब हैं कि इस पर्व को पुरे देश में हर साल 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता हैं.
इस मान्यता की वजह से हर साल मकर संक्रांति के दिन ही घी की देवी माँ बनाने का कार्य शुरू होता हैं. इसके बाद ये सेलिब्रेशन पुरे एक सप्ताह तक चलता हैं. ये काफी अच्छी बात हैं कि इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाला घी अंत में वेस्ट नहीं होता हैं और भक्तों को प्रसादी के रूप में वितरित कर दिया जाता हैं. इस तरह धार्मिक आस्था भी हो जाती हैं और साथ ही खाद्य सामग्री का सही उपयोग भी होता हैं. आर्युवेद में भी घी के कई सारे हेल्थ बेनेफिट्स बताए गए हैं. ऐसे में देसी घी से माता रानी की प्रतिमा बनाने का आईडिया बड़ा ही अच्छा हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि घी से जो ये प्रतिमा बनाई जाएगी उसे ‘ब्रजेश्वरी देवी’ नाम दिया जाएगा.
दुनियांभर में लोग माता रानी की पूजा पाठ करते हैं. कहते हैं माता के चरणों में जाकर आशीर्वाद लेने से सभी तरह के दुःख और दर्द समाप्त हो जाते हैं. माता रानी अपने भक्तों का पूर्ण ख्याल रखती हैं. इनकी शरण में जो भी आता हैं खाली हाथ नहीं जाता हैं. यही वजह हैं कि लोग हर साल नवरात्रि का त्यौहार भी बड़ी धूमधाम से मनाते हैं. वैसे सिर्फ नवरात्रि ही नहीं बल्कि बाकी दिनों में भी हमें माँ के दर्शन करते रहना चाहिए.