ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भूकंप आने से पहले मिलते हैं ये 6 संकेत, इन्हें भूलकर भी ना करें अनदेखा
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में भूकंप का जिक्र किया गया है और शास्त्र में भूकंप आने के कुछ संकेतों का उल्लेख भी किया गया है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार भूकंप , तूफान और अन्य प्राकृतिक आपदा आने से पहले कुछ संकेत ब्रम्हांड द्वारा दिए जाते हैं और इन संकतों को समझकर प्राकृतिक आपदाओं से बचा जा सकता है। प्राचीन गणितज्ञ वराह मिहिर की वृहत संहिता के अनुसार भूकंप आने से पहले नीचे बताए गए संकेत मिलते हैं।
भूकंप आने से पहले मिलते हैं ये संकेत –
पहला संकेत- ग्रहण के दौरान भूकंप
भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य या चंद्र ग्रहण के दौरान भूकंप आने की संभावना बेहद ही अधिक रहती है। ग्रहण लगने से 40 दिन पूर्व और 40 दिन बाद कभी भी भूकंप आ सकता है। इसलिए इन 80 दिन बेहद ही सावधान रहना चाहिए।
दूसरा संकेत- ग्रहों की गति से भूकंप
धरती के आसपास घूमने वाले ग्रहों पर भी प्राकृतिक आपदा निर्भर करती है। भारतीय ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहों के धरती के नकट या दूर जाने पर इसका असर धरती पर पड़ता है और धरती का संतुलन बिगड़ जाता है। ऐसा होने से बाढ़, तूफान, भूस्खलन, हिमपात, भूकंप आदि अचानक आ जाते हैं। इसी तरह से जब मंगल व शनि ग्रह एक-दूसरे के 180 डिग्री की दूरी पर आ जाता हैं और बृहस्पति ग्रह वृषभ अथवा वृश्चिक राशि में होकर बुध में आता है।तब भूकंप आने की संभावना अधिक रहती है।
तीसरा संकेत- इन जगहों पर आते हैं भूकंप
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि, मंगल तथा बृहस्पति ग्रहों की स्थित जिस क्षेत्र में होती है वहां पर भूकंप आने की संभावना काफी अधिक मानी जाती है। इसलिए हिमालय और समुद्र के पास स्थित इलाकों में भूकंप अधिक आते हैं।
चौथा संकेत- किस समय आता है भूकंप
अधिकतर मौके पर भूकंप आने का खतरा दिन के समय होता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक दिन के 12 बजे से लेकर सूर्यास्त तक और मध्य रात्रि से सूर्योदय के दौरान भूकंप आने का खतरा अधिक होता है। इसलिए इस दौरान बेहद ही सावधान रहना चाहिए।
पांचवा संकेत- उल्काओं से भूकंप
हमारे ब्रह्मांड में करोड़ों उल्कापिंड घूम रहे हैं और जब ये उल्कापिंड पृथ्वी या सूर्य के बहुत निकट आ जाते हैं। तब भूकंप आने की संभावना अधिक हो जाती है। भूकंप के अलावा धरती पर तूफान भी इन उल्कापिंड के कारण आते हैं।
छठा संकेत- कुत्तों का भोंकना
ऐसा माना जाता है की भूकंप या कोई भी प्राकृतिक आपदा आने से पहले कुत्तों को इसका अनुभव हो जाता है। कई ऐसा मामले देख भी जा चुके हैं जहां भूकंप आने से पहले कुत्ते तेज भोंकना शुरू कर देते हैं और अपने मालिक को घर से बाहर जाने पर मजबूर करते हैं।
भूकंप आने पर भरतें ये सावधानी
- कई बार भूकंप आने पर लोग अपने घर से या ऑफिस से नहीं निकलते हैं जो कि गलत होता है। भूकंप महसूस होने पर तुरंत खुले स्थान पर आ जाना चाहिए।
- अगर आप किसी कारण से घर या ऑफिस से बाहर नहीं निकल पाते हैं तो किसी मजबूत चीज के नीचे छिप जाएँ।