कभी राहुल गांधी को पीएम बनते देखना चाहती थीं दीपिका पादुकोण, इस वजह से एक बार फिर हुईं ट्रोल
जब कहीं कोई हिंसा या किसी बात का विरोध प्रदर्शन होता है तो उसमें फिल्मी सितारे भी शामिल होने चले आते हैं। उस दौरान उन्हें लोग ट्रोल कर देते हैं या तो उन्हें फिल्म के प्रमोशन से जोड़ देते हैं या फिर विरोध करने वालों का विरोध करने वाले उन सितारों को गलत समझ लेते हैं। ऐसा ही कुछ बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के साथ भी हुआ है, जब वे JNU में विरोध प्रदर्शन कर रहे कन्हैया और छात्रों का समर्थन करने पहुंची थीं। कभी राहुल गांधी को पीएम बनते देखना चाहती थीं दीपिका पादुकोण, मगर क्या उनका राजनीति में इंट्रेस्ट है ?
कभी राहुल गांधी को पीएम बनते देखना चाहती थीं दीपिका पादुकोण
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हिंसा के शिकार हुए छात्रों से मिलने बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण पहुंची। इसके बाद सोशल मीडिया पर दीपिका को लेकर पक्ष और विपक्ष में खूब पलटवार और बहस शुरु हो गई है। कुछ लोगों ने दीपिका को उनकी राजनीति बताया तो कुछ ने कहा कि वे फिल्म के प्रमोशन में वहां गई थीं। दीपिका ने जेएनयू में हुए हमले पर बहुत सारी बातें कहीं और उनमें से ऐसा कुछ कहा जिससे उनके चाहने वाले थोड़ा नाराज भी हो गए। दीपिका ने कहा, ‘ये देखकर मुझे गर्व होता है कि हम अपनी बात कहने से डरते नहीं है। ये देखकर खुशी होती है कि लोग सामने आ रहे हैं औऱ बिना डरे अपनी आवाज उठाने की हिम्मत रखते हैं।’ उन्होंने कहा कि ये जरूरी है कि लोग चुप नहीं रहे और खुलकर अपने विचार व्यक्त करें, यही लोकतंत्र है। अक्सर खुद को राजनीति से दूर रखने वाली दीपिका पादुकोण ने साल 2010 में एक इंटरव्यू दिया था जिसमें उन्होंने बताया था कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को वे प्रधानमंत्री के पद पर देखना चाहती हैं। उस दौरान हुए इंटरव्यू में दीपिका ने कहा था, ‘मैं राजनीति के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानती हूं लेकिन जो भी थोड़ा बहुत देखती हूं टीवी पर ही देख लेती हूं। राहुल जी जो हमारे देश के लिए कर रहे हैं तो मेरे हिसाब से वे पीएम बनने के बेहतरीन उदाहरण हैं। वो हमारे देश के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं और उम्मीद है कि वे एक दिन प्रधानमंत्री बन जाएंगे।’
अपनी इसी बातों की कड़ी में दीपिका ने आगे कहा, ‘मैं चाहती हूं कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बने।’ राहुल गांधी की खासियत के बारे में बात करते हुए दीपिका ने कहा था कि वे यूथ के साथ अच्छे से जुड़ जाते हैं और उनकी सोच-विचार की शक्ति भी पारंपरिक है। इसके साथ ही भविष्यवादी दृष्टिकोण भी उनके अंदर है और ये देश के लिए बहुत जरूरी बात है।आपको बता दें कि मंगलवार को जेएनयू पहुंचकर दीपिका ने जवाहरलाल छात्रसंघ की अध्यक्ष आईषी घोष से मुलाकात भी की। रविवार 5 जनवरी की रात नकाबपोश हमलावरों ने आइशी घोष को पीट-पीटक लहूलुहान किया था और दिल्ली पुलिस ने जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर आइशी घोष के खिलाफ मंगलवार को एक एफआईआर भी दर्ज की थी।दीपिका पादुकोण की मौजूदगी में कन्हैया और जेएनयू के छात्रों ने यहां जमकर नारेबाजी की थी, हालांकि इस दौरान दीपिका छात्रों के साथ खड़ी रहीं लेकन उन्होंने नारेबाजी में हिस्सा नहीं लिया था।