JNU में दीपिका पादुकोण के PR स्टंट को पाकिस्तान से मिला समर्थन। पाकिस्तान ने किया जी भर के तारीफ़
भारत एक लोकतंत्र है और बॉलीवुड के कलाकार को भी राजनीतिक राय और वैचारिक झुकाव रखने का समान अधिकार है। जब कोई फिल्म रिलीज़ हो रही होती है, तो उस कलाकार का बहुत कुछ दांव पर होता है और इसलिए मुख्य अभिनेता अपनी फिल्मों के बारे में उत्सुकता बढ़ाने के लिए बहुत सारे प्रचार कार्यक्रम (पीआर स्टंट) करते हैं। शाहरुख खान ने एक बार अपनी फिल्म रईस के प्रचार के लिए मुंबई से दिल्ली तक अगस्त क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन ली थी, जिसने अंडरवर्ल्ड डॉन अब्दुल लतीफ का गौरव बढ़ाया था । अब्दुल लतीफ ने 80 और 90 के दशक में गुजरात में आतंक का राज़ कायम किया था।
इसी तरह, अपनी फिल्म छपाक की रिलीज से तीन दिन पहले, दीपिका पादुकोण ने उन छात्रों के साथ एकजुटता ’दिखाने का फैसला किया, जो जेएनयू परिसर में नकाबपोश गुंडों द्वारा हिंसा के साथ खड़े थे। JNU में वामपंथी गुंडों ने उन छात्रों पर हमला किया था जो शीतकालीन सेमेस्टर के लिए नविन पंजीकरण कर रहे थे और वामपंथी गुंडों ने JNU के सर्वर रूम पर कब्जा कर लिया था और इसे तोड़फोड़ कर के बर्बाद कर दिया था। जेएनयूएसयू के अध्यक्ष आशी घोष, रविवार 5 जनवरी को नकाबपोश गुंडों के एक भीड़ का नेतृत्व करती हुई नज़र आयी थी। जेएनयू प्रशासन द्वारा इस तरह हिंसक क्रियाकलाप के लिए आशी घोष का नाम एफआईआर भी दर्ज किया गया।
दीपिका पादुकोण ने, छात्रों के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए, घोष और उसके दोस्तों से मिलने का विकल्प चुना, जबकि पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान जो पीड़ित थे, जिन पर बामपंथी गुंडों ने हमला किया था , उन्हें अनदेखा कर दिया गया।
आप को यह भी बता दें दीपिका पादुकोण के इस प्रचार कार्यक्रम को देख कर पाकिस्तान की भी बांछें खिल गयी और पाकिस्तान की सरकार अपने आप को इस पर अपनी प्रतिक्रिया देने से रोक नहीं पायी ।
पाकिस्तान के सेना के प्रवक्ता, आसिफ गफूर ने एक ट्वीट से माध्यम से दीपिका की तारीफ़ करते हुए कहा की विपरीत परिस्थितियों में दीपिका पादुकोण एक बहादुर महिला है । दीपिका के शान में पाकिस्तान के द्वारा कसीदे पढ़े गए और बामपंथी संगठनो के साथ दीपिका के खड़े होने को एक बहादुरी का काम बतााया गया। फिर कुछ वक़्त बाद गफ़ूर ने दीपिका के समर्थन वाले इस ट्वीट को हटा दिया। शायद स्पाइस पीआर ने महसूस किया कि दीपिका का यह फिल्म प्रचार कार्यक्रम काफी दूर तक जा चूका है और पाकिस्तान से समर्थन प्राप्त करने की वजह से उन्हें आगे इस का जवाब माँगा जा सकता है जिसे देना मुश्किल होगा
यह समझना ज़रूरी है की दीपिका का JNU में बामपंथी गुंडों के साथ खड़ा होना एक फिल्म प्रचार स्टंट था। स्टंट जेएनयूएसयू के समन्वय में था। पाकिस्तान की सेना ने दीपिका के इस स्टंट का समर्थन किया और उसे ‘बहादुर ‘ महिला के खिताब से नवाज़ा