बॉलीवुड की 10 हस्तियां जो राजा से रंग बन गई! कोई भीख, चोरी को मजबुर, तो कोई खाने को मोहाल
मुम्बई – कहा जाता है कि फर्श से अर्श तक का सफर आसान नहीं होता। सफलता हासिल करने में सारी उम्र लग जाती है। दुनिया में ऐसे भी लोग होते हैं जिनमें काबिलियत भी होती है और वो मेहनत ही करते हैं। बावजूद इसके उन्हें सफलता हासिल नहीं होती। लेकिन आज हम आपको ऐसे चमकते सितारे के बारे में बता रहे हैं, जिनमें काबिलियत भी है, मेहनत भी किया और सफलता की ऊंचाईयां भी छूई, लेकिन वक्त ने करवट बदली और वे भीख मांगने, चोरी करने और खाने को मोहाल हो गए। Bollywood Celebrities riches to rags.
ये हैं अमीर से गरीब बनने वाले बॉलीवुड सितारे –
वैसे तो आपने अक्सर यही सुना होगा कि सफलता पाना आसान है लेकिन उसे बनाए रखना उतना ही मुश्किल। बॉलीवुड में कई स्टार्स ऐसे रहे जो अपने समय में काफी फेमस थे, उनके पास सब कुछ था, लेकिन अचानक अर्श से फर्श पर जा पहुंचे।
जगदीश माली :
अंतरा माली के पिता और फेमस फोटोग्राफर जगदीश माली को मुंबई की सड़कों पर भीख मांगते पाया गया था। उन्हें मिंक बरार नाम की मॉडल ने पहचाना और खाना खिलाया और फिर सलमान खान की कार से उन्हें घर पहुंचाया गया। जगदीश मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं लग रहे थे। 13 मई , 2013 को उनकी मौत हो गयी।
गीतांजलि नागपाल :
मॉडल गीतांजलि नागपाल जो कई नामी डिजाइनरों के लिए मॉडलिंग कर चुकी हैं। 32 साल की मॉडल गीतांजलि नागपाल को साल 2007 में भीख मांगते हुए देखा गया था। गीतांजलि को साउथ दिल्ली के एक पॉश बाजार में भीख मांगते हुए पाया गया था। गीतांजलि नागपाल को ड्रग की लत ने नौकरानी तक बना दिया। गीतांजलि सुष्मिता सेन जैसी हस्तियों के साथ कैट वॉक भी कर चुकी हैं।
मिताली शर्मा :
मिताली को मुंबई पुलिस ने हाल ही में लोखंडवाला की सड़कों पर भीख मांगती और चोरी करते हुए पकड़ा था। मिताली शर्मा मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं। वे भोजपुरी फिल्मों के साथ मॉडलिंग असाइनमेंट भी कर चुकी हैं। घर वालों को छोड़, मिताली मुंबई अपनी किस्मत आजमाने आईं थी। जिससे बाद परिवार वालों ने उसे छोड़ दिया था।
परवीन बाबी :
‘दीवार’, ‘नमक हलाल’, ‘अमर अकबर एंथोनी’ और ‘शान’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाली परवीन बाबी की मौत मुंबई में 22 जनवरी, 2005 को हुई। परवीन मुंबई में काफी समय से अकेले रहती थीं। वह डिप्रेशन की शिकार थीं और उन्होंने अपने आपको दुनिया से पूरी तरह काट लिया था।
भारत भूषण:
1940 के दशक के सबसे बड़े स्टार्स में से एक भारत भूषण की मौत 1992 में एक किराये के मकान में हुई। ‘आनंद मठ’, ‘मिर्ज़ा ग़ालिब’, ‘बरसात की रात’ और ‘जहां आरा’ जैसी हिट फिल्में देने वाले भारत भूषण का मीना कुमारी से अफेयर उनके करियर का डाउन फॉल माना जाता है। भारत भूषण के पास जिंदगी गुजर-बसर करने तक के पैसे नहीं बचे और उन्होंने एक फिल्म स्टूडियो में वॉच मैन की नौकरी की।
अचला सचदेव :
अचला सचदेव का निधन अप्रैल 2012 में हुआ। अचला 2002 में पति की मौत के बाद से अकेले पुणे में रह रही थीं। अचला के पारिवारिक मित्र राजीव नंदा के अनुसार, उन्होंने बॉलीवुड की प्रमुख हस्तियों को फोन पर उनकी बीमारी के बारे में बताया, लेकिन उनकी खोज-खबर लेने कोई नहीं आया था। अचला का बेटा अमेरिका में और बेटी मुंबई में रहती थी, लेकिन वे भी मां के संपर्क में नहीं थे।
ए. के. हंगल :
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता ए. के. हंगल ने 95 वर्ष की उम्र में 26 अगस्त, 2012 को दुनिया को अलविदा कह दिया। ए. के. हंगल का अंतिम समय भी बेहद कष्ट में बीता। उनके पास इलाज कराने तक के पैसे नहीं थे और बेटा भी इलाज के लिए पैसों का इंतजाम करने में असमर्थ था।
राज किरण :
‘अर्थ’ फिल्म में काम कर चुके राज किरण पिछले कई सालों से अमेरिका के अटलांटा स्थित एक पागलखाने में भर्ती थे। ऋषि कपूर ने राज किरण का पता लगाया था। उन्होंने राज को अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान अमेरिका में ढूंढा। हालांकि इसके बाद क्या हुआ, इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं है।
ओपी नय्यर :
संगीतकार ओपी नय्यर (उम्र 81 वर्ष) का निधन 28 जनवरी, 2007 को हुआ। ओपी के अंतिम दिन काफी तंगहाली में गुजारे। परिवार से अलग होने के बाद एक फैन के घर पर रहे। शराब की ऐसी लत थी कि वे जब भी कोई उनसे इंटरव्यू लेने जाता तो वह पैसों और शराब की मांग करते।
भगवान दादा :
भगवान दादा को कॉमेडी फ़िल्म ‘अलबेला’ के लिए जाना जाता है। मगर कभी सितारों से अपने इशारों पर काम कराने वाले भगवान दादा का करियर गिरता गया। आर्थिक तंगी के कारण उन्हें छोटी-मोटी भूमिकाएं करनी पड़ी। अंतिम समय में सी. रामचंद्र, ओम प्रकाश, राजिन्दर किशन जैसे कुछ ही मित्र उनसे मिलने जाया करते थे। 4 फ़रवरी, 2002 को बेहद खामोशी से वे इस दुनिया को विदा कह गए।
सतीश कौल :
पंजाबी सिनेमा में अमिताभ बच्चन के नाम से मशहूर अभिनेता सतीश कौल आज जिंदा हैं और गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं। डॉक्टरों की मानें तो सतीश डिप्रेशन के शिकार हो चुके हैं। किसी ने उन्हें कुछ समय पहले अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन अभी तक उनके परिवार से कोई भी उनसे मिलने नहीं आया।