अपने शत्रुओं पर विजय पाने के लिए करें ये 4 सरल उपाय
हर किसी के जीवन में कोई ना कोई शत्रु जरूर होता है और शत्रुओं की वजह से जीवन में कई तरह की परेशानियां आती रहती हैं। अगर आपके जीवन में कोई शत्रु है जिसके कारण आपकी सुख शांत भंग हो गई है। तो आप नीचे बताए गए उपायों को जरूर करें। इन उपायों को करने से आपका शत्रु आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकेंगे और शत्रु पर सदा ही आपकी विजय होगी।
शत्रुओं पर विजय पाने हेतु करें ये सरल उपाए
पहला उपाय – करें भगवान शिव की पूजा
शत्रु पर विजय पाने के लिए शिव जी की पूजा करें। शिव जी की पूजा करते समय उन्हें सबसे पहले जल अर्पित करें। उसके बाद उनका दूध से अभिषेक करें और उनपर दही, शहद और घी भी चढ़ाएं। ये करने के बाद फिर से शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और शिवलिंग को अच्छे से साफ कर दें। इसके बाद शिवलिंग को चंदन का तिलक लगाएं और फूल -बेल अर्पित करेें। शिवलिंग के पास एक घी का दीपक जलाकर शिव नाम का जाप करें। लगातार 21 दिनों तक ये उपाय करने से शिव जी प्रसन्न हो जाएंगे और आपकी रक्षा आपके शत्रु से होगी।
दूसरा उपाय – हनुमान जी की उपासना करें
शत्रु को शांत रखने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान जी की उपासना करें। मध्य रात्रि में हनुमान जी की फोटो के सामने एक सरसो के तेल का दीपक जला दें। इसके बाद हनुमान जी की फोटो को लाल रंग के फूल चढ़ाएं। ये करने के बाद बजरंग बाण का पाठ करें। पाठ पूरा होने के बाद हनुमान जी की आरती करें और आरती करते समय घी का दीपक भी जला दें। लगातार 11 मंगलवार ये उपाय करें। ये उपाय करने विरोधियों एकदम शांत हो जाएंगे और आपके जीवन में सुख शांति बनीं रहेगी।
तीसरा उपाय – श्री नृसिंह की उपासना करें
तीसरे उपाय के तहत भगवान नृसिंह की पूजा करें और अपने घर में इनका एक चित्र स्थापित करें। पूजा करते समय भगवान नृसिंह के सामने धूप जलाएं और इन्हें लाल रंग के फूल अर्पित करें। इसके बाद भगवान नृसिंह को सिंदूर चढ़ाए और इस सिंदूर का तिलक अपने माथे पर लगा लें। इसके बाद “ॐ नृ नृसिंहाय शत्रु भुज बल विदीर्णाय स्वाहा” मंत्र का जाप करें। ये मंत्र 101 बार बोलें। ये उपाय करने से शत्रु और विरोधियों पर विजय होती है।
चौथा उपाय- मां बगलामुखी उपासना
एक चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बिछाकर उस पर मां बगलामुखी की फोटो स्थापित कर दें। चौकी पर एक घी का दीपक जला दें और मां को पीले रंग के फूल और वस्त्र अर्पित करें। इसके बाद “ऊँ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय, जिह्ववां कीलय, बुद्धि विनाशय, ह्रीं ॐ स्वाहा” मंत्र का जाप करें। ये मंत्र आप 108 बार बोले। इस मंत्र का जाप लगातार 21 दिनों तक करें। ये मंत्र पढ़ने से शत्रु हमेशा आपसे कमजोर रहेगा और कभी भी आप से जीत नहीं पाएगा।
ऊपर बताए गए उपायों को जरूर करके देखें। इन उपायों की मदद से आपका दुश्मन सदा आपसे कमजोर ही रहेगा और आपको किसी भी प्रकार की हानि नहीं पहुंचा पाएगा।