अचानक से इस दिग्गज खिलाड़ी ने लिया संन्यास, टीम में नहीं मिल रही थी जगह
टीम इंडिया के पूर्व आलराउंडर इरफान पठान ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से सन्यास की घोषणा कर दी है। बता दें इरफान पठान कभी टीम इंडिया के प्रमुख स्विंग गेंदबाजों में से एक थे। उन्होंने इंडिया के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी-20 मैच खेले हैं। इरफान पठान ने इंडियन टीम को कई अहम मुकाबलों में जीत दिलाई। लेकिन अब 35 वर्षीय इरफान ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से सन्यास ले लिया है। उनके भविष्य योजना की बात की जाए तो पिछले 2 साल से वो कमेंट्री से जुड़े हैं तो निश्चित रूप से इस पर वो फोकस कर सकते हैं। इसके अलावा वे विदेशों में फ्रेंचाइजी क्रिकेट में उपलब्ध रह सकते हैं।
बता दें कि 2018 में उन्होंने अपने होम टीम बड़ौदा का प्रतिनिधित्व किया था। और इसी वर्ष जम्मी कश्मीर टीम के साथ मेंटोर के रूप में भी जुडे़े थे। इरफान पठान आखिरी बार टीम इंडिया के लिए 8 साल पहले यानी 2012 में उतरे थे। यहाँ वे कोलंबो में टी-20 वर्ल्ड कप के मुकाबले में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले थे। इसके अलावा घरेलू क्रिकेट में वे 2019 में जम्मू कश्मीर टीम को प्रतिनिधित्व करते दिखे थे। जबकि इस वर्ष हुए आईपीएल की निलामी से पहले उन्होंने अपने आप को निलामी पूल से हटा लिया था।
इरफान बाएं हाथ के स्विंग गेंदबाज थे। उनकी गेंदबाजी में गति नहीं थी। लेकिन वो अक्सर दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए परेशानी बनते थे। दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए उनकी स्विंग क्षमता स्वाभाविक थी। इसी स्वभाव ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तुरंत सफलता दिलाई। उन्होंन 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में अपना डेब्यू किया था। और उसके बाद से वे कभी पीछे मुड़कर नहीं देखे। अपने आलराउंड प्रदर्शन से अक्सर अपने फैंस का दिल जीतते थे। उनके आलराउंड खेल को देखते हुए उनकी तुलना कपिल देव से भी की गई। सबको ऐसा लग रहा था कि भारत को वो आलराउंडर मिल चुका है, जिसकी सबको तलाश थी। जो आलराउंडर की जगह कपिल देव के जाने के बाद से खाली हो गई थी। वो इरफान पठान भरते हुए दिख रहे थे।
इरफान पठान ने अपने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा- आज मैं सभी तरह के क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूँ। यह मेरे लिए भावुक पल है। लेकिन ये ऐसा पल है जो हर खिलाड़ी की जिंदगी में आता है। मैं एक छोटी जगह से हूँ। लेकिन मुझे सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली जैसे महान खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला। जिसकी हर किसी को तमन्ना होती है। आगे उन्होंने कहा कि अगर मैं पीछे मुड़कर देखता हूँ तो कई क्षण यादगार हैं, मैथ्यू हेडन के रूप में पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट उनमें से एक है। मुझे पदार्पण करने पर जो कैप मिली थी, वो भी खास पल था। यह मेरे दिल के सबसे करीब है, क्योंकि आप इसी कैप के लिए पूरी मेहनत करते हो। इरफान ने अपने टेस्ट हैट्रिक को भी याद किया, लेकिन उन्होंने कहा कि मैं निजी तौर पर इस हैट्रिक की बात नहीं करता,क्योंकि हम वो मैच हार गए थे।
बता दें कि इरफान पठान 2007 के वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा थे। वे वर्ल्ड कप फाइनल मैच के मैन ऑफ द मैच भी चुने गए थे। उन्होंनेे 29 टेस्ट में 1105 रन और 110 विकेट लिए जबकि 120 वनडे में 1544 रन और 173 विकेट लिए हैं। इनके अलावा 24 टी-20 मैचों में 172 और 28 विकेट झटके हैं।