इस खिलाड़ी ने भारत के लिए खेले कई टूर्नामेंट, आज फुटपाथ पर जी रहे हैं ऐसी जिंदगी
भारत के लिए बहुत से ऐसे दिग्गज हैं जिन्होंने देश के लिए कई अच्छे-अच्छे काम किए लेकिन उन्हें आज भी लोग नहीं पहचानते हैं। इनमें फिल्मों और दूसरे क्षेत्र से जुडे लोग हैं लेकिन यहां हम आपको ऐसे हॉकी प्लेयर के बारे में बताएंगे जो इस खिलाड़ी ने भारत के लिए खेले कई टूर्नामेंट, आज इनकी जिंदगी कुछ ऐसी हो गई है जिनके बारे में सुनकर आपको अजीब लगेगा।
इस खिलाड़ी ने भारत के लिए खेले कई टूर्नामेंट
भारत की राजधानी में ऐसे-ऐसे टैलेंट हैं जिनके बारे में बहुत से लोग अनजान हैं। दिल्ली के पहाड़गंज इलाके बसंत रोड पर कुछ दूर तक आगे बढ़ते हुए कुछ लोग बैठे रहते हैं। इसी लाइन में एक ऐसा शख्स बैठा रहता है जो इस कंपकंपाती ठंड में कंबल ओढ़कर बैठा रहता है। इस शख्स को कोई भी पूछने वाला नहीं है लेकिन शायद ही आप जानते हों कि ये हॉकी के पूर्व खिलाड़ी अमरजीत सिंह हैं। इन्हें जानने वाले लोग बताते हैं कि अमरजीत सिंह हॉकी के खिलाड़ी रह चुके हैं। स्टेट लेवल पर इन्होंने कई टू्र्नामेंट खेले हैं और अमरजीत सिंह कई साल विदेश में भी रहे हैं। मगर आज ये ऐसी जिंदगी जीने पर मजबूर हं इस खिलाड़ी को सड़क पर अपनी जिंदगी इस तरह से गुजारनी पड़ रही है। इस इलाके में रहने वाला लगभग हर आदमी अमरजीत को जानता है और ही वजह है कि हर कोई अपने तरीकों से इनकी मदद के लिए आगे आते रहते हैं। कोई उन्हें खाने-पीने के लिए कुछ देता तो कोई कपड़े पहनने को दे देता है। कोई इन्हें कुछ पैसे भी दे जाते हैं।
is it possible to have his details of where and how assistance can be given to him ..
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) December 29, 2019
अमरजीत सिंह इसी तरह से फुटपाथ पर अपनी जिंदगी जीते हैं और कई सालों से ये इसी तरह जी रहे हैं। यहां रहने वाले लोग बताते हैं कि अमरजीत खुद कभी भी किसी से कुछ नहीं मांगते हैं लेकिन लोग इन्हें अपने मन से मदद के लिए आगे आते हैं। अमजीत सिंह अक्सर यहां के लोगों से बातचीत करते रहते हैं और वे उन्हें बताते हैं कि जब वे हॉकी खेला करते थे तब उनसे मिलने आने वालों से अमरजीत सिंह अंग्रेजी में बात करते हैं। पूर्व खिला़ड़ी अमरजीत सिंह की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद देश के खेल मंत्री किरण रिजीजू ने खुद उनकी मदद करने के लिए कहा है। बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन ने भी इनकी मदद की है। वैसे कहा जाता है कि देश का राष्ट्रीय खेल हॉकी को इतनी तवज्जो नहीं मिलती है जितनी क्रिकेट को दी जाती है जबकि हॉकी और उनके खिलाड़ियों के बारे में भी सरकार को जरूर सोचना चाहिए।