कथा: बुरी बातों को जितना जल्दी हो सके भूल जाना चाहिए और जीवन में आगे बढ़ना चाहिए
हर किसी के जीवन में कभी ना कभी कोई बुरी घटना जरूर घटती है। अक्सर हमारे साथ जब कुछ बुरा होता है तो हम उसकी यादों से नहीं निकल पाते हैं और बुरी यादों में ही उलझे रहे जाते हैं। जो कि गलत होता है। क्योंकि बुरी यादों के बारे में सोचने से हम अपना वर्तमान और भविष्य खराब कर देते हैं। इसलिए जीवन में जब भी आपके साथ कुछ बुरा हो तो आप उसे तुरंत भूल जाएं।
इस विषय से ही एक कथा भी जुड़ी हुई है। कथा के अनुसार एक बार गौतम बुद्ध एक गांव में जाकर प्रवचन दे रहे होते हैं। गौतम बुद्ध के प्रवचन को सुनने के लिए पूरे गांव के लोग उपस्थित होते हैं। इन्हीं गांव वालों में से एक व्यक्ति गौतम बुद्ध को बिलकुल पसंद नहीं करता था।
गौतम बुद्ध गांव वालों से कहते हैं कि व्यक्ति को जीवन में कभी भी क्रोध नहीं करना चाहिए। क्रोध करने से जीवन बर्बाद हो जाता है। क्रोध एक प्रकार की अग्नि होती है। जिसमें क्रोध करने वाला व्यक्ति तो जलता ही है। साथ में ही दूसरे लोगों को भी जला देता हैं। गौतम बुद्ध के प्रवचन के बीच ही उनसे जलने वाला व्यक्ति खड़ा होकर गौतम बुद्ध से अपशब्द कहता है। गुस्से में आकर ये व्यक्ति गौतम बुद्ध के साथ बेहद ही बुरा बर्ताव करता है। गौतम बुद्ध को काफी कुछ कहने के बाद ये व्यक्ति अपने घर चले जाता है।
घर जाकर इस व्यक्ति को अपनी गलती का एहसास होता है और ये अगले दिन गौतम बुद्ध से माफी मांगने के लिए जाता है। हालांकि गौतम बुद्ध दूसरे गांव चले जाते हैं और वहां जाकर प्रवचन दे रहे होते हैं। ये व्यक्ति गौतम बुद्ध से मिलने के लिए दूसरे गांव जाता है और गौतम बुद्ध को देखकर उनके पैर पकड़ लेता है। गौतम बुद्ध के पैर पकड़कर ये व्यक्ति उनसे माफी मांगता है। गौतम बुद्ध इस व्यक्ति को देखकर इससे पूछते हैं, तुम कौन हो और क्यों मेरे से माफी मांग रहे हो। ये व्यक्ति गौतम बुद्ध को बताता है कि उसने ही कल उनका अपमान किया था और अब उसे बेहद ही पछतावा हो रहा है।
इस व्यक्ति की बात सुनकर गौतम बुद्ध हंसते हुए कहते हैं, मेरे साथ जो कल हुआ मैं उसको वहीं छोड़ आया हूं। मगर तुम अभी भी वहां ही रुके हुए हो। अपनी गलती का पछतावा करने के बाद तुम उस बुरी बात को याद ना करों। क्योंकि ऐसा करने से तुम्हारा आज बर्बाद हो रहा है। जीवन में कभी भी बुरी यादों को ज्यादा देर तक याद नहीं रखना चाहिए और उन्हें भूलकर आगे बढ़ना चाहिए। गौतम बुद्ध की ये बात सुनकर व्यक्ति को समझ आ गया कि जीवन में घटी बुरी घटनाओं को पीछे छोड़ देना चाहिए और आज में जीना चाहिए।
कथा से मिली सीख- बुरी बातों को याद रखने से हम अपना वर्तमान और भविष्य खराब कर देते हैं। इसलिए पुरानी बुरी बातों को जितना जल्दी हो सके भूल जाना चाहिए और जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। क्योंकि बुरी बातें केवल मन को दुख ही करती हैं।