जानिये कौन बनेगा उत्तर प्रदेश का मुख्य मंत्री..!
यूपी के आगामी विधानसभा चुनावों में सीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर एसपी और बीएसपी के चेहरों पर कोई कन्फ्यूजन नहीं है। लेकिन, बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से कौन होगा यूपी चुनावों का चेहरा, इस पर फैसला होना अभी बाकी है। बीजेपी की तरफ से ताजा नाम गृहमंत्री राजनाथ सिंह का सामने आया है। ऐसी चर्चा है कि इलाहाबाद में होने वाली बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजनाथ सिंह को यूपी में पार्टी के चुनावी कैंपेन को लीड करने की भूमिका सौंपी जा सकती है (खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें)। वैसे, सीएम पद के लिए सबसे ज्यादा संभावित चेहरों की संख्या भी बीजेपी में ही है। क्लिक करके देखिए कि इन चुनावों में राजनाथ सिंह के अलावा बीजेपी और बाकी पार्टियों की तरफ से कौन 11 चेहरे हो सकते हैं सीएम पद के उम्मीदवार…
वरुण गांधी: यूपी के सुलतानपुर से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के बेटे वरुण गांधी के समर्थक तो उनको सीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग पर जल सत्याग्रह पर उतर आए हैं। वैसे, अटकलें भी ऐसी हैं कि पार्टी की सूची में सीएम पद के उम्मीदवारों के जो टॉप 3 नाम थे, उनमें राजनाथ के अलावा एक नाम वरुण गांधी का है।
स्मृति ईरानी: जी हां, सीएम पद के संभावित उम्मीदवार के तौर पर एचआरडी मिनिस्टर स्मृति ईरानी का नाम भी सुर्खियों में है। यूपी चुनाव नजदीक आते ही सबसे पहले स्मृति ईरानी का नाम ही सुर्खियों में आया था। इसके कई कारण हैं, एक तो उनकी गिनती पीएम मोदी के कुछ करीबी मंत्रियों में होती है, और दूसरी बात यह कि लोकसभा चुनाव में उन्होंने अमेठी में राहुल गांधी को कड़ी टक्कर दी थी। लेकिन, चूंकि वह प्रदेश के बाहर की नेता हैं, ऐसे में पार्टी की तरफ से उनके नाम पर खुलकर कुछ नहीं कहा गया। आगे क्या होता है, यह देखना दिलचस्प होगा।
योगी आदित्यनाथ: बीजेपी की तरफ से 5वां नाम गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ का है। जहां वरुण गांधी के समर्थक जल सत्याग्रह का सहारा ले रहे हैं, वहीं योगी के समर्थकों ने भी हाल ही में उनको सीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। खास बात यह है कि सोशल मीडिया पर जो 2 नाम सबसे ज्यादा चर्चा में थे, उनमें एक नाम स्मृति ईरानी का था और दूसरा नाम योगी का था। सोशल मीडिया पर योगी का नाम तो तब से सीएम पद के उम्मीदवार के लिए सामने आता रहा है, जब से बीजेपी ने लोकसभा चुनावों में जीत का परचम लहराया है। बीजेपी के सांसद रवींद्र कुशवाहा बहुत पहले से ही यह मांग कर रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाए। लेकिन, पार्टी की तरफ से योगी के नाम पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।
केशव प्रसाद मौर्या: हाल ही में बीजेपी ने फूलपुर से सांसद मौर्या को अपना यूपी प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। मौर्य शुरू से ही संघ से जुड़े रहे हैं। बीजेपी का यह कदम दिखाता है कि यूपी में गैर यादव पिछड़ों को एकजुट करने के लिए केशव का सहारा लिया जाएगा। बीते लोकसभा चुनावों में केशव ने जिस तरह शानदार प्रदर्शन करते हुए फूलपुर की महत्वपूर्ण सीट पर जीत का परचम लहराया, ऐसे में उनके प्रदेश अध्यक्ष बनते ही ये अटकलें भी लगनी शुरू हो गई थीं कि वह पार्टी की तरफ से सीएम पद के उम्मीदवार भी हो सकते हैं। लेकिन, फिलहाल इन अटकलों पर विराम लगा हुआ है।
महेश शर्मा: केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा बीजेपी की तरफ से यूपी चुनाव में सीएम पद के लिए छठे संभावित उम्मीदवार हैं। एक डॉक्टर से नेता बने महेश शर्मा का हाल के दिनों में पश्चिमी यूपी में काफी प्रभाव बढ़ा है। शर्मा RSS और BJP दोनों के ही दिग्गज नेताओं के साथ करीबी रिश्ते के लिए जाने जाते हैं। उन पर पीएम मोदी का भी आशीर्वाद माना जाता है, क्योंकि पहली बार ही सांसद चुने जाने के बाद उन्हें यूनियन कैबिनेट में जगह मिली है। महेश शर्मा अपनी तीखी बयानबाजियों के लिए भी चर्चित रहे हैं। उनकी समाजसेवी इमेज को देखते हुए भी बीजेपी की तरफ से उन्हें सीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने की अटकलें लगती रहती हैं।
राहुल गांधी: कांग्रेस की तरफ से प्रदेश में सीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा, यह देखना भी बहुत दिलचस्प होगा। हाल ही में पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नाम बहुत जोर-शोर से उछला था। कांग्रेस के यूपी चुनाव के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के हवाले से मीडिया में यह चर्चा गर्म थी कि राहुल गांधी ही कांग्रेस की तरफ से यूपी में सीएम पद के उम्मीदवार होंगे। राहुल से जब यह सवाल पूछा गया, तो वह मुस्कुराकर टाल गए।
प्रियंका गांधी वाड्रा: प्रशांत किशोर के हवाले से ही दूसरा नाम प्रियंका गांधी का भी सामने आया था। प्रशांत किशोर की टॉप टू पसंद राहुल और प्रियंका ही हैं। उन्होंने प्रियंका को यूपी में सीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर उतार जाने की सिफारिश की थी। लेकिन, उनकी सलाह पर अंतिम फैसला गांधी परिवार को ही लेना है और उन्होंने फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया है। वहीं, कांग्रेस के नेताओं को यह सलाह रास नहीं आ रही। कांग्रेस के महासचिव और यूपी प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि राहुल और प्रियंका दोनों राष्ट्रीय नेता हैं। वे यूपी में प्रचार करेंगे, पर यूपी तक सीमित नहीं रहेंगे। हालांकि, कांग्रेस के कई स्थानीय कार्यकर्ता समय-समय पर प्रियंका गांधी से राजनीति में आने का अनुरोध करते रहे हैं।
शीला दीक्षित: लगातार 15 साल तक दिल्ली की सीएम का पद संभालने वाली कांग्रेसी नेता शीला दीक्षित की नई पारी की अटकलें भी इन यूपी चुनावों में तेज हो गई हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि शीला को यूपी चुनाव में पार्टी का चेहरा बनाया जा सकता है। कहा जा रहा है कि प्रशांत किशोर ने राहुल और प्रियंका के अलावा जो तीसरा नाम आगे बढ़ाया है, वह शीला दीक्षित का है।
अखिलेश यादव: पिछली बार जहां प्रचंड बहुमत से चुनाव जीतने के बाद एसपी सुप्रीमो मुलायम यादव ने पार्टी की चुनावी कैंपेनिंग का प्रतिनिधित्व करने वाले अपने बेटे अखिलेश यादव को सीएम पद की कुर्सी सौंपी थी, वहीं इस बार वह स्वाभाविक तौर पर ही एसपी की तरफ से सीएम पद के उम्मीदवार होंगे। और असल में ये चुनाव उनके कार्यकाल की ही परीक्षा होंगे, क्योंकि उनके पास 5 साल का रेकॉर्ड होगा, जिसे इन चुनावों में जनता जज करेगी और चुनाव बाद अखिलेश को पता चलेगा कि वह पास रहे या फेल।
मायावती: एसपी की ही तरह बीएसपी का भी सीएम पद का चेहरा तय है। देखना दिलचस्प होगा कि क्या यूपी की जनता मायावती को मिस करने लगी है, या वह अखिलेश के कार्यकाल में ही खुश है, या फिर वह तीसरा विकल्प तलाश रही है।