कलावा बांधने से दूर हो जाती है हर तरह की परेशानी, जानें कलावा बांधने के फायदे
कलावा बांधने के फायदे : हिंदू धर्म में कलावे को बेहद ही पवित्र और शक्तिशाली धागा माना जाता है। किसी भी तरह की पूजा या हवन करने के दौरान सबसे पहले हाथों पर कलावा ही बांधा जाता है। कलावे को कई और नामों से भी जाना जाता है और इसे मौली और कंगन भी कहा जाता है। कलावा तीन धागों से मिलकर बनता है और यह तीन धागे ब्रह्मा, विष्णु और महेश को दर्शाते हैं।
सूती से बनता है कलावा
कलावा सूती धागे से बनता है। आमतौर पर पूजा के दौरान इस्तेमाल होने वाला कलावा लाल, पीले, हरे या सफेद रंग का होता है। कलावे को सदा विधि विधान के साथ ही धारण किया जाता है। किसी भी पूजा की शुरूआत करते समय सबसे पहले जातक के हाथों में कलावा ही बांधा जाता है और उसके बाद पूजा शुरू की जाती है। शास्त्रों में कलावा बांधने के फायदे बताए गए हैं, जो कि इस प्रकार हैं।
कलावा बांधने के फायदे
कलावा बांधने के फायदे क्या हैं। इसकी जानकारी बेहद ही कम लोगों को होती है। कई लोग इसे महज एक धागे के रुप में ही देखते हैं। जो कि गलत है। यह धागा बेहद ही पवित्र होता है और इससे कई तरह के लाभ भी जुड़े हुए हैं।
दूर रहती है नकारात्मक ऊर्जा
कलावा बांधने से नकारात्मक ऊर्जा आपसे दूर रहती है। ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों के हाथों में कलावा बांधा होता है। उन लोगों की रक्षा नकारात्मक शक्ति से होती हैं। (और पढ़ें – नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के उपाय)
नहीं पहुंचती हानि
कलावे को रक्षा सूत्र भी कहा जाता है। कलावा बांधने के फायदे शरीर को लाभ पहुंचाने में असरदार होते हैं। क्योंकि इसे बांधने से कई प्रकार की विपत्तिओं से रक्षा होती है। शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी ने राजा बलि के हाथों में कलावा बांधा था। ताकि युद्ध के दौरान उनकी रक्षा हो और उन्हें किसी भी प्रकार की हानि ना हो सके।
नहीं लगते रोग
कलावा धारण करने से कई प्रकार के रोगों से भी रक्षा होती है। विज्ञान के अनुसार जो लोग कलाई पर कलावा बांधते हैं, उन लोगों की नसें सही से कार्य करती हैं। जिसकी वजह से दिल से जुड़े रोग, उच्च रक्तचाप और शुगर जैसी बीमारियां नहीं होती हैं।
होता है धन लाभ
कलावा बांधने के फायदे धन लाभ से भी जुड़े हुए हैं। शास्त्रों के अनुसार अगर तिजोरी पर कलावा बांधा जाए तो तिजोरी सदा पैसों से भरी रहती है। तिजोरी के अलावा चाबी के छल्ले, दुकान के मुख्य दरवाजे पर भी मोली बांधना शुभ फल देता है। (यह भी पढ़ें – धन लाभ के टोटके)
नहीं आते बुरे सपने
जिन लोगों को बुरे सपने आते हैं या जो लोग हमेशा तनाव में रहते हैं वो कलावा जरूर बांधा करें। कलावा बांधने से बुरे सपने नहीं आते हैं और तनाव से भी आपकी रक्षा होती है। दरअसल कलावा सकारत्मक ऊर्जा से भरा होता है। जिसकी वजह से इसे बांधने से बुरे ख्याल और सपने नहीं आते हैं और मन शांत रहता है।
ग्रह रहते हैं आपके अनुकुल
शास्त्रों के अनुसार कलावा बांधने से ग्रह मजबूत होते हैं और ऐसा होने पर जातक को शुभ फल मिलता है। जिन लोगों का मंगल ग्रह कमजोर है वो लोग मंगलवार के दिन लाल रंग का कलावा बांध लें। कलावा बांधने से मंगल ग्रह मजूबत हो जाएगा और आपको शुभ फल मिलने लग जाएंगे।
कलावा से जुड़े नियम
कलावा बांधने के फायदे पढ़ने के बाद इसको बांधने से जुड़े नियमों को भी आप जान लें और इन नियमों के तहत ही कलावा बांधा करें।
- कलावे को बांधते समय इसे तीन बार कलाई पर लपेटना चाहिए। इसके अलावा जब भी आप इसे बांधे तो आपका सिर कपड़े से ढका होना चाहिए।
- कलावा बांधते समय इससे जुड़ा मंत्र जरूर बोलना चाहिए। मंत्र बोलने के बाद ही कलावा सिद्ध होता है। कलावा बांधने से जुड़ा मंत्र इस प्रकार है – रक्षासूत्र का मंत्र है- येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामनुबध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।
- जब भी आप इसे बांधे तो अपनी मुट्ठी को बंद रखें और हो सके तो मुट्ठी के अंदर पैसे भी रखें। दरअसल कलावा बांधते समय हाथ खुले होने से धन हानि होती है और धन कभी नहीं जुड़ता है। इसलिए इसे बांधते समय हाथों को बंद रखना चाहिए।
- अलग-अलग तरह की समस्याओं से अलग-अलग तरह के कलावे जुड़े होते हैं। पूजा करते समय तीन धागों का कलावा बांधा जाता है। इसलिए जब भी आप पूजा करें तो तीन धागों वाले कलावे को बांधे।
- अच्छी सेहत के लिए पांच धागों वाला कलावा बांधना उत्तम होता है।
- कलावे को अधिक दिनों तक बांधने ना रखें। जब यह गलने लग जाए तो दूसरा कलावा धारण कर लें।
- एक समय पर कलाई में केवल एक ही कलावा बांधे। दूसरा कलावा बांधने से पहले कलाई में बंधे कलावे को खोल दें।
- कलावा खोलने के बाद उसे पेड़ पर रख दें या जमीन के अंदर दबा दें। कई लोग इसे कूड़े में फेंक देते हैं जो कि गलत होता है।
कई रंगों में आता है कलावा
- कलावा कई रंगों में आता है और हर रंग का कलावा एक विशेष चीज से जुड़ा होता है।
- शिक्षा और एकाग्रता के लिए नारंगी रंग का कलावा कलाई पर बांधे। इस कलावे को आप वसंत पंचमी या बुधवार के दिन बांधें।
- जल्द विवाह होने हेतु पीले और सफेद रंग का कलावा धारण करें और इसे शुक्रवार के दिन धारण करें।
- रोजगार और मनचाही नौकरी पाने के लिए नीले रंग का कलावा बांधना उत्तम फल देता है। इस कलावे को शनिवार के दिन बांधना चाहिए।
- नकारात्मक ऊर्जा महसूस होने पर कलावा बाधंने से पहले उसे काली मां या हनुमान जी के सामने समर्पित करें। उसके बाद ही उसे बांधने।
- कलावा पुरुषों और महिलाओं के अलग-अलग हाथों में बांधा जाता है। पुरुषों और अविवाहित लड़कियों के दाहिने हाथ में कलावा बांधा जाता है। जबकि विवाहित लड़की के बाएं हाथ पर इसे बांधा जाता है।
इस लेख में हमने आपको कलावा बांधने के फायदे, इसे बांधने के नियम और इसे किस तरह से बांधा जाता है। इस बात की जानकारी दी है। हम उम्मीद करते हैं आपको यह लेख पसंद आया हो और आप जब भी कलावा बांधे तो इससे जुड़े नियमों का जरूर पालन करेंगे।