जानिए भूमि पूजन का महत्व और भूमि पूजन की विधि
घर या किसी भी इमारत का निर्माण करने से पहले भूमि पूजन (Bhumi Pujan in Hindi) किया जाता है। भूमि पूजन के बिना निर्माण कार्य करना शुभ नहीं माना जाता है। हिंदू धर्म में भूमि पूजन का महत्व बताया गया है और ऐसा माना जाता है कि भूमि पूजन करने से भूमि पवित्र हो जाती है। इसलिए जब भी किसी भूमि पर आप घर बनाएं तो सबसे पहले जमीन की पूजा जरूर करें।
भूमि पूजन का महत्व (Bhumi Pujan in Hindi)
भूमि पूजन करने से भूमि पर मौजूद नकारात्मक ऊर्जा और भूमि दोष खत्म हो जाता है। इसलिए भूमि पूजन बेहद ही जरूरी होता है। भूमि पूजा करने से जमीन शुद्ध हो जाती है और बिना किसी वास्तु दोष के डर से जमीन पर घर बनाया जा सकता है। शास्त्रों में भूमि पूजन का महत्व बताते हुए कहा गया है कि अगर बिना पूजा किए भूमि पर निर्माण कार्य किया जाता है तो उसका शुभ परिणाम नहीं मिलता है और घर में भूमि दोष लग जाता है। भूमि पूजन का महत्व यहां तक ही सीमित नहीं है। ऐसा भी माना जाता है कि भूमि पूजन करवाने से घर में बरकत होती है और घर में रहने वाले लोगों का जीवन खुशियों से भर जाता है।
भूमि पूजन ना करवाने पर उठानी पड़ती हैं यह परेशानियां
भूमि पूजन नहीं करवाने के कारण जीवन में कई तरह की परेशानियां आने लग जाती हैं और घर में रहने वाले लोग सदा दुखी रहते हैं। जो भी घर बिना भूमि पूजन किए बनाए जाते हैं उन घरों में केवल दुखों का ही वास होता है।
घर में बनीं रहती है अशांति
भूमि की पूजा किए बिना उसपर घर बनाने से घर में अशांति फैली रहती है। घर का माहौल नकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है और घर में रहने वाले लोगों के बीच अक्सर लड़ाई रहती है।
नहीं मिलती सफलता
भूमि पूजन करवाने के बाद ही भूमि पर घर बनाना चाहिए। बिना भूमि पूजन किए घर बनाने से घर में रहने वाले लोगों के जीवन में कई सारी परेशानियां आने लग जाती हैं और उन्हें किसी भी कार्य में सफलता नहीं मिलती है।
सेहत रहती है खराब
जी हां, भूमि पूजन ना करवाने से सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है और घर के सदस्य हमेशा बीमार रहते हैं। इतना ही नहीं कई बार तो घर में रहने वाले लोगों पर मौत का संकंट भी आ जाता है।
नहीं होती बरकत
जिस जमीन पर आप घर बनाते हैं अगर वो अशुद्ध होती है, तो इसका असर आपके जीवन पर जरूर पड़ता है। भूमि पूजन करवाए बिना घर बनाने से धन बरकत नहीं होती है और संपत्ति हानि हो जाती है।
तनाव में रहता है जीवन
भूमि पूजन करवाना बेहद ही जरूरी होता है। भूमि पूजन ना करवाने से घर के लोग तनाव का शिकार हो जाते हैं और हर वक्त चिंता में रहते हैं। इसलिए जब भी आप घर बनाएं तो सबसे पहले भूमि पूजन अवश्य करवाएं।
भूमि पूजन की विधि
- भूमि पूजन की विधि के तहत सबसे पहले भूमि को अच्छे से साफ किया जाता है। पूजा के समय पंडित उत्तर मुखी की दिशा की ओर बैठता है। जबकि जातक को पूजा के लिए पूर्व की ओर मुख करके बैठाया जाता है।
- भूमि पूजन की शुरूआत सबसे पहले गणेश जी का नाम लेकर की जाती है। गणेश जी की पूजा कर उन्हें आमंत्रित किया जाता है। उसके बाद नवग्रहों का पूजन होता है।
- पूजन के दौरान चांदी के नाग और कलश को एक साथ रखा जाता है और इनकी पूजा की जाती है। दरअसल धरती को पाताल लोक माना जाता है और पाताल लोक के स्वामी का दर्जा शेषनाग भगवान को दिया गया हैं। इसलिए भूमि पूजन के दौरान चांदी के नाग की पूजा की जाती है। चांदी के नाग की पूजा करने से शेषनाग की कृपा मिल जाती है और शेषनाग भूमि की देखभाल करते हैं।
- भूमि पूजन के दौरान कलश की पूजा करते समय कलश के अंदर दूध, दही और घी डाला जाता है। इसके बाद शेषनाग से जुड़े मंत्रों को पढ़कर शेषनाग का आह्वान किया जाता है और शेषनाग से प्रार्थना की जाती है कि भूमि पर बनें भवन को हमेशा सहारा देते रहें और घर सदा सही रहे।
- दूध, दही और घी के अलावा कलश में सिक्का और सुपारी डालना भी शुभ माना जाता है। सिक्का और सुपारी को कलश के अंदर डालने से लक्ष्मी और गणेश की कृपा मिल जाती है और घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
- भूमि पूजन के समय भूमि को थोड़ा सा खोदा भी जाता है और भूमि के अंदर कलश और चांदी का शेषनाग रख जाता है। इसके बाद इन दोनों की पूजा करते हुए इनपर सबसे पहले गंगाजल छिड़का जाता है और लाल सूती कपड़ा, कपूर, फूल, लौंग अर्पित किया जाता है।
- हल्दी की मदद से नवग्रह बनाएं जाते हैं और नवग्रह की पूजा की जाती है ताकि वो सदा शांत रहें। इसके बाद खोदी गई भूमि को मिट्टी से ढक दिया जाता है।
- भूमि के नीचे दबे शेषनाग और कलश सदा घर की रक्षा करते हैं और घर में नकारात्मक ऊर्जा पैदा नहीं होने देते हैं।
- पूजा करने के बाद पंडितों को भोजन करवाया जाता है और उनसे आशीर्वाद लिया जाता है। वहीं पूजा के बाद जमीन पर निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाता है।
भूमि पूजन का मुहूर्त
भूमि पूजन सदा सही मुहूर्त पर ही करना चाहिए। शुभ मुहूर्त पर हुए भूमि पूजन का ही शुभ फल मिलता है। इसलिए भूमि पूजन करने से पहले आप पड़ित से मुहूर्त जरूर निकलवाएं और मुहूर्त के दौरान ही पूजन करें।
भूमि पूजन का महत्व और भूमि पूजन विधि जानने के बाद भूमि पूजन जरूर करवाएं और भूमि पूजन के बाद ही घर या किसी भी चीज का निर्माण कार्य शुरू करें।
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