जब दरोगा बना गया केले वाला, पुलिस वाले का अनोखा रूप देखिये उत्तर प्रदेश में
आजकल लोगों का विश्वास धीरे धीरे पुलिस पर से खत्म होता जा रहा है. लोगो को यही लगता है की पुलिस अपना काम सही तरीके से नहीं करती है. पर कभी कभी पुलिस भी ऐसे कारनामे कर जाती है की लोग फिर से पुलिस पर विश्वास करने पर मजबूर हो जाते हैं. जी हाँ एक बार फिर से पुलिस ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है की सभी लोग पुलिस की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. हाल ही में फ़िरोज़ाबाद शहर में बहुत अधिक दंगे फसाद हुए थे जिसमे जान और माल का काफी नुकसान हुआ था. इस दंगे के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने एड़ी छोटी का ज़ोर लगा दिया और अपनी मेहनत और चालाकी से इस दंगे के सभी आरोपियों को पकड़ लिया.
फिरोजाबाद में बवाल मचाने वाले उपद्रवियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. मंगलवार के दिन आगरा के मंटोला क्षेत्र में फिरोजाबाद में बवाल मचाने वाले एक उपद्रवी के छिपे होने की खबर पुलिस को प्राप्त हुई. उस बलवाई को शिकंजे में जकड़ने के लिए पुलिस ने एक बहुत ही अनोखी योजना बनाई. फिरोजाबाद में उपद्रव फ़ैलाने वाले बलवाई अपने अपने रिश्तेदारों के यहाँ छुपे हुए हैं. आगरा शहर में बाह के जंगलों में और मंटोला क्षेत्र में कुछ बलवाइयों के रिश्तेदार रहते है. पुलिस को इन क्षेत्रों में उपद्रव के आरोपियों के छिपे होने की सूचना मिली है.
फिरोबाजाद पुलिस को ये सूचना मिली कि फ़िरोज़ाबाद में हुए उपद्रव का एक आरोपी मंटोला में अपने रिश्तेदार के घर छिपा हुआ है. इस बात के पता चलने पर पुलिस ने दरोगा को भेष बदलकर केले वाला बना दिया और केले बेचने के लिए भेज दिया. मंटोला के थाना प्रभारी निरीक्षक के अनुसार उनका ये मिशन पूरी तरह से सक्सेसफुल रहा. उन्हें जो सूचनाएं प्राप्त हुई थीं, वो सभी सही पाई गईं. पुलिस को जिस घर में बलवाई के होने की सूचना मिली थी उस घर के पास दरोगा संजीव तोमर को केले बेचने वाला बनकर गए. दरोगा संजीव तोमर पुरे पांच घंटो तक केले वाला बैंकर आवाज लगाते रहे केले ले लो…केले ले लो. लोगों से जानकारी प्राप्त करने के लिए उन्होंने सस्ते दाम में केले बेचे, जिससे वहाँ भीड़ जमा हो जाये.
फिरोजाबाद में उपद्रव मचाने वाले 13 लोगों के अगेंस्ट पुलिस संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई करेगी. आरोपियों की संपत्ति की लिस्ट तैयार कर ली गई है. इन आरोपियों के खिलाफ बहुत जल्द ही नोटिस जारी किया जाएगा. आईजी रेंज ए सतीश गणेश के अनुसार इन सभी आरोपियों के खिलाफ सुबूत जुटा लिए गए हैं. फिरोजाबाद में 20 दिसंबर (शुक्रवार) को बहुत ज़्यादा दंगा फसाद हुआ था. इस उपद्रव में चार युवक घायल हुए थे जिन्हे अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया था. पर उनकी मौत हो चुकी है. इस दंगे में घायल मुकीम पुत्र मुबीन निवासी मशरूरगंज की भी सोमवार रात मृत्यु हो गयी. इस दंगे में घायल नबी जान और राशिद के अलावा अरमान की पहले ही मृत्यु हो चुकी है.