अमेरिका में भारतीय इंजीनियर को गोली मारते हुए शूटर चिल्लाया- मेरे देश से दफा हो जाओ!
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद नस्लीय तनाव बढ़ा है और इस बार इसका शिकार भारतीय मूल के लोगों को भी होना पड़ा है. अमेरिका के कंसास स्थित एक रेस्टोरेंट में दो भारतीयों समेत तीन लोगों पर गोली चलाई गई. इस हमले में एक भारतीय शख्स की मौत हो गई है जबकि दो अन्य घायल हैं. घटना में बताया गया है कि हत्यारे ने कथित तौर पर इंजिनियर पर यह चिल्लाते हुए कि ‘गेट आउट ऑफ माइ कंट्री (मेरे देश से दफा हो जाओ)’ कहते हुए गोली चला दी.
मरने वाले भारतीय इंजिनियर का नाम श्रीनिवास कुचिभोतला था –
मरने वाले भारतीय इंजिनियर का नाम श्रीनिवास कुचिभोतला (32) है और घायल इंजिनियर का नाम आलोक मदासनी है. घायल इंजीनियर को घटना के बाद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है. हत्यारे का नाम ऐडम प्यूरिंटन (51) है जो पूर्व में नेवी में काम कर चुका है. यह घटना एक रेस्टोरेंट में हुई है. एक चश्मदीद के मुताबिक आरोपी ने नौ राउंड फायरिंग की है. फायरिंग में दो अन्य लोग घायल हुए हैं.
मृतक कुचिभोतला मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले हैं और अमेरिका स्थित एक कंपनी में एविएशन इंजीनियर थे. उन्होंने साल 2005 में जवाहर लाल नेहरू टेक्निकल यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजिनयरिंग में डिग्री ली थी जबकि उन्होंने अपनी मास्टर डिग्री यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस अल पासो से हासिल की थी. कुचिभोतला ने वर्तमान कंपनी में जॉइन करने से पहले भी कई अन्य अमेरिकी कंपनियों में काम किया था.
घटना शाम लगभग 7:15 बजे के आसपास की है. बताया जा रहा है कि प्यूरिंटन भारी नशे में था और लगातार नस्लीय कमेंट कर रहा था. जब बार के एक स्टाफ ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने कथित तौर पर ‘गेट आउट ऑफ माइ कंट्री’ कहते हुए फायर कर दिया. हालांकि ऐसा भी कहा जा रहा है कि प्यूरिंटन ने दोनों इंजिनियरों को ‘मध्य एशियाई’ समझ कर मारा था.
I am shocked at the shooting incident in Kansas in which Srinivas Kuchibhotla has been killed. My heartfelt condolences to bereaved family.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) 24 February 2017
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इंजीनियर की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि वह इस घटना से हैरान हैं. घटना की जानकारी मिलने के बाद पीड़ित भारतीय परिवारों की मदद करने के लिए ह्यूस्टन स्थित भारतीय दूतावास के दो अफसर कंसास शहर पहुंचे.