ममता बनर्जी को कोलकाता हाई कोर्ट ने दिया बड़ा झटका,कहा बंद करे CAA और NRC के खिलाफ विज्ञापन
ममता बनर्जी की पश्चिम बंगाल सरकार को कोलकाता हाई कोर्ट ने एक बहुत बड़ा झटका दिया है । कलकत्ता हाई कोर्ट ने सोमवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) के खिलाफ ममता बनर्जी द्वारा जारी सभी विज्ञापनों को हटाने का निर्देश दिया। कोर्ट ने अंतरिम निर्देश में बंगाल सरकार से कहा कि वह ऐसे सभी विज्ञापनों को अगली याचिका पर 9 जनवरी तक सुनवाई तक स्थगित करे।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर टिप्पणी करते हुए केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट किया, “अगर केवल ममता बनर्जी ने कुछ शिक्षित सांसदों और विधायकों से सलाह ली होती तो उन्हें पता चल जाता की नागरिकता केंद्र का विशेषाधिकार है और एक राज्य के सीएम को केंद्र के इस अधिनियम को रोकने का या मना करने का कोई अधिकार नहीं है । ममता दीदी के अलावा हर किसी को पता है कि नागरिकता केंद्र का विशेषाधिकार है और उसे कोई राज्य सरकार लागु करने से मना नहीं कर सकती है
ममता बनर्जी जहां केंद्र के संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी की आलोचना करती रही हैं, वहीं राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पर सीएए विरोधी और एनआरसी विरोधी अभियान पर जनता का पैसा बर्बाद करने का आरोप लगाया है ।
गवर्नर धनखड़ ने विज्ञापनों के असंवैधानिक होने की बात कहते हुए इन विज्ञापनों को तत्काल वापस लेने की मांग की थी।
यह निर्देश राज्य सरकार के विज्ञापनों के खिलाफ छह याचिकाएं दायर किए जाने के बाद आया है, जिसमें कथित तौर पर दावा किया गया था कि राज्य में सीएए और एनआरसी को लागू नहीं किया जाएगा ।
ममता बनर्जी पहले ही इस अधिनियम के खिलाफ राज्य में कई रैलियों का नेतृत्व कर चुकी हैं, का का उद्देश्य तीन पड़ोसी देशों-अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के सताए गए गैर-मुस्लिमों को नागरिकता देना है । जिसे ममता सरकार रोकना चाहती है। घुसपैठिये मुसलमानो के प्रति ममता का वोट बैंक प्यार पहले भी देखने को मिल चूका है
ममता बनर्जी ने मुसलमानों के CAA/NRC के खिलाफ आंदोलन के बाद , एनआरसी और सीएए पर संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह कराने का भी आह्वान किया था । केंद्र के कई मंत्रियों ने उनकी आलोचना की थी, जिन्होंने उनके बयान की निंदा की और उनसे माफी मांगने को कहा । मुसलमान इस आंदोलन के ज़रिये रोहिंगा के घुसपैठिये मुसलमानो को भारत की नागरिकता दिलाना चाहते हैं। जिस से से देशमें मुसलमानों की संख्या में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हो ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली के दौरान ममता पर भी हमला बोला था। उन्होंने ने कहा था की “ममता दीदी कोलकाता से यूएन (यूनाइटेड नेशंस) पहुंची। पीएम मोदी ने कहा, कुछ साल पहले तक वह बांग्लादेशी घुसपैठियों को रोकने और सताए गए शरणार्थियों को मदद करने के लिए संसद में निवेदन किया करती थी .