रात को अकेले पकड़े गए जीजा और साली, कुछ हफ्ते बाद कुछ ऐसी बात आई सामने कि सभी रह गए हैरान
दुनिया में ऐसे-ऐसे अपराध देखने को मिलते हैं कि सुनने वाले के रौंगटे खड़े हो जाएं और किसी को कुछ पता भी नहीं चले। मगर मीडिया के द्वारा उनके बारे में खबरें सामने आ ही जाती हैं। कुछ ऐसा ही सुनने में आया जहां पर जीजा-साली के रिश्ते को भी इन लोगों ने कलंकित कर दिया और अगर इसके तह तक नहीं जाया जाता तो ये घिनौना मंजर चलता रहता। सुनसान जगह पर आधी रात को अकेले पकड़े गए जीजा-साली, फिर 110 दिनों के बाद कुछ ऐसी बात सामने आई कि सभी हैरान रह गए।
सुनसान जगह पर आधी रात को अकेले पकड़े गए जीजा-साली
राजस्थान के बूंदी पुलिस कांस्टेबल अभिषेक शर्मा हत्याकांड की आरोपी साली और साली के प्रेमी को रिमांड पर लाया गया है। दोनों ने पुलिस पूछताछ में ऐसे-ऐसे खुलासे किए हैं जिन्हें सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। कांस्टेबल अभिषेक के साथ हत्या वाली रात क्या हुआ और दोनों ने वो सब सिलसिलेवार बयां किया, जिसे सुनकर बूदी पुलिस भी चौंक गए। अभिषेक के शव के 110 दिन बाद उसका दाह संस्कार किया गया। बूंदी एएसपी सतनाम सिंह ने बताया कि बूंदी पुलिस के कांस्टेबल अभिषेक की हत्या उकी सवाई माधोपुर के बौंली निवासी फुफेरी साली श्यामा शर्मा ने अपने प्रेमी नावेद रंगरेज के साथ मिलकर की। श्यामा ने पुलिस को बताया कि उसके अपने जीजा के साथ प्रेम संबंध थे और वो 20 दिन उसके घर पर भी रही। इसी दौरान श्यामा की बहन दिव्या को अभिषेक-श्यामा के बारे में पता चल गया। इस बात को लेकर अभिषेक और दिव्या के बीच खूब झगड़ा हुआ। फिर दिव्या ने कांस्टेबल अभिषेक के खिलाफ दहेज मामला का केस दर्ज करवाकर अपने माइके सवाई माधोपुर के जरवाड़ा गांव चली गई।
उधर दिव्या का घर उजड़ने के बाद श्यामा ने अभिषेक को छोड़ने के बारे में सोचा तो अभिषेक तैयार नहीं हुआ। इस पर श्यामा ने अपने दूसरे प्रेमी नावेद के साथ मिलकर हत्या का प्लान बनाया और 28 अगस्त की रात को अभिषेक को बूंदी से सवाई माधोपुर बुलाया और अभिषेक रात को मोटरसाइकिल से वहां पहुंच गया। जीजा-साली ने साथ में खाना खाया और फिर श्यामा ने प्रेमी नावेज के साथ मिलकर अभिषेक को बौंली के विजयगढ़ किले में ले गई। वहां रात के करीब 12 बजे अभिषेक के सिर पर लोहे की रॉड से वार करके उसे मार दिया। फिर उसका शव वहीं दफन करके दोनों घर आ गए। 28 अगस्त को रहस्यमयी ढंग से लापता हो गया अभिषेक के परिजनों ने तलाश शुरु की। 5 सितंबर को बूंदी कोतवाली में अभिषेक शर्मा की गुमशूदगी की रिपोर्ट लिखवाई गई।
बूंदी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनाम सिंह ने बताया कि बूंदी निवासी कांस्टेबल अभिषेक शर्मा की शादी सवाई माधोपुर के जरवाड़ा गांव की दिव्या से हुई थी। दिव्या की फुफेरी बहन श्यामा की अभिषेक से दोस्ती हो गई और फिर दोनों का प्रेम प्रसंग शुरु हो गया। सालभर पहले श्यामा बूंदी आई और उसके घर 20 दिन रही। पुलिस जांच के दौरान ये बात सामने आई कि श्यामा और अभिषेक के मोबाइल में काफी बातें होती थीं। 28 की रात में अभिषेक को श्यामा ने बुलाया था और फिर सख्ती बरतने पर श्यामा ने सारी बातें बताईं। 110 दिनों के बाद सारी बातें साफ हुईं और उसका अंतिम संस्कार हो गया।