BMC 2017: बीजेपी बनी मुम्बई की बॉस – शिवसेना की अक्ल आ गई ठिकाने! कांग्रेस तो इज्जत भी न बचा सकी!
महाराष्ट्र/नई दिल्ली – आज यानि 23 फरवरी को महाराष्ट्र की मुंबई, पुणे समेत 10 महानगरपालिकाओं, 11 जिला परिषदों और 118 पंचायत समितियों के लिए हुए मतदान के लिए वोटों कि गिनती जारी है और नतीजे आने शुरू हो गए हैं। शुरुआती नतीजों से स्पष्ट है कि बीजेपी स्थानीय चुनाव में सबसे बड़ी ताकत बनकर उभर रही है। हालांकि एशिया की सबसे अमीर नगरपालिका बृहन मुंबई महानगरपालिका यानि बीएमसी पर शिवसेना कब्जा तो कर सकती है, लेकिन क्योंकि यह शिवसेना का गढ़ होते हुए भी बीजेपी ने जिस तरह से प्रदर्शन किया है उससे शिवसेना की 25 साल पुराना गठबंधन तोड़कर अलग चुनाव लड़ने कि अक्ल भी ठिकाने लग गई है। क्योंकि शुरुआती रुझान से शिवसेना का फैसला गलत साबित होता दिख रहा है। BMC election results 2017.
गलत साबित हुआ शिवसेना का अलग लड़ने का फैसला –
अभी तक रुझान के मुताबिक बीजेपी अपने मजबूत गढ़ नागपुर के साथ ही पुणे, सोलापुर, अमरावती और नासिक महानगर पालिका पर जीत की तरफ बढ़ रही है। पुणे महानगरपालिका में इससे पहले शरद पवार की एनसीपी का जबकि नासिक महानगरपालिका पर राज ठाकरे के मनसे का और सोलापुर में कांग्रेस का कब्जा था लेकिन शुरुआती रुझान से ऐसा लग रहा है कि भाजपा इन महानगरपालिकाओं को विपक्षी दलों से छीन लेगी।
70 से ज्यादा सीटों पर बीजेपी आगे, जश्न का माहौल –
रुझानों को देखते हुए पीएमसी में बीजेपी का पलड़ा सबसे भारी दिख रहा है। फिलहाल 162 सीटों में से 140 से ज्यादा सीटों के रुझान आ चुके हैं। इसमें बीजेपी 70 से ज्यादा, एनसीपी 30 से ज्यादा, कांग्रेस 16, शिवसेना 10 और एनएनएस 6 सीटों पर आगे चल रही है। कई सीटों के परिणाम आ चुके हैं और कई जगह बीजेपी को बढ़त है जिसको देखते हुए भाजपा कार्यकर्ता में जश्न का माहौल है।
कांग्रेस, एनसीपी और एमएनएस का बुरा हाल –
शिवसेना के लिए महाराष्ट्र में होने वाला बीएमसी चुनाव अस्तित्व की लड़ाई है और इस चुनाव में हारने का मतलब सबसे बड़ी हार झेलना और महाराष्ट्र में अपना दबदबा गवाना होगा। कांग्रेस के लिए ये चुनाव अपनी इज्जत बचाने का आखिरी मौका है, लेकिन अभी तक के रुझानों को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस की इज्जत नहीं बच सकेगी। कांग्रेस को सत्ता में वापसी के लिए यह चुनाव जीतना बहुत जरूरी है।