जानें गागरोन के किले का इतिहास (Gagron Fort History in Hindi)
राजस्थान राज्य में कई सारे किले बनें हुए हैं और हर किले से कोई ना कोई खासियत जुड़ी हुई है। इन्हीं किलों में से एक किला गागरोन किला भी है और गागरोन किले का इतिहास बेहद ही रोचक है। ऐसा कहा जाता है कि इस किले पर 36 राजाओं ने राज किया हुआ है। यह किला चारों और से पानी से घिरा हुआ है और इस किले को करीब 800 साल पहले बनाया गया है। गागरोन के किले का इतिहास क्या है और गागरोन का किला (Gagron ka kila) कहां स्थित है, इसकी जानकारी इस लेख मे दी हई है।
बिना नींव पर खड़ा है यह किला (Gagron ka kila in Hindi)
गागरोन का किला एक इतिहासिक किला है और इस किले के बारे में यह कहा जाता है कि इसे बिना नींव के बनाया गया है। जिसकी वजह से यह किला भारत का अकेला ऐसा किला है जिसकी नींव नहीं है। इस किले को विश्व धरोहर की सूची में 21 जून, 2013 को शामिल किया गया था और यह विश्व प्रसिद्ध किला है। हर साल दुनिया भर से लोग इस किले को देखने के लिए आया करते हैं।
गागरोन के किले का इतिहास
- गागरोन का किला करीब 350 फीट लंबा है और यह किला चारों ओर से पानी से घिरा हुआ है। यह किला एक पहाड़ पर बनाया गया है और इस किले से जुड़े इतिहास के अनुसार इस किले पर करीब 36 राजाओं ने राज किया था।
- इस किले पर कब्जा पाने के लिए कई सारे राजाओं ने इस पर आक्रमाण किया था और यह किला कई युद्धों का साक्षी रहा है।
- इस किले पर मुगल शासक द्वारा कई बार हमला किया गया है और अलाउद्दीन से लेकर अकबर जैसे राजाओं ने इस किले पर कब्जा किया था। ऐसा कहा जाता है कि इस किले पर 14 से अधिक बार आक्रमाण हुआ है।
- सन् 1300 ई. में अलाउद्दीन ने इस किले पर आक्रमाण कर इस पर फतह की थी। इसके बाद फिरोज तुगलक ने इस किले पर आक्रमाण किया था और इस पर अपना कब्जा कर लिया था।
- सन् 1444 को सुल्तान महमूद खिलजी प्रथम ने भी इस किले पर हमला कर इसे अपने कब्ज में ले लिया था।
- बहादुर शाह ने सन् 1532 में इस किले पर आक्रमाण किया था और इस किले पर कब्जा किया था।
- गागरोन के किले के इतिहास के अनुसार बहादुर शाह के बाद अकबर की और से इस किले पर कब्जा करने के लिए अपने सैनिक भेजे गए थे और इस किले को अकबर ने युद्ध में जीत लिया था।
राव मुकंद सिंह को सौंप था किला
ऐसा कहा जाता है कि इस किले पर शाहजहां का भी कब्जा हुआ करते था। लेकिन शाहजहां ने कोटा के राजा राव मुकंद सिंह को ये किला सौंपा दिया था। इसके बाद इस किले पर राजपूतों का अधिकार हो गया था। इस किले का निर्माण समय समय पर राजाओं द्वारा किया गया था और 18वीं शताब्दी तक इस किले का विस्तार पांच बारी हुआ था।
जुड़ी हैं जौहर की कहानी
गागरोन के किले (Gagron ka kila) को जौहर के लिए जाना जाता है। कहा जाता है कि इस किले में दो बार जौहर किया गया था और कई सारी महिलाओं ने इस जौहर कुंड में कूद कर अपनी जान दे दी थी। इतिहास के अनुसार सन् 1423 ई में मांडू के सुल्तान होशंगशाह ने इस किले पर हमला किया था और इस किले पर कब्जा कर लिया था। सुल्तान होशंगशाह और उसके सैनिकों से अपनी रक्षा करने हेतु इस किले में रहने वाली रानी और उनकी दासियों ने जौहर में कूद कर अपनी जान दे दी थी।
जरूर जाएं एक बार इस किले में
गागरोन का किला एक पर्यटक स्थल है। इस किले को देखने का एक अलग ही मजा है। यह किला बेहद ही बड़ा है और यह किला बुर्ज पहाडियों से मिला हुआ है। गागरोन के किले के दो मुख्य प्रवेश द्वार हैं। जिसमें से एक द्वारा नदी की ओर निकलता है और दूसरा द्वार पहाड़ी के रास्ते की ओर से है।
इस किले की दीवारों पर बेहद ही सुंदर कार्य किया गया है। इस किले के अंदर कई सारे महल हैं। जिनमें से जनाना महल, रंग महल, दुर्ग परिसर और दीवान-ए-आम मुख्य महल हैं। महल के अलावा इस किले के अंदर गणेश पोल, नक्कारखाना, भैरवी पोल, किशन पोल, सिलेहखाना का दरवाजा भी है।
गागरोन का किला (Gagron ka kila) कहां स्थित है
गागरोन का किला राजस्थान राज्य के कोटा के झालावाड़ में स्थित है। कोटा के लिए आपको आसानी से ट्रेन मिल जाएगी। वहीं सड़क मार्ग के जरिए भी इस किले जाया जा सकता है।
कब जाएं
गागरोन का किला देखने का सबसे उत्तम समय सितंबर से मार्च तक का है। क्योंकि इस दौरान इस राज्य में गर्मी नहीं होती है। वहीं इस किले अलावा और भी कई दर्शनीय स्थल इस जगह पर मौजूद हैं और इन जगहों पर भी आप जा सकते हैं।
गागरोन का किला से जुड़ी अन्य जानकारी
- इस किले का निर्माण सातवीं सदी में करवाया गया था जो कि चौदहवीं सदी तक चला था।
- ऐसा कहा जाता है कि इस किले में पहले दुश्मों को मौत की सजा दी जाती थी। हालांकि बाद में इस किले पर शासकों ने रहना शुरू कर दिया था।
- इस किले को अकबर ने अपना मुख्यालय बनाया था और बाद में यह किला बीकानेर के राजपुत्र पृथ्वीराज को भेंट के रूप में दे दिया था।
- इस किले पर राणा सांगा और महमूद खिलजी के बीच युद्ध हुआ था जिसमें राणा सांगा की जीत हुई थी। इस युद्ध को गागरोन का युद्ध कहा जाता है जो कि 1519 में हुआ था।
गागरोन का किला (Gagron ka kila) बेहद ही सुंदर किला है और आप एक बार इस किले को जरूर देखें।
यह भी पढ़ें – चित्रकूट के दर्शनीय स्थल