प्रेरक कहानी: जीवन में आई परेशानी ही हमारी प्रतिभा को और निखारती हैं
जीवन में आने वाली परेशानियां और बांधाएं हमें एक मजबूत इंसान बनाती हैं। इसलिए जब भी आपके जीवन में कोई परेशानी आए तो आप उससे सबक लें ना की निराश होकर बैठ जाएं। एक लोक कथा के अनुसार एक किसान के जीवन में भी कई सारी परेशानियां थी और इन परेशानियों से ये किसान बेहद ही दुखी रहता था। ये किसान खूब मेहनत करके खेती किया करता था। लेकिन हर बार फसल खराब हो जाती थी।
एक बार फसल खराब होने से ये किसान बेहद ही गुस्सा हो गया और गुस्से में इस किसान ने भगवान को याद किया। इस किसान के सामने तभी भगवान प्रकट हो गए। भगवान को देखते ही किसान ने उनसे शिकायत करते हुए कहा, हे भगवान आप हमेशा गलत समय पर बारिश कर देते हैं। जब फसलों को धूप चाहिए होती है तो आप ठंड बढ़ा देते हैं। हर बार ऐसा होने से मेरी फसल खराब हो जाती है।
किसान की ये शिकायत सुनने के बाद भगवान ने उससे उसकी इच्छा पूछी। किसान ने खुश होकर भगवान से कहा, आप मेरे हिसाब से मौसम कर दो। जैसा मैं चाहूं उस हिसाब का मौसम हो जाए। भगवान ने किसान की ये इच्छा मान ली और कहा जब तुम जैसा चाहो वैस मौसम हो जाएगा।
अगले दिन ही किसान ने गेहूं की खेती करना शुरू कर दी। खेती करते हुए किसान अपने हिसाब से मौसम बदलने लग गया। जब वो चाहता बारिश करवा देता। जब फसल को धूप की जरूरत हो, तो धूप निकलवा देता। ऐसा करते वो दिन आ गया जब गेंहू कटाई के लिए तैयार हो गई। किसान ने अपने खेतों पर लगी सारी फसल को काट दिया। वहीं जब उसने फसल खोलना शुरू की तो पाया कि बालियों में गेहूं नहीं बनीं थी और बालियां एकदम खाली थी। ये देखकर किसान को फिर गुस्सा आ गया और उसने भगवान को याद किया। किसान के याद करते ही भगवान प्रकट हो गए।
भगवान को देखते ही किसान ने कहा, मेरी गेंहू की फसल फिर से खराब हो गई। इस बार तो मौसम सही था फिर ऐसा क्यों हूआ। भगवान ने किसान को कहा, तुम्हारी फसल ने किसी भी तरह की चुनौती का सामना नहीं किया। जिसकी वजह से वो खोखली रहे गई। तुम अपनी फसल को सही रखने के हिसाब से मौसम को बदलते रहे और ऐसा होने के कारण फसल में दाने ही नहीं बन पाए। जैसे आग में तपने के बाद ही सोने में चमक आती है उसी तरह से फसलों के लिए भी संघर्ष जरूरी होता है।
भगवान की ये बात सुनकर किसान को समझ आ गया कि जीवन में आई परेशानी और बाधाएं इंसान को मजबूत बनाती है और ऐसा होने पर प्रतिभा निखरती है। हम जितनी परेशानियों का सामना करते हैं हम अंदर से उतना ही मजबूत बनते हैं। हर समय परिस्थिति अनुकूल होने से हमें ही नुकसान होता है और हमारी प्रतिभा नहीं निखर पाती है। इसलिए जीवन में जब तक कोई बाधाएं नहीं आती हैं, तब तक व्यक्ति प्रतिभाशाली और साहसी नहीं बन पाता है।