इसबगोल के फायदे और नुकसान (Isabgol Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi)
इसबगोल क्या होता है और इसे किस तरह से खाया जाता है इसके बारे में काफी कम ही लोगों को जानकारी होती है। दरअसल इसबगोल एक आयुर्वेदिक दवाई होती है जो कि ‘प्लेंटेगो ओवेटा’ और ‘प्लेंटेगो सीलियम’ नामक पौधों के बीजों से बनाई जाती है। इसबगोल को संस्कृत भाषा में स्निग्धबीजम् के नाम से जाना जाता है। इसे पेट के लिए गुणकारी माना जाता है और इसे खाने से शरीर को अनेकों लाभ मिलते हैं।
क्या होता है इसबगोल
इसबगोल को अंग्रेजी भाषा में सिलीअम हस्क के नाम से जाना जाता है। इसबगोल का पौधा देखने में एलोवेरा के जैसे होता है और इसके ऊपर गेंहू की तरह फूल लगते हैं। जिसमें मौजूद बीजों को निकालकर इसबगोल को बनाया जाता है। इसबगोल में लैक्सटिव, कूलिंग और डाइयूरेटिक गुण पाए जाते हैं। इसबगोल के फायदे इसे विशेष जड़ी बूटी बनाते हैं और इसका प्रयोग कोई भी कर सकता है। इसबगोल को खाने से क्या लाभ शरीर को पहुंचते हैं, इसकी जानकारी इस लेख में दी गई है। तो आइए सबसे पहले नजर डालते हैं, इसबगोल के फायदों पर ।
इसबगोल के फायदे –
इसबगोल एक प्रकार का फाइवर है, जो प्लेंटेगो ओवेटा जड़ी बूटी के बीजो से बनता है। इसबगोल के फायदे दस्त, कब्ज, रक्तचाप, कोलस्ट्रोल और वजन घटाने में गुणकारी साबित होता है। इसबगोल का उपयोग आमतोर पर भूसी के रूप में किया जाता है। इसबगोल को कैप्सूल और पॉउडर के रूप में भी उपयोग किया जाता है।
पेट की जलन हो दूर
तला हुआ और मसाले दार खाना खाने से कई बार पेट में जलन की शिकायत हो जाती है। पेट में जलन होने पर आप इसबगोल का सेवन कर लें। इसबगोल खाने से पेट की जलन एकदम सही हो जाएगी और पेट को शांति मिलती है। दरअसल इसबगोल की तासीर ठंडी होती है जिसके कारण इसे खाने से जलन छूमंतर हो जाती है।
बवासीर से मिले राहत
बवासीर का रोग होने पर इसबगोल का सेवन करना लाभकारी होता है और रोज इसे खाने से ये समस्या सही हो जाती है। बवासीर के रोगी इसे पानी में भिगोकर रोज खाएं। एक हफ्ते के अंदर ही आपको इसका असर देखने को मिल जाएगा और बवासीर सही हो जाएगी।
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जोड़ों का दर्द हो गायब
जोड़ों के दर्द को दूर करने में भी इसबगोल सहायक माना जाता है और इसे खाने से जोड़ों का दर्द सही हो जाता है। इतना ही नहीं जिन लोगों को दांतों में दर्द की शिकायत रहती है अगर वो इसका सेवन करें, तो उनके दांतों की दर्द भी सही हो जाती है। इसलिए जिन लोगों को जो़ड़ों या दांतों में दर्द की शिकायत रहती है वो इसे खाना शुरू कर दें।
कफ हो दूर
कफ होने पर छाती में भारी पन महसूस होता है और सर्दी के मौसम में लोगों को कफ की समस्या बेहद ही अधिक होती है। कफ होने पर आप इसबगोल का काढ़ा बनाकर पी लें। इसका काढ़ा पीने से कफ एकदम खत्म हो जाएगा और आसानी से निकल आएगा। इसबगोल का काढ़ा बनाने के लिए आप दो गिलास पानी को गैस पर गर्म करने के लिए रख दें और इसके अदंर इसबगोल डाल दें। इस पानी को अच्छे से गर्म करके छान लें और पी लें। इस काढ़े को दिन में दो बार पीएं।
कब्ज हो दूर
कब्ज की समस्या होने पर इसबगोल जरूर खाया करें। इसबगोल खाने से कब्ज की समस्या से राहत मिल जाती है और पेट आसानी से साफ हो जाता है। आप इसबगोल को पानी में 5 से 6 घंटे तक के लिए रख दें और इसे अच्छे से फूलने दें। इसके बाद इसे पानी से निकल दें और रात को सोने से पहले गुनगुने दूध के साथ इसे ले लें।
दस्त से मिले आराम
दस्त होने पर इसबगोल खा लें। इसबगोल खाने से पेट सही हो जाएगा और शरीर को ताकत भी मिल जाएगी। दरअसल इसबगोल में पाए जाने वाले तत्व दस्त को तुरंत सही कर देते हैं। दस्त होने पर इसबगोल को दही के साथ मिलाकर खाना उत्तम होता है। इसलिए आप दिन में दो बार दही और इसबगोल को एक साथ खाएं। ऐसा करने से आपको दस्त से आराम मिल जाएगा और दस्त की वजह से शरीर में आई कमजोरी भी दूर हो जाएगी।
अधिक भूख लगे
जिन लोगों को भूख कम लगती है और जो लोग अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं, वो इसबगोल का सेवन दूध के साथ करें। दूध और इसबगोल को एक साथ खाने से भूख बढ़ जाती है और कम भूख लगने की समस्या सही हो जाती है। इसके अलावा इसे खाने से वजन भी बढ़ जाता है।
सूखी खांसी हो दूर
इसबगोल का सेवन करने से सूखी खांसी एकदम सही हो जाती है। सूखी खांसी होने पर इसबगोल को चीनी के साथ मिलाकर खा लें। दिन में दो बार इस मिश्रण को खाने से सूखी खांसी तुरंत सही हो जाएगी और इससे आपको निजात मिल जाएगा।
सिर दर्द हो दूर
सिर में दर्द होने पर आप इसका लेप अपने सिर पर लगा लें। इसबगोल का लेप लगाने से सिर का दर्द तुरंत सही हो जाएगा। इसबगोल का लेप तैयार करने के लिए आप नीलगिरी के पत्तों को अच्छे से पीस लें और इन्हें इसबगोल में मिला लें। इसके बाद इस लेप को सिर पर 15 मिनट के लिए लगा लें।
कान का दर्द हो सही
कान में दर्द होने पर इसबगोल को पानी में भिगो लें और इसके पानी में प्याज का रस मिलाकर इसे कान के अंदर डाल लें। इसे कान के अंदर डालने से कान का दर्द सही हो जाएगा।
एसिडिटी
एसिडिटी होने पर आप भोजन करने के तुरंत बाद इसबगोल को ठंडे पानी के साथ खान लें। इसे पानी के साथ खाने से एसिडिटी तुरंत सही हो जाएगी और पेट को आराम मिल जाएगा।
वजन हो कम
वजन कम करने के लिए आप इसबगोल का सेवन रोज सुबह करें। रोज इसे खाली पेट खाने से वजन नियंत्रित हो जाता है। आप सुबह इसबगोल को पानी में मिला लें और इसके अंदर नींबू का रस डाल दें। इस मिश्रण को खाली पेट खा लें। इसे खाने से वजन कम हो जाएगा और साथ में ही खाना भी सही से पच जाएगा।
दिल की बीमारी को रोक
इसबगोल के फायदे दिल के संग भी हैं और इसे खाने से दिल से जुड़े रोग लगने का खतरा बेहद ही कम हो जाता है। इतना ही नहीं इसबोगल कोलेस्टरॉल को भी कम करने में सहायक होता है।
टाॅक्सिन पदार्थ हों बाहर
पेट के अंदर जमा टॉक्सिन पदार्थों की वजह से पेट में दर्द की शिकायत हो जाती है। दरअसल बाहर का खाना खाने से पेट में टाॅक्सिन व तैलीय पदार्थ जमा हो जाते हैं और इन्हीं पर्दाथों को पेट से बाहर निकालने का कार्य इसबगोल द्वारा किया जाता है। इसलिए आप भोजन के बाद एक चम्मच इसबगोल का सेवन करें। ताकि ये तैलीय पदार्थ पेट में जमा ना हों और पेट से बाहर निकल आएं।
गॉल ब्लैडर में पथरी ना बनें
इसबगोल के फायदे अनगिनत हैं और इसका रोज सेवन करने से गॉल ब्लैडर में पथरी नहीं बन पाती है। इसलिए जिन लोगों को गॉल ब्लैडर में पथरी है वो इसका सेवन जरूर किया करें। इसे खाने से पथरी की तकलीफ दूर हो जाएगी।
कहां से खरीदें
इसबगोल आसानी से दुकान में मिल जाएगा। इतना ही नहीं ऑनलाइन के जरिए भी इसे खरीदा जा सकता है। हालांकि आप केवल इसबगोल का पाउडर ही खरीदें। क्योंकि इसकी कैप्सुल भी आती है जो कि सेहत के लिए सही नहीं मानी जाती है। हो सके तो केवल प्राकृतिक इसबगोल ही खरीदें। क्योंकि ये फ्लेवर में भी आता है और फ्लेवर वाला इसबगोल इतना अच्छा नहीं माना जाता है।
इसबगोल के नुकसान
- इसबगोल का अधिक सेवन करने से आपको कई तरह के रोग लग सकते हैं और आपका पेट भी खराब हो सकता है।
- अगर किसी को इसबगोल खाने से एलर्जिक रिएक्शन हो जाए तो वो तुरंत डॉक्टर को दिखाए।
- इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिए सर्दी के मौसम में इसका सेवन कम ही करें और हो सके तो इसे गर्म दूध के साथ ही खाएं।
किस तरह से करें सेवन
इसबगोल का सेवन कई तरह से किया जा सकता है। आप इसे पानी के अंदर भिगोकर भी खा सकते हैं या दही के अंदर डालकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। पानी के अंदर आप इसे कम से कम 5 घंटे तक भिगोएं और पांच घंटे बाद इसे पानी से निकल कर खा लें। वहीं दही के अंदर इसे डालकर तुरंत खाया जा सकता है।
इसबगोल के फायदे, इससे जुड़े नुकसान और इसका सेवन किस तरह से किया जाता है। ये पढ़ने के बाद आप इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। ये बेहद ही ताकतवर चीज है और कई रोगों को एकदम सही कर देती है। इसबगोल का प्रयोग सदियों से किया जा रहा है और ये किसी चमत्कारी बूटी से कम नहीं है।
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