बंदर रोज खेत की फसल बर्बाद कर जाते थे, किसान ने कुत्ते को बना दिया टाइगर और फिर..
एक किसान बड़ी मेहनत से खेत में फासले उगाता हैं. ऐसे में जब कोई जानवार आकर उसे चट कर जाए तो उस किसान का बहुत नुकसान होता हैं. जानवरों को फसल से दूर रखने के लिए किसान कई तरह के तरीके अपनाते हैं. अभी तक आप लोगो ने scarecrow यानी कागभगोड़ा (इंसानी पुतला) वाला तरीका देखा और सूना होगा. जैसा कि नाम से ही स्पष्ट हैं इसका इस्तेमाल कौओ और अन्य पक्षियों को फसलों से दूर रखने के लिए किया जाता हैं. हालाँकि सिर्फ पक्षी ही नहीं बल्कि कुछ अन्य जानवर भी हैं जो किसानो की फासले खा जाते हैं. बंदर इनमे से ही एक हैं. ये झुंड में आते हैं और एक बार में फसलों को काफी नुकसान पहुंचा देते हैं. अब इन्हें भगाने के लिए कागभगोड़ा वाला फार्मूला भी फ़ैल हो जाता हैं. ऐसे में कर्नाटक के एक किसान ने इन बंदरों को खेत से भगाने का बहुत ही नायाब तरीका ढूंढ निकाला हैं.
दरअसल नालुरू गांव के श्रीकांत गौड़ा ने अपने कुत्ते को पेंट कर के टाइगर जैसा बना दिया हैं. इसके लिए उसने हेयर डाई का इस्तेमाल किया और कुत्ते के शरीर पर काली धारियां बना दी. नतीजा ये हुआ कि कुत्ता अब थोड़ा बहुत टाइगर जैसा दिखने लगा. हैरत की बता तो ये हैं कि श्रीकांत का कुत्ते को टाइगर बनाने वाला आईडिया काम भी कर गया और अब उसके खेत में बंदर नहीं आते हैं. दरअसल श्रीकांत ने अपने कुत्ते को टाइगर बनाकर उसकी कुछ तस्वीरें ले ली और उसे खेतो में लगा दिया. अब इसे देख बंदर खेत से दूर रहने में ही अपनी भलाई समझते हैं.
श्रीकांत बताते हैं कि इस अनोखे आईडिया की प्रेरणा उन्हें तब मिली थी जब 4 साल पहले वे उत्तर कन्नड़ जिला के भटकल में गए थे. वहां एक किसान ने अपने खेत से बंदरों को भागने के लिए बाघ का पुतला रख रखा था. इस पुतले को देख कोई भी बंदर उसके खेतो में आने की हिम्मत नहीं पाता था. इसके बाद श्रीकांत ने भी ऐसा ही बाघ का पुतला बनाकर अपने खेत में लगाया था. इसका नतिजा भी अच्छा ही आया था बंदर उनके खेत से दूर ही रहते थे. हालाँकि श्रीकांत ने सोचा की वो इस चीज पर ज्यादा दिनों तक निर्भर नहीं रह सकते हैं. ऐसे में उन्होंने अपने दिमाग के घोड़े दौड़ाए और अपने कुत्ते को ही टाइगर बना डाला.
अब जब से उनके खेत में टाइगर बने कुत्ते की तस्वीरें लगी हैं तभी से बंदरों का खेत में आना भी बंद हो गया हैं. उनके इस आईडिया से अन्य किसान भी प्रेरित हो रहे हैं. ये जानवरों को दूर रखने का अनोखा लेकिन कारगर उपाय हैं. यहाँ श्रीकांत ने इस चीज का भी ध्यान रखा कि कुत्ते की स्किन पेंट की वजह से ख़राब ना हो. इसलिए उन्होंने डाई का इस्तेमाल किया हैं. उनके अनुसार कुत्ते पर डाई वाला ये रंग करीब एक महीने तक चल जाता हैं. उधर ये कुत्ता जब भी गाँव में घूमता हैं तो लोग उसे बड़े चाव से देखते हैं. वैसे आप लोगो को बंदर को भगाने वाला ये आईडिया कैसा लगा हमें जरूर बताए.