लक्ष्मी मां की बड़ी बहन हैं अलक्ष्मी, करतीं हैं इन घरों में वास, मानी जाती है दरिद्रता की देवी
समुद्र मंथन के दौरान समुद्र से कई सारे रत्न निकले थे और लक्ष्मी मां भी समुद्र मंथन के दौरान ही प्रकट हुई थी। कहा जाता है कि समुद्र मंथन में लक्ष्मी मां से पहले उनकी बड़ी बहन मदिरा लेकर प्रकट हुई थी, जिन्हें अलक्ष्मी के नाम से जाना जाता है। भागवत महापुराण में समुद्र मंथन के बारे में जिक्र करते हुए इस बात का उल्लेख किया गया है। दरअसल अलक्ष्मी समुद्र मंथन में लक्ष्मी मां से पहले निकली थी। इसलिए इन्हें लक्ष्मी की बड़ी बहन माना जाता है। अलक्ष्मी के साथ कई सारी कथाएं जुड़ी हुई हैं और ये कथाओं इस प्रकार हैं।
अलक्ष्मी से जुड़ी पहली कथा
कुछ कथाओं के अनुसार अलक्ष्मी ने प्रकट होने के बाद विष्णु जी से विवाह करने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन विष्णु जी ने अलक्ष्मी की जहां लक्ष्मी मां से विवाह किया था। जिससे अलक्ष्मी काफी क्रोधित हो गई थी। ऐसा भी माना जाता है कि अलक्ष्मी का क्रोध शांत करने के लिए विष्णु जी ने उन्हें पीपल के पेड़ में विराजमान होने का आशीर्वाद दिया था और उनसे ये वादा किया था कि वो हर शनिवार के दिन मां लक्ष्मी के साथ उनसे मिलने के लिए पीपल पर आएंगे। यही वजह है कि पीपल के पेड़ की पूजा शनिवार के दिन करना शुभ फल देता है।
अलक्ष्मी से जुड़ी दूसरी कथा
अलक्ष्मी देवी से जुड़ी दूसरी कथा के अनुसार अलक्ष्मी गरीबी और दरिद्रता की देवी हैं और समुद्र मंथन से निकले के बाद इनका विवाह महर्षि से हुआ था। कथाओं के मुताबिक समुद्र मंथन के समय कुछ उपरत्न भी निकले जिनमें से देवी अलक्ष्मी एक थी। मान्यताओं के अनुसार अलक्ष्मी समुद्र में से मदिरा लेकर निकली थीं और ये मदिरा दैत्यों को दी गई थी। देवी अलक्ष्मी का विवाह उद्दालक नाम के महर्षि से हुआ था। वहीं विवाह के बाद जब उद्दालक उन्हें अपने आश्रम लेकर गए तो अलक्ष्मी ने आश्रम में प्रवेश करने से मना कर दिया और कहा कि उनके प्रवेश करने से घर में धन हानि होने लग जाएगी और घर में खुशियों का वास नहीं रहेगा।
देवी अलक्ष्मी के अनुसार वो केवल उन्हीं घरों में जाकर रहती हैं जो घर गंदे रहते हों, जहां पर लड़ाई-झगड़े होते हों और अधर्म या गलत काम घर के लोगों द्वारा किए जाते हो। जो लोग अपने घर को साफ रखते हैं और रोज भगवान की पूजा-अर्चना करते है वहां पर देवी अलक्ष्मी प्रवेश नहीं कर पाती हैं। क्योंकि इन घरों में मां लक्ष्मी का वास माना जाता है।
जरूर रखें घर की सफाई
इसलिए आप लोग भी अपने घर की सफाई रखा करें और रोज पूजा करें। ऐसा करने से आपके घर में अलक्ष्मी का प्रवेश नहीं होता है और आपका जीवन सुखों से भरा रहता है। वहीं आप अपने घर में अगर गंदगी फैलाकर रखते हैं और घर की सफाई नहीं करते हैं तो घर में अलक्ष्मी विराजमान हो जाती हैं और लाख कोशिशों के बाद भी आप गरीब ही बनें रहते हैं और घर में हर वक्त तनाव का माहौल बना रहता है।