मोदी सरकार को मिली बहुत बड़ी कामयाबी, मिली राहत की खबर
केंद्रीय सरकार द्वारा देश में बढ़ती बेरोजगारी को कम करना एक अहम मुद्दा रहा है और बेरोजगारी से लड़ने के लिए केंद्रीय सरकार द्वारा कई सारी योजनाएं भी चलाई गई हैं। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी को विपक्षी पार्टियों ने एक बड़ा मुद्दा बनाया था और मोदी सरकार पर इस मुद्दे को लेकर खूब हमला भी किया गया था। वहीं अब ये मुद्दा विपक्ष पार्टी के हाथों से निकलता हुआ नजर आ रहा है। क्योंकि देश की बेरोजगारी दर में गिरावट दर्ज की गई है और ये गिरावट मोदी सरकार के लिए एक राहत की खबर है।
शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर गिरी
हाल ही में सरकार की और से जारी किए गए आंकड़ो के अनुसार शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर में गिरावट आई है। खबरों के मुताबिक, जनवरी-मार्च के बीच में शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर गिरी है और अब ये दर 9.3 फीसदी पर पहुंच गई है। आपको बात दें कि साल 2018 में ये दर 9.9 फीसदी थी जो कि इस साल के शुरुआती तीन माह में 0.6 फीसदी से घटकर 9.3 फीसदी पर आ गई।
युवाओं को मिली नौकरियां
बेरोजगारी दर पर जारी की गई ये रिपोर्ट करेंट वीकली स्टेटस के आधार पर बनाई गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार युवा बेरोजगारी दर में भी गिरावट आई है और युवा बेरोजगारी दर 23.7 फीसदी से गिरकर 22.5 फीसदी रहे गई है।
मोदी सरकार के लिए है बड़ी कामयाबी
साल 2018 में हमारे देश में बेरोजगारी दर तीन साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। जिसकी वजह से विपक्ष पार्टी मोदी सरकार पर लगातार हमला कर रही थी। वहीं अब इस दर में गिरावट आई है जो कि मोदी सरकार के लिए बहुत बड़ी कामयाबी है। आपको बातें कि लंबे समय से केंद्रीय सरकार द्वारा बेरोजगारी को कम करने के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। पीएम मोदी द्वार प्रधानमंत्री रोजगार योजना, मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं को शुरू किया गया था। ताकि हमारे देश में नए व्यापार शुरू हो सकें और युवाओं को नौकरी मिल सकें। केंद्रीय सरकार द्वारा चलाई गई इन सभी योजनाओं की मदद से ही बेजोरगारी को कम किया जा सका है।
क्या होती है बेरोजगारी
बेरोजगारी वो स्थिति है जिसमें नौकरी की कमी की वजह से देश के लोग बेरोजगार रहे जाते हैं और उनके पास आय का कोई भी साधन नहीं होता है। सरकारी परिभाषा के अनुसार उस शख्स को उस हफ्ते में बेरोजगार माना जाता है। जिसने हफ्ते में एक घंटे के लिए भी काम नहीं किया हो और पैसे नहीं कमाएं हों।