मोदी मेजिक in USA, 46 मिनट का भाषण, 9 बार स्टैडिंग ओवेशन , 72 बार भाषण के बीच ताली
मोदी मेजिक
४६ मिनट का भाषण
स्टैडिंग ओवेशन – 9बार
भाषण के बीच ताली – 72बार
स्वागत में ताली- 4 मिनट
सांसद हंसे- 9 बार
#भाषण के बाद ऑटोग्राफ लेते दिखे अमेरिकी सांसद
वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर प्रहार करते हुए कहा कि भारत के पड़ोस में आतंकवाद का पोषण हो रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस को राजनीतिक फायदे के लिए आतंकवाद का उपदेश देने वालों को स्पष्ट संदेश देना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यूं तो इसकी (आतंकवाद की) छाया दुनिया भर में फैल रही है, लेकिन भारत के पड़ोस में यह फल-फूल रहा है।’ इसके साथ ही उन्होंने जोर दिया कि आतंकवाद को शरण, समर्थन और प्रायोजित करने वाले को अलग थलग करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘अपने राजनीतिक लाभ के लिए आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों इनाम देना बंद करना उन्हें जवाबदेह बनाने का पहले कदम होगा।’
यूएस कांग्रेस में बार-बार तालियों की गड़गड़हाट के बीच अमेरिकी सांसदों ने खड़े होकर प्रधानमंत्री की कही बातों का अभिनंदन किया। पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद को धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए और न ही अच्छे और बुरे आतंकवाद में कोई फर्क किया जाना चाहिए। वैश्विक आतंकवाद को दुनिया के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो मानवता में यकीन रखते हैं वो साथ आएं।
अमेरिकी संसद में पीएम मोदी के भाषण के 10 बड़े संदेश
1. भारत का नेतृत्व अब कोई दब्बू नेतृत्व नही है.
2. भारत अब कमजोर मुल्क नहीं अमेरिका की बराबरी में खड़ा दोस्त हैे.
3.. भारत को साथ लेकर ही दुनिया में अमेरिका के मिशन आासनी से पूरे होगे.
4. आंतक सबसे बड़ा खतरा है.. नाम अनेक है लेकिनसबका मकसद एक है
5. भारत का पड़ोसी पाकिस्तान आंतक का अड्डा है
6. पाकिस्तान को मिलने वाली अरबो डॉलर की मदद अमेरिका खत्म करें.
7. आंतक और धर्म के गठजोड़ को तोड़ना जरुरी है.
8. मजबूत भारत में मदद कर चीन पर लगाम लगा सकता है अमेरिका.
9. शीत युध्द की परछाई पीछे छोड़कर अब भारत है अमेरिका का हमसफर
10. अमेरिकी सांसदो को मोदी का संदेश साफ है कि ओबामा जैसे राष्ट्रपति आएंगे-जाएंगे लेकिन आप देश चलाएंगे और हम दोस्ती निभाएंगे. आप पाकिस्तान को पहचान लो, भारत, भारतीय और भारतीयता को 21 सदी में अमेरिका का सच्चा दोस्त मान लो.