Jokes: गाँव का गोपाल शहरी लड़की से- जानू आई लव यू, लड़की: मेरी चप्पल का साइज़ पता हैं? गोपाल..
हंसी एक ऐसी चीज हैं जो हर किसी के चेहरे पर अच्छी लगती हैं. जीवन का कोई भरोसा नहीं होता हैं. कब किसे क्या अहो जाए कुछ कह नहीं सकते हैं. इसलिए बेहतर यही हैं कि हम हमेशा हँसते रहे और खुश रहे. हालाँकि जीवन में अक्सर किया इसी परिस्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं जिसके चलते हमारी ख़ुशी ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाती हैं. इस स्थिति में जोक मसीहा बनकर आते हैं. इन जोक्स को पढ़ हम दुखों से ध्यान हटा लेते हैं और कुछ पल इन जोक्स को पढ़ एन्जॉय करते हैं. ये जोक्स हमारे लिए एक तरह से पेन रिलीफ का काम भी करते हैं. यही वजह हैं कि जोक्स अक्सर लोगो के बीच बहुत पॉपुलर भी होते हैं. इसी सोच के साथ हम भी आपके लिए कुछ खास चुटकुलों आ कलेक्शन लेकर आते रहते हैं. इस बार के हमारे जोक्स भी बड़े मजेदार और फनी हैं. हमारा दावा हैं कि इन्हें पढ़ आपकी हंसी थमने का नाम नहीं लेगी.
बॉयफ्रेंड अपनी गर्लफ्रेंड से- आओ तुम्हें चांद पर ले जाऊं।
गर्लफ्रेंड- अरे नहीं यार…..
ब्वॉयफ्रेंड- लेकिन क्यों?
लड़की- क्योंकि वहां वॉट्सऐप नहीं चलता है।
पत्नी – मैं बचूंगी नहीं, मर जाऊंगी…
पति – मैं भी मर जाऊंगा! पत्नी- मैं तो बीमार हूं
इसलिए मर जाऊंगी, तुम क्यों मर जाओगे?
पति – मैं इतनी खुशी बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगा…
बनिया ने शेख को खून देकर उसकी जान बचाई।
शेख ने खुश होकर उसे मर्सिडिज कार गिफ्ट की।
शेख को फिर खून की जरूरत पड़ी, बनिया ने फिर खून दिया।
अबकी बार शेख ने सिर्फ लड्डू दिए।
बनिया (गुस्से से) – इस बार सिर्फ लड्डू ?
शेख – बिरादर,
अब हमारे अंदर भी बनिया का खून दौड़ रहा है।
शादी के बाद सोनम अपनी सहेली से मिली।
सहेली, “क्या बात है शादी के बाद परेशान सी रहने लगी हो?”
सोनम, “क्या बताऊं यार।
काम करूं तो मेरी सांस फूल जाती है,
और ना करूं तो कम्बख्त सास फूल जाती है।”
एक शराबी छत पर से नीचे गिर गया,
सब लोग भागे आए और पूछने लगे के क्या हुआ?
शराबी : “पता नही भाई … मैं भी जस्ट अभी नीचे आया हूं।
पत्नी पति से – पूजा किया कीजिए बड़ी बलाएं टल जाती हैं,
पति – तेरे बाप ने भी बहुत की होंगी तभी तो उसकी इतनी
बड़ी बला टल गई और मेरे पल्ले पड़ गई.
मुंबई की एक बस में कुछ लोग सफर कर रहे थे,
जब कंडक्टर टिकट देने को आया तो एक ने पैसे
निकालते हुए कहा – मोहम्मद अली।
दूसरे ने कहा – सेंट जोजफ।
एक देवीजी बोलीं – महालक्ष्मी।
पिछली सीट पर एक ऐसे साहब बैठे हुए थे,
जो मुंबई में नए-नए आए थे।
जब कंडक्टर उनके पास आया तो
वे बोले – मेरा नाम हमीद अली है।
एक भिखारी ने दरवाजे पर आवाज लगाई-
दाता के नाम पर रोटी दे दो।
भीतर से आवाज आई – मम्मी घर में नहीं हैं।
इस पर भिखारी बोला – मैं रोटी मांग रहा हूं,
तुम्हारी मम्मी नहीं।
उम्मीद हैं कि आप को ये जोक्स पढ़ बड़ी हंसी आई होगी. यदि आप ने इन्हें पसंद किया हो तो फटाफट दुसरे लोगो के साथ भी शेयर कर दे. इस तरह सभी के चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान आ सकेगी.