भूलकर भी ना जलाएं बांस की लकड़ी, इसे जलाने से नष्ट हो जाता है वंश
बांस के पेड़ भारत के लगभग हर राज्य में पाए जाते हैं और इस पेड़ को बेहद ही पवित्र माना जाता है। शास्त्रों में बांस के पेड़ का उल्लेख करते हुए लिखा गया है कि इस पेड़ की लकड़ी को जलाना अशुभ होता है। इसके अलावा वैज्ञानिक भी बांस के पेड़ की लकड़ी को जलाना सेहत के लिए अच्छा नहीं मानते हैं। फेंगशुई में इस पेड़ को लकी पेड़ माना जाता है और इसे घर में रखने की सलाह दी जाती है। आखिर क्यों बांस के पेड़ को पवित्र माना जाता है और इस पेड़ को ना जलाने की बात शास्त्रों में लिखी गई है ये आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
क्यों होता है बांस का पेड़ शुभ
बांस के पेड़ को शास्त्रों में शुभ माना जाता है और शादी या मुण्डन के मंडप को बनाने में इस पेड़ का प्रयोग किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस पेड़ के आसपास बुरी आत्माएं नहीं जाती है। जिसके कारण इस पेड़ का आसपास होना शुभ होता है। इसके अलावा भगवान श्री कृष्ण जी को बांसुरी बेहद ही प्रिय है और बांसुरी बांस की लकड़ी से ही बनाई जाती है। जिसके चलते इस पेड़ को शास्त्रों में पवित्र और शुभ पेड़ होने का दर्जा दिया गया है।
वहीं फेंगशुई में बांस के पेड़ को आयु से जोड़कर देखा जाता है। फेंगशुई के अनुसार इस पेड़ को अगर घर में रखा जाए तो घर के लोगों की आयु लंबी होती है। इतना ही नहीं फेंगशुई में इस पेड़ को शक्तिशाली पेड़ भी माना जाता है और इसके घर में होने से घर वालों का भाग्य चमका रहता है। फेंगशुई के अनुसार अगर घर में बांस का पेड़ रखा जाए तो घर से नकारत्मक शक्तियां भी दूर रहती हैं।
क्यों माना जाता है इसे जलाना वर्जित है
शास्त्रों के अनुसार हवन या किसी भी तरह की पूजा करते हुए बांस को नहीं जलाना चाहिए। बांस की लकड़ी को जलाने से वंश आगे नहीं बढ़ता है और नष्ट हो जाता। इसके अलावा इस पेड़ की लकड़ी को जलाने से पितृ दोष भी लग जाता है।
फेंगशुई में ऐसा माना जाता है कि अगर इस पेड़ की लड़की को जलाया जाए तो घर की शांति भंग हो जाती है और घर में रहने वाले लोगों के जीवन में कष्ट आना शुरू हो जाते हैं। वहीं वैज्ञानिकों के अनुसार इस लकड़ी में लेड और कई प्रकार की धातु पाई जाती हैं और ये धातुं जलने पर वातावरण दूषित कर देती हैं।
नहीं करना चाहिए अगरबत्ती का प्रयोग
कई लोग पूजा करते हुए अगरबत्ती जलाते हैं। जो कि गलत होता है। क्योंकि अगरबत्ती को बनाने में बांस का प्रयोग भी होता है। इसलिए जब हम अगरबत्ती जलाते हैं तो ये अशुभ होता है। इसके अलावा शास्त्रों में अगरबत्ती का उल्लेख नहीं मिलता है और शास्त्रों में भगवान की पूजा करते हुए धूपबत्ती का प्रयोग करने की बात कही गई है। इसलिए हो सके तो आप पूजा करते हुए केवल धूप का ही प्रयोग करें या दीपक जलाएं।