BSF जवान ने 11 लाख का दहेज़ लेने से किया इंकार, बोला ‘मेरे लिए दुल्हन पैसे से ज्यादा कीमती हैं’
भारत में वैसे तो शादी ब्याह खुशियों का त्यौहार होता हैं लेकिन कुछ लड़की वालो को दहेज़ देने का भी टेंशन लगा रहता हैं. इंडियन पेनल कोड (भारतीय दंड सहिता) के अनुसार दहेज़ लेना एक दंडनीय अपराध हैं और इसके लिए आपको 7 साल तक की सजा मिल सकती हैं. हालाँकि इसके बावजूद आज भी भारत में कई जगह लोग शादी के लिए लड़की वालो से दहेज़ मांगते हैं. दहेज़ एक ऐसी कुप्रथा है जिसकी वजह से आज तक कई घर बर्बाद हुए हैं. एक पिता के लिए पहले ही बेटी की शादी में कई पैसो काखर्चा होता हैं. ऊपर से दहेज़ की रकम देना बहुत मुश्किल हो जाता हैं. वहीं कुछ लड़के वाले तो लड़की से ज्यादा दहेज़ पर जोर देते हैं. कई शादी के पहले दहेज़ की रकम लिए बिना कार्यक्रम आगे नहीं बढ़ाते हैं.
इन सबके बीच जयपुर के रहने वाले एक BFS जवान ने अपनी शादी में 11 लाख का दहेज़ लेने से इंकार करते हुए नई मिसाल कायम की हैं. जितेंद्र सिंह नाम के इस दुल्हे ने अपने ससुराल के द्वारा दिए जा रहे 11 लाख के दहेज़ को लेने से सख्त इंकार कर दिया. बल्कि उसने इसके बदले उनसे एक नारियर और शगुन के 11 रुपए ही लिए. दरअसल जितेंद्र इस बात से ही खुश था कि उसकी होने वाली बीवी LLB और LLM ग्रेजुएट हैं. इसके साथ ही वो PhD की तैयारी भी कर रही हैं. जिस दिन से दुल्हे को अपनी दुल्हन की इस एजुकेशन क्वालिफिकेशन के बारे में पता चला था तब से ही उसने फैसला ले लिया था कि वो शादी के लिए कोई दहेज़ नहीं लेगा. जितेंद्र ने सोचा था कि वो इस बात का खुलासा अपनी शादी वाले दिन ही करेगा.
दुल्हन के 59 वर्षीय पिता का सोचना था कि लड़के वाले हमारे शादी के इंतजाम से नाखुश हैं. इसलिए वे उन्हें दहेज़ देकर खुश करना चाहते थे. हालाँकि पिता की आँखों से उस समय ख़ुशी के आंसू झलक पड़े जब दुल्हे ने उनका 11 लाख का दहेज़ लेने से इंकार कर दिया. दुल्हे जितेंद्र का कहना हैं कि चंचल (दुल्हन) राजस्थान न्यायिक सेवा की तैयारी कर रही हैं. यदि वो मजिस्ट्रेट बन जाती हैं तो वो हमारे परिवार के लिए पैसो से ज्यादा मूल्यवान चीज होगी.
उधर सोशल मीडिया पर बीएसऍफ़ जवान की इस सोच की बहुत तारीफ़ हो रही हैं. दहेज़ प्रथा सच में बहुत बुरी हैं. खासकर इसके लालची लोग तो शादी हो जाने के बाद भी दुल्हन के ऊपर मायके से और दहेज़ लाने का दबाव बनाते रहते हैं. ऐसे में लड़की वालो को चाहिए कि वो अपनी शादी दहेज़ के ऐसे लालची लोभियों से कतई ना करे. आखिर आप अपनी बेटी का रिश्ता तय कर रहे हैं, उसे पैसो के बदले बेच नहीं रहे हैं. वहीं दूसरी और लड़कों को भी जागरूक होने की आवश्यकता हैं. आपको पैसा चाहिए तो आप स्वयं उसके लिए मेहनत करे. इस तरह दहेज़ मांगकर समाज की कुप्रथा को बढ़ावा ना दे. हमे उम्मीद हैं कि आपको ये जानकारी पसंद आई होगी. कृपया इसे दूसरों के साथ शेयर कर उन्हें जागरूक जरूर करे.