जागरण में छपा एबीपी का एग्जिट पोल– एसपी-कांग्रेस गठबंधन को 217 सीटें– जानें इस खबर की सच्चाई
लखनऊ/नई दिल्ली – उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के तीसरे चरण के तहत 19 फरवरी को मतदान होना है। लेकिन अभी से आम जनता को उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन को बहुमत मिलने की झुठी खबरें पहुंचायी जा रही हैं। ऐसी खबरों को सोशल मीडिया पर फेसबुक और वॉट्सऐप के जरिए तो वायरल किया ही जा रहा है साथ-साथ अखबारों में भी ऐसी खबरों को दिखा कर लोगों को ठगा जा रहा है। लोगों को आसानी से इस बात पर यकिन हो जाए इसके लिए हिंदी के प्रसिद्ध अखबार दैनिक जागरण और एबीपी न्यूज चैनल का नाम इस्तेमाल किया जा रहा है। SP congress government in uttar Pradesh.
कौन दिखा रहा एसपी-कांग्रेस को पूर्ण बहुमत की ख़बर –
जैसा कि आप इस वायरल हो रही तस्वीर में देख सकते हैं कि इसे दैनिक जागरण के फ्रंट पेज पर एबीपी न्यूज के कथित एग्जिट पोल के तौर दिखाया गया है, जिसमें एसपी-कांग्रेस गठबंधन को 217 सीटें मिलते दिखाया गया है। इस फोटो में बीजेपी को 108 और बीएसपी को 76 सीटें मिलते दिखाया गया है। इसी फोटो में मुख्यमंत्री के तौर पर अखिलेश यादव को 46%, मायावती को 21% और मौजूदा गृह मंत्री राजनाथ सिंह को 3% लोगों की पसंद बताया गया है।
सबसे पहले तो हम आपको बता दें कि चुनाव के दौरान कोई भी मीडिया संस्थान इस तरह का एग्जिट पोल प्रकाशित नहीं कर सकता, ऐसा नियम है। इसलिए दो बड़े मीडिया संस्थान के नाम का सहारा लेकर लोगों तक झूठ फैलाया जा रहा है और इस बारे में दोनों मीडिया संस्थानों ने भी साफ कर दिया है यह एग्जिट पोल पूरी तरह से फर्जी है। यह किसी पार्टी के समर्थकों या प्रचार टीम का किया धरा है।
दोनों मीडिया संस्थानों ने बताई इस खब़र की सच्चाई –
यूपी के कुछ इलाकों से ऐसी खबरें मिल रही हैं कि इस तस्वीर को पैमफ्लेट जैसे दैनिक जागरण अखबार के साथ लोगों तक पहुंचाया जा रहा ताकि लोगों को ऐसा लगे कि यह अखबार का ही हिस्सा है और लोग इसे सच मान लें। दैनिक जागरण अखबार ने ऐसे झूठे प्रचार के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवा दी है और यह खबर छापकर मतदाताओं से सावधान रहने की अपील भी की है।
दैनिक जागरण के अलावा, एबीपी न्यूज ने भी इस पूरे मसले पर स्पष्टीकरण देते हुए एक खबर प्रकाशित की है और कहा है कि चैनल ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से जुड़ा ऐसा कोई एग्जिट पोल टेलिकास्ट नहीं किया है। एबीपी न्यूज भी इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने जा रहा है। चैनल ने इस पूरे मामले पर एक शो के जरिए इस एग्जिट पोल और इस तस्वीर को फर्जी बताया है।