कर्नाटक के बेल्लारी में महिला डीएसपी अनुपमा शेनॉय के इस्तीफे को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. अनुपमा ने सोशल मीडिया के जरिए वरिष्ठ अधिकारियों पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे.बताया जा रहा है कि अनुपमा एक कांस्टेबल को बंद लिफाफा देकर ऑफिस से चली गईं थी जिसमें उनका इस्तीफा था. हालांकि उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक अंबेडकर भवन के नज़दीक एक शराब की दुकान को बढ़ाया जा रहा था जिसका अनुपमा विरोध कर रही थीं क्योंकि उससे अंबेडकर भवन का रास्ता बंद हो जाता. अनुपमा ने इस्तीफा देने के फौरन बाद फेसबुक पर कमेंट करते हुए कहा था कि शराब माफिया उनके इस्तीफे के लिए ज़िम्मेदार हैं.
उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमय्या सरकार को आड़े हाथों लेते हुए राम राज्य शब्द के बजाय रम राज्य शब्द का इस्तेमाल किया था. फेसबुक पर जारी किए अपने कमेंट में उन्होंने ये भी कहा कि सिर्फ न्यायपालिका उनको बचा सकती है.
आपको बता दें कि डीएसपी अनुपमा शेनॉय क नाम इससे पहले भी कई बार सुर्खियों में रहा है. एक दफा उन्होंने बेल्लारी ज़िले के प्रभारी मंत्री का कॉल रिसीव करने के बाद उन्हें काफी देर इंतज़ार करवाया था. मंत्री ने इसकी शिकायत ग़ह मंत्री डॉ.जी परमेश्वर से कर दी थी जिसके बाद अनुपमा का तबादला कर दिया गया था. उस वक्त भी अनुपमा ने न्याय के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया था. हालांकि तबादले का चौतरफा विरोध होने के बाद सरकार ने अनुपमा का तबादला वापस ले लिया था. अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है.