अध्यात्म

8 नंबर को है देवउठनी एकादशी, इस दिन जरूर करें व्रत और पढ़ें ये मंत्र

देवउठनी एकादशी 8 नवंबर को आ रही है और इस एकादशी के बाद से शुभ कार्य आरंभ हो जाएंगे। ऐसा कहा जाता है कि देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु विश्राम मुद्रा से जाग जाते हैं और सृष्टि का कार्यभार देखना शुरू कर देते हैं। दरअसल भगवान विष्णु क्षीरसागर में 4 महीनों तक आराम करते हैं और चार महीने बाद जागते हैं। भगवान विष्णु के सोने की वजह से ही चार महीनों तक कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है और जब ये जाग जाते हैं तो उसके साथ ही मंगल कार्य आरंभ कर दिए जाते हैं।

देवउठनीएकादशी को बेहद ही मंगल माना जाता है और इस एकादशी के दिन ही तुलसी विवाह भी किया जाता है। इस एकादशी को देवोत्थान, देवउठनी और प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है और हर साल ये एकादशी दिवाली के बाद ही आती है।

देवउठनी एकादशी का शुभ मुहूर्त

कार्तिक मास में आने वाली देवउठनी एकादशी के दिन व्रत रखा जाता है और इस दिन शुभ मुहूर्त के दौरान विष्णु जी की पूजा की जाती है। इस साल ये एकादशी 7 नवंबर 2019 रात: 09:55 से शुरू हो जाएगी जो कि अगले दिन 8 नवंबर 2019 की रात 12:24 तक रहेगी।

इस तरह से रखें व्रत

  • आप देवउठनी एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान कर लें। इसके बाद आप पूजा घर को अच्छे से साफ कर लें। पूजा घर साफ करने के बाद आप विष्णु भगवान को चढ़ाने के लिए भोग तैयार कर लें और इस भोग के अंदर तुलसी के पत्ते भी जरूर डाल लें।
  • अब आप अपनी पूजा शुरू कर दें और पूजा शुरू करते समय सबसे पहले पूजा करने का संकल्प लें और भगवान के सामने भोग रख दें। इसके बाद आप विष्षु भगवान की मूर्ति के सामने एक दीपक जला दें और मूर्ति पर फूल, मिठाई, तिलक ऋतुफल और गन्ना अर्पित कर दें।
  • आप भगवान के नाम का जाप करें और इस मंत्र को पढ़ें।देवउठनी एकादशी मंत्र
    “उत्तिष्ठो उत्तिष्ठ गोविंदो, उत्तिष्ठो गरुणध्वज।उत्तिष्ठो कमलाकांत, जगताम मंगलम कुरु।।”मंत्र का मतलब ये है कि जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु आप उठिए और मंगल कार्य की शुरुआत कीजिए।
  • मंत्र पढ़ने के बाद आप विष्णु जी की आरती गाएं। आरती पूरी होने के बाद आप भगवान को चढ़ाया गया भोग लोगों में बांट दें।
  • अगर आप व्रत रखते हैं तो आप पूरे दिन भगवान के नाम का जाप करें और हो सके तो पूजा घर में ही बैठे।
  • शाम के समय आप फिर से विष्णु जी की पूजा करें और पूजा करने के बाद आप जमीन पर सो जाएं।

देवउठनी एकादशी के दिन जरूर करें ये काम

देवउठनी एकादशी के दिन व्रत और पूजा करने के अलावा आप नीचे बताए गए कार्यों को भी जरूर करें।

  • देवउठनी एकादशी के दिन आप पवित्र नदी में स्नान जरूर करें।
  • इस दिन आप चीजों का दान जरूर करें और गरीब लोगों को भोजन खिलाएं।

देवउठनी एकादशी के दिन ना करें ये काम

  • इस दिन आप पलंग पर ना सोएं और ना बैेठे।
  • देवउठनी एकादशी के दिन आप केवल शाकहारी खाना ही खाएं।
  • देवउठनी एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं किया जाता है। इसलिए आप इस दिन अपने घर में चावल ना बनाएं।

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