ओडिशा पंचायत चुनाव के पहले चरण में बीजेपी ने दिया सत्ताधारी बीजेडी को बड़ा झटका!
ओडिशा के पंचायत चुनावों में भाजपा को बड़ा फायदा हुआ है.2012 चुनाव में 854 सीटों में से सिर्फ 36 पर जीतने वाली भाजपा ने इस बार पहले ही चरण में 188 जिला परिषद सीटों में से 68 पर जीत दर्ज की है या फिर उसका उम्मीदवार आगे चल रहा है. भाजपा के इस उलटफेर से सत्ताधारी बीजू जनता दल को करारा झटका लगा है. अभी यूपी समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं. इस परिणाम से निश्चित ही भाजपा खेमे का आत्मविश्वास चरम होगा.
#PanchayatPolls: The winning tally so far: Total polled Zilla Parishad seats-188; BJD-60, BJP-46, Cong-8, Others- 2 #Odisha
— OTV (@otvnews) 13 February 2017
ओडिशा में अभी भी पंचायत चुनाव के तीन चरण के चुनाव आने हैं. अभी पहले चरण में 188 जिला परिषद सीटों के परिणाम आए जिसमें बीजेडी ने करीब 94 सीटों पर जीत हासिल की है. भाजपा ने सभी को चौंकाते हुए 66 सीटें जीती और कांग्रेस फिसड्डी रहते हुए सिर्फ 11 सीटों पर सिमट गई. अन्य के खाते में 5 सीटें आयी. माना जा रहा है कि भाजपा इस बार बीजेडी को पीछे छोड़ सकती है. ओडिशा में अभी पंचायत चुनावों के तीन दौर बाकी हैं. 19 फरवरी को यहां अंतिम चरण का मतदान होगा. भाजपा ने चुनावों से पहले कहा था कि इनके नतीजे विधानसभा चुनावों का ट्रेलर साबित होंगे. पहले चरण में 71 प्रतिशत मतदान हुआ है.
भाजपा के हौसले बुलंद :
भाजपा के प्रचार की कमान संभाल रहे केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नतीजे दर्शाते हैं कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अपनी जमीन खोते जा रहे हैं. उन्होंने बताया, ”बीजद का खेल जल्द ही समाप्त हो जाएगा।” वहीं बीजद प्रवक्ता शशिभूषण बहेरा ने कहा कि पहले चरण के नतीजों से ज्यादा मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. अभी तीन दौर बाकी हैं.
बीजेडी को करारा झटका :
नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजद उम्मीद कर रही थी कि पिछली बार की तरह इस बार भी वह चुनावों में एकतरफा जीत हासिल करेगी. पार्टी ने इसके लिए जोर-शोर से चुनाव प्रचार भी किया. फिल्मी सितारों ने रोड शो किया लेकिन पहले चरण के चुनाव प्रचार बीजद के लिए बड़ा झटका साबित हुए. भाजपा ने मयूरभंज, बारगढ़ और कालाहांडी जिलों में सफाया कर दिया है. पार्टी ने केवनझार, बोढ़, संबलपुर, मल्कानगिरी, केंद्रपाड़ा, झारसुगुडा, सुंदरगढ़ और अंगुल में भी जोरदार प्रदर्शन किया है.
कांग्रेस रही फिसड्डी :
इन नतीजों में कांग्रेस काफी पीछे छूट गई है. कांग्रेस केवल 11 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई है. बीजद के गढ़ माने माने जाने वाली कई सीटों से भाजपा ने सफाया कर दिया. अब सभी की निगाहें आगामी चरणों पर टिकी हुई हैं. 2012 पंचायत चुनावों में बीजद को 651 , कांग्रेस को 128 और भाजपा को 36 सीटें मिली थी.