शिवसेना की बीजेपी को धमकी, महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव को तैयार!
बीएमसी चुनावों में भाजपा से अलग होकर मैदान में उतरी शिवसेना लगातार बीजेपी पर निशाने साध रही है और ऐसे संकेत दे रही है कि वह राज्य सरकार को दिया समर्थन वापस भी ले सकती है. शिवसेना ने कहा है कि बीजेपी के शासन से नाखुश जनता मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार है. साथ ही उसने दावा किया है कि महाराष्ट्र सरकार में शामिल उसके मंत्री इस्तीफा देने के लिए एकदम तैयार हैं और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं. हाल ही में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी समर्थन वापिस लेने के मुद्दे पर महाराष्ट्र सरकार को आगाह किया था.
शिवसेना की वरिष्ठ नेता मनीषा कायंदे ने कहा, पार्टी को मुख्यमंत्री के कामकाज के तरीके और जिस तरह से वह खुद को पेश करते हैं, उसे लेकर अप्रसन्नता है. केवल शिवसेना ही नहीं जनता भी भाजपा से परेशान हो चुकी है. फर्जी दावे, घोषणा और हमें बदनाम करने की कोशिशों के साथ भाजपा दागी नेताओं को शामिल कर रही है. ऐसे में लोग मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार हैं.
अलग-अलग हुए रास्ते :
मुंबई और राज्य के अन्य शहरों में होने वाले निकाय चुनावों में बीजेपी के साथ मतभेद के चलते शिवसेना प्रमुख ने फडनवीस सरकार को ‘नोटिस पीरियड’ में रखा हुआ है और इस कारण पार्टी मंत्रिमंडल से बाहर होने की धमकी दे रही है. गौरतलब है कि देश की सबसे बड़ी नगरपालिका में इस बार बीजेपी और शिवसेना अलग- अलग चुनाव लड़ रही हैं. हालांकि राज्य और केंद्र में दोनों का गठबंधन मौजूद है. बीजेपी 227 सीटों वाली बीएमसी में 114 सीटें मांग रही थी. लेकिन शिवसेना 60 से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं थी. जब बात नहीं बनी तो शिवसेना ने अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान किया. बाद में बीजेपी ने भी 195 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. इसके बाद से दोनों पार्टियों मे जुबानी जंग जारी है. बीएमसी चुनावों के लिए 21 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. नतीजे 23 फरवरी को आएंगे.
इस बीच शरद पवार की अगुआई वाली एनसीपी ने शिवसेना को सरकार से समर्थन वापस लेने की चुनौती दी है और कहा कि वे मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार हैं. पार्टी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, ‘शिवसेना के पास सरकार को छोड़ने की हिम्मत नहीं है. अगर वह ऐसा करती है तो एनसीपी किसी पार्टी का समर्थन नहीं करेगी और फिर से चुनाव कराने की मांग करेगी.’