तो इस वजह से दिवाली पर मां लक्ष्मी को चढ़ाया जाता है खील-बताशे का प्रसाद
दीपावली के दिन घर की सफाई की जाती है और घर को अच्छे से सजाया जाता है। इसके बाद शाम के समय मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है और इनकी पूजा करते समय इनको खील-बताशे का प्रसाद जरूर चढ़ाया जाता है। दीपावली की पूजा को खील-बताशों के बिना अधूरा माना जाता है और पूजा करते समय इनका प्रयोग करना अनिवार्य माना गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर क्यों मां लक्ष्मी की पूजा करते हुए उन्हें खील और बताशे अर्पित किए जाते हैं?
क्यों चढ़ाते हैं मां को खील-बताशे का प्रसाद
दीपावली की पूजा के दौरान मां लक्ष्मी और गणेश जी को खील और बताशे चढ़ाने के पीछे कई सारे कारण हैं और ये कारण इस तरह है।
पहला कारण
खील धान से बनी होती है और धान को सबसे पवित्र अनाज माना जाता है। इसलिए मां की पूजा करते समय उन्हें खील जरूर चढ़ाई जाती है। वहीं बताशों का रंग सफेद होता है और जो पवित्रता का दर्शाते हैं।
दूसरा कारण
दीपावली से पहले ही चावल की फसल तैयार होती है और चावल की फसल का पहला भोग मां को दीपावली के दिन लगाया जाता है और खील चढ़ाई जाती है।
तीसरा कारण
दीपावली के दिन मां की पूजा करते समय उनसे धन और वैभव की प्राप्ति की कामना की जाती है और हमारे शास्त्रों में धन-वैभव का दाता शुक्र ग्रह को माना गया है। धान शुक्र ग्रह से जुड़ी हुई है। इसलिए शुक्र को प्रसन्न करने के लिए हम लक्ष्मी को खील-बताशे चढ़ाते हैं।
चौथा का कारण
सफेद और मीठी सामग्री का नाता शुक्र ग्रह से होता है और इसलिए दीपावली के दिन मां लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को प्रसन्न करने के लिए खील और बताशे अर्पित किए जाते हैं। ताकि इनकी कृपा बनी रहे।
इस तरह से करें दीपावली के दिन पूजा
- दीपावली के दिन आप शाम के समय केवल शुभ मूहुर्त पर ही पूजा करें। पूजा करने हेतु आप सबसे पहले अपने पूजा घर में एक रंगोली बना दें। फिर इस रंगोली के पास ही एक चौकी रखें दें और चौकी पर मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति स्थापित कर दें। आप चाहें तो कुबरे भगवान की मूर्ति भी चौकी पर रख सकते हैं।
- पूजा की शुरूआत करते हुए आप सबसे पहले दीपक जला दें और मां लक्ष्मी को कमल का फूल अर्पित करें और गणेश जी को लाल रंग का फूल चढ़ाए।
- फूल चढ़ाने के बाद आप चौकी पर फल रखें और खील बताशों को भी रख दें। इसके बाद आप अपनी पूजा शुरू करें और पूजा करते समय आप मां से धन प्राप्ति की कामान करें।
- पूजा पूरी होने के बाद आप मां की आरती जरूर गाएं और आरती पूरी होने के बाद मां को चढ़ाए गए खील और बताशे प्रसाद के रूप में बांट दें। इसके अलावा आप थोड़े से खील और बताशे अपनी तिजोरी में भी रख दें। ऐसा करने से आपकी तिजोरी हमेशा धन से भरी रहेगी।
- अंत में आप अपने घर को दीयों की रोशनी से जगमगा दें और घर के हर कोने में दीपक रख दें।