एक सच्चे हनुमान भक्त में होती हैं ये 5 आदतें, जानिए क्या आप हैं इसमें शामिल
हनुमानजी उन गिने चुने देवी देवताओं में से हैं जिन्हें सदा अमर रहने का वरदान प्राप्त हैं. यही वजह हैं कि हनुमान जी भक्तों की प्रार्थना जल्दी सुन लेते हैं. ऐसा कहा जाता हैं कि जो व्यक्ति हनुमान जी को प्रसन्न कर देता हैं उसके सभी संकट दूर हो जाते हैं. ऐसे में हर कोई उनका फेवरेट भक्त बनने की कोशिश करता हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक सच्चा हनुमान भक्त कौन होता हैं और उसमे क्या क्या खूबियाँ होती हैं? आज हम आपको इस बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं. यदि आप इन आदतों को अपनाते हैं तो एक सच्चे हनुमान भक्त बन सकते हैं. इस टाइप के भक्तों से हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं. तो चलिए फिर बिना किसी देरी के जान लेते हैं कि ये आदतें कौन सी हैं.
1. नियमित हनुमान चालीसा का पाठ:
हर सच्चा हनुमान भक्त ये बाटी भली भाँती जानता हैं कि प्रत्येक शनिवार और मंगलवार को हनुमान चालीसा पढ़े का क्या महत्त्व होता हैं. ये बजरंगबली तक आपकी बात पहुंचाने का सबसे बढ़िया माध्यम होता हैं. इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की रक्षा करते हैं. साथ ही नियमित हनुमान चालीसा पढ़ने से आपका मन सकारात्मक रहता हैं.
2. सुबह शाम पूजा:
यदि आप एक सच्चे हनुमान भक्त हैं तो सुबह और शाम रोजाना हनुमान जी के हाथ जोड़ उनका आशीर्वाद लेंगे. साथ ही उनके सामने तेल का दीपक जलाना या अगरबत्ती लगाना भी इसमें शामिल हैं. एक बड़ा भक्त हनुमान जी को याद करने के लिए शनिवार या मंगलवार का इंतज़ार नहीं करता हैं. बल्कि वो तो उन्हें रोजाना ही सुबह और शाम अपनी सेवा देता हैं.
3. महिलाओं का सम्मान:
ए हनुमान भक्त कभी भी महिलाओं के साथ कोई अपमान नहीं करता हैं. उनके पर हिंसा करने की तो सोच भी नहीं सकता हैं. वे हमेशा पराई महिलाओं को अपनी बहन या माँ समझता हैं. उनके साथ अच्छा व्यवहार करता हैं. हनुमानजी स्वयं माता सीता का बड़ा आदर और सम्मान करते थे.
4. दान धर्म:
एक हनुमान भक्त दूसरों को दान करने में कभी पीछे नहीं हटता हैं. दान का ये मतलब नहीं कि आपको ढेर सारा पैसा देना ही हैं. आप अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार कुछ भी दान कर सकते हैं. ये दान मंदिर में या किसी जरूरतमंद के लिए हो सकता हैं. बस दान करते समय आपका मन साफ़ होना चाहिए. ऐसा नहीं कि आप मन मार के मजबूरी में दान धर्म करे. इसका आपको कोई लाभ नहीं मिलेगा.
5. दूसरों की सहयता:
एक हनुमान भक्त दूसरों की सहायता को हमेशा तत्पर रहता हैं. खासकर जब किसी महिला, बच्चे या बूढ़े व्यक्ति को मदद की आवश्यकता होती हैं. जरूरतमंदों की सहयता करना एक सच्चे हनुमान भक्त की निशानी हैं.
इसके अतिरिक्त ईमानदार रहना, दूसरों को धोखा ना देना और कोई भी ऐसा गलत काम ना करना जिससे दूसरों को दुःख पहुंचे, ये भी हनुमान भक्त के गुण होते हैं. इसलिए यदि आप हनुमान जी के चहेते भक्त बनना चाहते हैं तो आपको इन गुणों या आदतों को अपनाने की कोशिश करना चाहिए. ये जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर अवश्य करे.