100 साल बाद धनतेरस के दिन बन रहा है महासंयोग, जानें किस मुहूर्त में करें खरीदारी
कार्तिक मास में कई सारे पर्व आते हैं और इन्हीं पर्वों में से एक पर्व धनतेरस का है। धनतेरस का पर्व दीपवाली से दो दिन पहले आता है और इस दिन महालक्ष्मी और कुबेर भगवान का पूजन किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि धनतेरस के दिन लक्ष्मी और कुबेर भगवान की पूजा करने से जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। धनतेरस के दिन पूजा करने के अलावा सोना, चांदी और बर्तन भी खरीदना शुभ होता है।
क्यों मनाया जाता है धनतेरस का पर्व
कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन समुद्र मंथन के दौरान धनवंतरी अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे। जिसके बाद से इस दिन को धनतेरस के रूप में मनाया जाने लगा। वहीं धनवंतरी के प्रकट होने के ठीक दो दिनों बाद ही मां लक्ष्मी प्रकट हुईं थीं और इसलिए धनतेरस के दो दिन बाद दीपावली का पर्व मनाया जाता है।
साल 2019 में कब आ रहा है धनतेरस –
इस साल 25 अक्टूबर के दिन धनतेरस का पर्व आ रहा है। धनतेरस के दिन शाम के समय नई वस्तुएं खरीदी जाती हैं और शुभ मुहूर्त के दौरान पूजा की जाती है। इस साल धनतेरस पूजा मुहूर्त शाम 07.08 बजे से रात 8.14 बजे तक का है। इसलिए आप इसी अवधि के दौरान पूजा करें और नई वस्तु खरीदें।
100 साल के बाद बन रहा है महासंयोग
इस साल धनतेरस के दिन शुक्र प्रदोष भी आ रही है। जिसके कारण धनतेरस के दिन शुक्र प्रदोष और धन त्रयोदशी का महासंयोग बन रहा है। ऐसा महासंयोग 100 साल के बाद बन रहा है। इसलिए इस बार धनतेरस का पर्व बेहद ही खास होने वाला है।
इस तरह से करें पूजा
- धनतेरस के दिन आप शाम के समय कुबेर भगवान और लक्ष्मी मां की पूजा करें। पूजा करने हेतु आप सबसे पहले इन्हें फूलों की माला अर्पित करें। माला अर्पित करने के बाद इनके सामने एक दीपक जला दें।
- इसके बाद आप लक्ष्मी मां और कुबेर भगवान को मीठी चीज का भोग लगाएं। अगर आप इस दिन चांदी या सोना खरीदते हैं तो उन्हें भगवान के चरण में रख दें।
- फिर आप विधि विधान से भगवान की पूजा करें और अंत में आरती गाएं। आरती गाने के बाद आप इनको चढ़ाया गया भोग आपस में बांट लें।
- भोग बांटने के बाद आप दो तेल के दीपक घर के मुख्य दरवाजे के पास रख दें।
की जाती है यमदेव की भी पूजा
धनतेरस के दिन यमदेव की पूजा भी की जाती है। इस दिन यमदेव की पूजा करने से घर के लोगों को रोग नहीं लगते हैं और उन्हें लंबी आयु मिलती है। इसलिए आप धनतेरस के दिन यमराज की पूजा भी करें और इनकी पूजा करने के बाद अपने घर के मुख्य दरवाजे पर एक दीया जाल दें। इस दीये को रखते समय आप यमराज भगवान से सुखी जीवन की कामना करें। घर के मुख्य दरवाजे के अलावा आप घर की खिड़कियों के पास भी तेल का दीपक रख सकते हैं।