किसी ने की चौकीदारी तो कोई था बस कंडक्टर, जाने फिल्मों में आने से पहले क्या करते थे सितारें
जब आपके इरादें पक्के होते हैं तो कोई भी लक्ष्य हासिल करना मुश्किल नहीं होता हैं. फिर चाहे आप फिल्म में अभिनेता ही क्यों ना बनना चाहे. इस चीज का सपना हर कोई देखता हैं लेकिन सफल सिर्फ गिने चुने लोग ही होते हैं. ऐसे में आज हम आपको कुछ उन लोगो से मिलाने जा रहे हैं जिन्होंने फिल्मों में आने से पहले काफी संघर्ष किया, यहाँ तक कि कई छोटी मोटी जॉब भी करी. हालाँकि उनकी मेहनत और लगन ने उनके सफलता के पायदान पर लाकर खड़ा कर ही दिया.
नवजुद्दीन सिद्दीकी:
कहते हैं फिल्मों में लीड एक्टर बनने के लिए आपके पास अच्छे चेहरा और बढ़िया बॉडी होनी चाहिए. हालाँकि नवाज़ ने साबित कर दिया कि टेलेंट के आगे लोग आपके लुक पर भी ध्यान नहीं देते हैं. किसान परिवार से आने वाले नवाज़ 8 भाई बहन हैं. अपनी पढ़ाई के बाद नवाज़ ने कभी रसायनज्ञ तो कभी चौकीदार के रूप में भी काम किया. उनके ऊपर एक्टिंग का जूनून सवार था. साल 1999 में उन्हें सरफ़रोश फिल्म में बेहद छोटा रोल मिला. इसके बाद नवाज़ ने कई फिल्मों में बहुत छोटे लेकिन दमदार रोल किये. इस तरह उनके टेलेंट को पहचाना गया और ‘गैंग ऑफ़ वासेपुर’ में उन्हें जबरदस्त रोल मिला. बस फिर नवाज़ की किस्मत चमकी और आज वो बॉलीवुड के सबसे काबिल अभिनेताओं में से एक हैं.
अरशद वारसी:
फिल्मों में अपनी कॉमिक टाइमिंग से लोगो को गुदगुदाने वाले अरशद वारसी ने भी अपना नाम बनाने के लिए खूब पसीना बहाया हैं. अरशद जब 14 के थे तो अनाथ हो गए थे. मुंबई में अभिनेता बनने के लिए टिके रहना भी बड़ी बात होती हैं. उस दौरान अरशद घर घर जाकर दरवाजे पर बिक्री एजेंट के रूप में लोगो को ब्यूटी प्रोडक्ट्स बेचा करते थे. उनकी डांस में रूचि थी ऐसे में वे एक डांस ग्रुप में शामिल हुए. वहां थोड़ी पॉपुलैरिटी मिली तो बॉलीवुड में इंटर हो गए. यहाँ पहले तो उन्होंने बतौर कोरियोग्राफर शुरुआत की लेकिन बाद में एक्टिंग की दुनियां में आ गए.
अमिताभ बच्चन:
इस देश में शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे अमिताभ बच्चन का नाम नहीं पता हैं. अमिताभ को बॉलीवुड का महानायक भी कहा जाता हैं. आज उनका देश विदेश में बहुत बड़ा नाम हैं. हालाँकि ये नाम कमाने के लिए अमिताभ ने बहुत संघर्ष किया हैं. एक मिडल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखने वाले अमिताभ ने अपने करियर के शुरूआती दिनों में बहुत संघर्ष किया हैं. शुरूआती दिनों में वे कोलकाता में माल भाड़ा ब्रोकर थे. उन्हें अपने चेहरे की वजह से कई ऑडिशन में रिजेक्शन मिले. यहाँ तक कि आल इंडिया रेडियो को उनकी आवाज़ पसंद नहीं आई और उन्हें नौकरी नहीं दी. बाद में अमिताभ को फिल्मों में काम तो जरूर मिला लेकिन उनकी एक के बाद एक 12 फ़िल्में फ्लॉप हो गई. इन सबके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और लगे रहे. फिर जंजीर फिल्म से उन्हें सफलता मिली. इस फिल्म के हिट होने के बाद उनकी लाइफ बदल गई. अब आज वो जिस मुकाम पर है वो आप सभी अच्छे से जानते हैं.
रजनीकांत:
साउथ और बॉलीवुड दोनों ही जगह किंग बने रजनीकांत का संघर्ष भी काफी मुश्किलों से भरा रहा हैं. फिल्मों में आने से पहले कभी उन्होंने कुली का काम किया तो कभी वे बैंगलुरू ट्रांसपोर्ट में बस कंडक्टर बने. रजनीकांत अक्सर नाटकों में हिस्सा लिया करते थे. ऐसे में उनके अभिनय कला को पहचान दिग्गज निर्देशक स्वर्गीय बालाचंदर ने उन्हें फिल्म लाइन में किस्मत आजमाने की सलाह दी. बस इसके बाद उन्होंने अपनी सफलता के झंडे खूब गाड़े.