Pushya Nakshtra 21 अक्टूबर 2019: बेहद ही शुभ होता है पुष्य नक्षत्र, इस दिन जरूर करें ये कार्य
पुष्य नक्षत्र बेहद ही शुभ नक्षत्र माना जाता है और इस नक्षत्र के दौरान सोना, चांदी, वाहन और इत्यादि तरह की चीजों को खरीदना शुभ होता है। ऐसा कहा जाता है कि पुष्य नक्षत्र के दौरान जो चीज खरीदी जाती है। उनमें बरकत होती है और यही वजह है कि लोग हर साल पुष्य नक्षत्र के दौरान कोई ना कोई नई वस्तु जरूर खरीदते हैं।
आखिर क्यों होता है पुष्य नक्षत्र शुभ
ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को सबसे उत्तम नक्षत्र माना जाता है और इस नक्षत्र को 27 नक्षत्रों का राजा माना गया है। 27 नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र पुष्य होता है और इस नक्षत्र का स्वामी शनि है। जबकि इस नक्षत्र का देवता बृहस्पति हैं। इतना ही नहीं पुष्य नक्षत्र स्वामी ग्रह चंद्रमा के प्रभाव में भी आता है। शनि के अनुसार वाहन खरीदना, बृहस्पति के अनुसार सोना और चंद्र के अनुसार चांदी खरीदना इस दिन शुभ लाभ देता है।
इस साल कब है पुष्य नक्षत्र
इस साल पुष्य नक्षत्र 21 अक्टूबर की दोपहर 01:39 बजे से शुरू होगा और 21 अक्टूबर की दोपहर 3:38 बजे तक रहेगा। यानी आप 21 अक्टूबर से लेकर 22 अक्टूबर तक खरीददारी कर सकते हैं और नई वस्तुएं अपने घर में ला सकते हैं। इसके अलावा इस साल पुष्य नक्षत्र के दिन तिथि, वार, नक्षत्र और ग्रहों की विशेष स्थिति भी बन रही है और पुष्य नक्षत्र का संयोग मंगलवार के दिन आ रहा है। शास्त्रों में मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र आना बेहद ही शुभ माना जाता है।
पुष्य नक्षत्र में जरूर करें ये कार्य
पुष्य नक्षत्र के दिन मांगलिक कार्य करना उत्तम फल देता है और इस दिन कौन से कार्य करना शुभ होता है उसकी जानकारी इस तरह है –
- इस नक्षत्र के दौरान आप नया घर या संपत्ति खरीद सकते हैं।
- इस दिन विद्या से जुड़ी चीजें खरीदना अच्छा फल देता है।
- इस दिन चीजों का दान करना शुभ माना जाता है।
- किसी भी तरह का शुभ कार्य जैसे हवन या अनुष्ठान इस दिन किया जा सकता है।
- पुष्य नक्षत्र के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करना और श्री यंत्र को खरीदना जीवन में धन समृद्धि लाता है।
- इस शुभ नक्षत्र के दौरान विवाह को छोड़कर किए गए हर तरह के धार्मिक और आर्थिक कार्यों में केवल उन्नति ही मिलती है।
- पुष्य नक्षत्र के दौरान पूजा करना काफी लाभदायक माना जाता है और इस दिन पूजा करने से हर कामना पूर्ण हो जाती है।
- सोना, चांदी, सोफा, बर्तन और इत्यादि तरह की चीजें आप इस नक्षत्र के दौरान जरूर खरीदें।
पुष्य नक्षत्र के दौरान ना करें ये कार्य
पुष्य नक्षत्र शुभ नक्षत्र होता है, लेकिन इस नक्षत्र के दौरान विवाह करना अशुभ माना जाता है। दरअसल जिस दिन भगवान ब्रह्मा को श्राप दिया गया था उस दिन पुष्य नक्षत्र ही था। इसलिए इस नक्षत्र को विवाह करने के लिए शुभ नहीं माना जाता है और पंडितों द्वारा इस नक्षत्र में विवाह ना करने की सलाह दी जाती है। विवाह के अलावा इस दिन सगाई करना और विवाह से जुड़ा कोई भी कार्य करना भी सही नहीं होता है।