कथा: नए कार्य की जानकारी हासिल करने के बाद ही, उसे शुरू करने में समझदारी होती है
प्रचलित लोक कथा के अनुसार एक बार एक राजा अकेले ही जंगल में शिकार करने के लिए चले जाता है। जंगल में शिकार की खोज करते हुए ये राजा जंगल में खो जाता है। जिसके कारण राजा अपना रास्ता भूल जाता है। जंगल से बाहर कैसे निकला जाए राजा इसी सोच में पड़ जाता है और खूब कोशिश करने के बाद भी राजा को जंगल से बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिलता है। वहीं रास्ते की खोज करते हुए राजा एक नदी के किनारे पहुंच जाता है और इस नदी के किनारे राजा को एक कुटिया दिखाई देती है। राजा तुरंत उस कुटिया में जाता है और उस कुटिया में रहने वाले एक व्यक्ति से मदद मांगता है।
ये व्यक्ति राजा की पहले खूब अच्छे से सेवा करता है और फिर राजा को राज्य तक छोड़ देता है। इस व्यक्ति से राजा काफी खुश हो जाता है और इस व्यक्ति को अपने राज्य का एक चंदन का बाग उपहार के रूप में दे देता है। राजा इस व्यक्ति को चंदन का बाग देते हुए कहता हैं कि इस बाग में लगा हर चंदन का पेड़ तुम्हारा है और तुम जैसे चाहों इसका इस्तेमाल कर सकते हो।
चंदन का बाग मिलने पर ये व्यक्ति खुश हो जाता है और उस बाग में ही रहना शुरू कर देता है। इस व्यक्ति को चंदन के पेड़ के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है। इसलिए ये व्यक्ति चंदन की लकड़ियों को काटकर जलाना शुरू कर देता है और इनसे बनने वाला कोयला बाजार में बेचकर पैसे कमाने लगा जाता है।
ये व्यक्ति रोज एक चंदन का पेड़ काट कर उसकी लकड़ियों में आग लगा देता है। वहीं ऐसा करते करते इस व्यक्ति ने बाग में लगे लगभग सभी चंदन के पेड़ों को काट दिया और इस बाग में केवल एक ही चंदन का पेड़ बचता है। एक चंदन का पेड़ देख इस व्यक्ति ने सोचा क्यों ना इस बार इसकी लकड़ियों को ही बेचकर ही पैसे कमाएं जाएं।
ये व्यक्ति चंदन की लकड़ी को लेकर बाजार में बेचने के लिए चले जाता है। बाजार में जाते ही चंदन की खुशबू हर जगह फैल जाती है और हर दुकानदार इस व्यक्ति के पास आकर चंदन की लकड़ी खरीदने लग जाता है। चंदन की लकड़ियों की इतनी कीमत देख इस व्यक्ति को काफी हैरानी होती है और इसको खूब पछतावा होता है कि उसने बेकार में ही बहुमूल्य लकड़ियों को जालकर बर्बाद कर दिया।
इस कथा से मिली सीख
जब भी हम लोग किसी नए कार्य की शुरुआत करते हैं तो हमें उस कार्य से जुड़ी हर जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए और उसके बाद ही वो काम शुरू करना चाहिए। क्योंकि जानकारी ना होने पर हमें लाभ मिलने की जगह हाानि हो जाती है। इसलिए आप जब भी किसी कार्य को शुरू करें। तो सबसे पहले उस कार्य से जुड़ी हर जानकारी हासिल कर लें और उसके बाद ही कार्य को करें।