अयोध्या में हलचल तेज, धारा 144 लागू, किसी भी पल आ सकता है राम मंदिर का आखिर फैसला
सालों से चले आ रहे अयोध्या विवाद को लेकर अब प्रक्रिया तेज़ हो चुकी है। जी हां, अयोध्या रामभूमि विवाद अब किसी भी पल सुलझ सकता है, जिसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दी गई है। मतलब साफ है कि अब इस मसले पर आखिरी सुनवाई हो रही है, जिसमें किसी भी पल कोई फैसला आ सकते हैं। ऐसी स्थिति में प्रदेश व देश का माहौल न बिगड़े, जिसकी वजह से कानून को सख्त हिदायत दी गई। इतना ही नहीं, अयोध्या के आसपास के इलाकों में तो धारा 144 भी लगा दी गई है।
अयोध्या विवाद को लेकर सालों से देश दो हिस्सों में बंटा हुआ है। इसके लेकर कोर्ट में कई तरह के दलीलें भी पेश की जाती हैं। बार बार इस मुद्दे को रोकने की कोशिश भी जाती है, लेकिन इस बार इस पर आखिरी फैसला होकर ही रहेगा। बता दें कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों को इस विवाद को सुलझाने के लिए कहा था, लेकिन यह विवाद सुलझ नहीं सका और फिर अब मामला आखिरी सुनवाई तक पहुंच चुका है। दरअसल, यहां राम मंदिर और बाबरी मजिस्द की जमीन को लेकर विवाद चल रहा है।
मंदिर की तैयारियां हुई तेज़
जैसे ही पता चला कि अब इस मामले में आखिरी सुनवाई होने वाली है, वैसे ही मंदिर पक्षकारियों ने मंदिर बनाने की तैयारियां तेज़ी से शुरु कर दी। बता दें कि 60 प्रतिशत शिलाएं तैयार हो चुकी हैं। ऐसे में यह अपने आप में बड़ा विश्वास है कि फैसला राम मंदिर के हक में ही आएगा, जिसकी वजह से कानून व्यवस्था को बिल्कुल टाइट किया गया। अयोध्या में कोई भी चार इंसान एक साथ एक जगह फिलहाल नहीं खड़ा हो सकता है, क्योंकि वहां धारा 144 लागू कर दी गई है।
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बहुत जल्द आएगा फैसला
सुप्रीम कोर्ट में चल रहा विवाद बहुत ही जल्द सुलझने वाला है। इसकी जानकारी बहुत पहले से ही दे दी गई थी। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि वह इसी साल के आखिरी तक फैसला सुना देगी। इतना ही नहीं, माना जा रहा है कि दिवाली से पहले भी इस मुद्दे पर फैसला आ सकता है। दरअसल, दिवाली हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार है, जोकि राम भगवान के आगमन की वजह से मनाया जाता है, ऐसे में दिवाली से पहले ही इस मुद्दे पर फैसला आने की संभावना जताई जा रही है।
देशहित में होगा राम मंदिर का फैसला
बहुचर्चित विवादित मामले को लेकर कई दिग्गज नेता अपनी राय रख चुके हैं। इसी सिलसिले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बड़ा बयान दिया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम मंदिर का फैसला देशहित में होगा, क्योंकि सभी लोग चाहते हैं कि समाज में राम मंदिर बने और वो भी राम जन्मभूमि पर। इतना ही नहीं, मुस्लिम पक्ष के भी कुछ गुटों का यह कहना है कि अयोध्या जमीन हिंदुओं को दे देनी चाहिए, ताकि वहां राम मंदिर बन सके।