थक चुकी कांग्रेस पार्टी पर शिवसेना का निशाना, कहा- ‘इसमें युवा कम, बुजुर्ग ज्यादा तो चुनावी…’
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति गरमा चुकी है। प्रत्येक पार्टी दूसरी पार्टी पर आरोप प्रत्यारोप लगा रही है। इसी सिलसिले में शिवेसना ने भी बहती गंगा में हाथ धो लिया है। जी हां, शिवसेना ने सामना के ज़रिए कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया है। इस दौरान शिवसेना ने अपने संपादकीय पेज पर कांग्रेस को लेकर लंबा चौड़ा लेख लिखा है, जिसमें पार्टी के भविष्य पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। इतना ही नहीं, शिवसेना कांग्रेस को लेकर इसी तरह से कई लेख लिख चुकी है, जिसमें पार्टी के अस्तित्व पर ही सवाल उठा दिए गए हैं।
साल 2014 से ही कांग्रेस की स्थिति दिन ब दिन दयनीय होती जा रही है। हर किसी को कांग्रेस की इस दुर्दशा पर दया आने लगी है। कांग्रेस के पास कोई ऐसा नेता नहीं है, जो पार्टी का नेतृत्व कर सके। इतना ही नहीं, कोई भी ऐसा नहीं है, जो कांग्रेस पार्टी की टूटी कमर को दोबारा जोड़ने का प्रयास करे, बल्कि हर कोई इससे अपना पल्ला झाड़ता हुआ नज़र आ रहा है। इसी सिलसिले में शिवसेना ने अपने प्रमुख पत्र सामना में कांग्रेस को जमकर धोया है और उसके भविष्य पर ही सवाल उठा दिया।
थकी थकी सी कांग्रेस पार्टी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर हाल ही में खुर्शीद ने एक बयान जारी किया था कि चुनाव में कांग्रेस का जीतना कठिन है, जिसको लेकर ही शिवसेना ने कांग्रेस पर निशाना साधा। शिवसेना ने अपने सामना पत्र में न सिर्फ कांग्रेस पर निशाना साधा, बल्कि शरद पवार की पार्टी को भी आड़े हाथों लिया। इस दौरान लेख में लिखा गया कि दोनों ही कांग्रेस पार्टी अब थक चुकी है, उसमें कोई भी युवा नेतृत्व नहीं है, ऐसे में दोनों ही थके हुए घोड़े चुनावी रेस में भागने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि नतीजा उन्हें भी पता है।
सोनिया गांधी पर भी साधा निशाना
शिवसेना के सामना पत्र में लिखा लेख के मुताबिक, कांग्रेस इतनी ज्यादा थक गई है कि राहुल गांधी जैकी बनना नहीं चाहते हैं और एक बार फिर से थकी हुई सोनिया के हाथ में पार्टी की लगाम आ गई है, जिन्होंने अपने थके हुए हाथ से लगाम तो पकड़ लिया है, लेकिन बढ़ती उम्र की वजह से असर नहीं दिख रहा है। मतलब साफ है कि राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया है, लेकिन पार्टी में अभी भी जोश की कमी है।
चुनावी रेस में थके हुए घोड़े
बताते चलें कि शिवसेना ने कांग्रेस के साथ साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस को भी निशाने पर लिया। इस दौरान लिखा कि जहां एक तरफ शरद पवार की उम्र हो चली है, तो वहीं सोनिया गांधी भी अब स्वस्थ नहीं रहती है, जिसकी वजह से महाराष्ट्र चुनाव में तो दो थके हुए घोड़े ही भाग रहे हैं, जिनको अपना नतीजा पता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में युवाओं की भारी भरकम कमी है, लेकिन फिर भी कोई इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।