Photos: दिव्यांग पिता बेटे को रोजाना व्हीलचेयर से छोड़ता हैं स्कूल, वजह जान होगा गर्व
बाप बेटे का रिश्ता बड़ा निराला होता हैं. एक बेटे को अच्छी सुख सुविधाएं और बढ़िया एजुकेशन देना हर बापपना फ़र्ज़ समझता हैं. साथ ही एक पिता का ये भी कर्तव्य होता हैं कि वो अपने बेटे की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखे. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे पिता से मिलाने जा रहे हैं जो इन दिनों इंटरनेट पर बहुत सुर्खिया बटोर रहे हैं. दरअसल सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिसमे एक पिता अपने बेटे को व्हीलचेयर पर स्कूल छोड़ने जा रहा हैं. मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये तस्वीरें फिलीपींस की हैं.
Tatay Alejandro नाम का ये शख्स बचपन में पोलियों की बिमारी से पीड़ित हो गया था. इस कारण वो अपने पैरो से चल नहीं पाता हैं. Alejandro को एक स्थान से दुसरे स्थान जाने के लिए व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ता हैं. एक एकेले व्यक्ति के लिए ही व्हीलचेयर से लंबी दूरी तय करना मुश्किल होता हैं. ऐसे में Alejandro अपने 7 साल के बेटे को रोज उसी व्हीलचेयर पर अपनी गोदी में बैठा ले जाते हैं. ठण्ड हो, बारिश हो या गर्मी वो अपना ये डेली रूटीन नहीं छोड़ते हैं. उनके बीटा Pasig एलीमेंट्री स्कूल में ग्रेड 2 में पढ़ता हैं. बेटा आकार में भी थोड़ा वजनी हैं, हालाँकि पिता को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता हैं. वो तो रोजाना बेटे को बड़े प्यार से व्हीलचेयर पर अपनी गोद में बैठता हैं और फिर हाथो की सहयता से व्हीलचेयर को आगे बढ़ाते हुए स्कूल छोड़ने जाता हैं.
Alejandro बताते हैं कि वो ऐसा मुख्य रूप से दो वजहों से करते हैं. पहला ऐसा करने से किराया बच जाता हैं और दूसरा वो चाहते हैं कि बच्चा सुरक्षित रहे, इसलिए खुद ही उसे स्कूल छोड़ना पसंद करते हैं. Alejandro को 5 साली की उम्र से ही पोलियो हैं. वे खुद को खुशनसीब समझते हैं कि इस अपंगता के होने के बावजूद उनकी शादी हो गई और एक प्यारा बेटा भी हैं. ऐसे में अपनी फिजिकल कंडीशन के बावजूद वो अपनी लाइफ अच्छे से जीने की पूर्ण कोशिश करते हैं.
उधर सोशल मीडिया पर इस पिता की तस्वीरें बड़ी तेजी से वायरल हो रही हैं. पिता का पुत्र के प्रति ये प्रेम देख कई लोगो की आँखें भर आई. सच में ये अद्भूत नज़ारा हैं. हमें भी उम्मीद हैं कि Alejandro का बेटा जब थोड़ा और बड़ा हो जाएगा तो वो जरूर अपने पता की हेल्प करेगा. फिलहाल तो उसका फोकस अपनी पढ़ाई लिखाई पर ही हैं. वैसे आपको पिता और बेटे की ये तस्वीरें कैसी लगी हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताए.
देखा जाए तो इस कहानी से हम सभी भी प्रेरणा ले सकते हैं. हमें लगता हैं कि सिर्फ हमारी ही जिंदगी में दुःख और परेशानियाँ हैं. लेकिन ऐसा नहीं हैं. हमसे भी ज्यादा परेशानी में और भी कई लोग हैं. हालाँकि वो इस दुःख की घड़ी में भी हार नहीं मानते हैं और अपना बेस्ट देते हुए जिंदगी को अच्छे से जीने की कोशिश करते हैं. इसलिए आप भी इससे प्रेरणा ले और स्टोरी को ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ शेयर करे.