इस मशहूर सिंगर ने धर्म के लिए छोड़ दिया गाना, कहा- ‘अब जिंदगी इस्लाम की सेवा में बिता दूंगी’
कुछ समय पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस ज़ायरा वसीम ने अपने एक्टिंग करियर को छोड़ने का ऐलान फेसबुक पर किया था। उन्होंने लिखा था कि इस्लाम में एक्टिंग करना हराम माना जाता है लेकिन फिर भी उन्होंने इतने दिन ये सब किया है लेकिन अब वे पाप का हिस्सा नहीं बन सकतीं। वे सबकुछ छोड़कर इस्लाम में रम जाएंगी और अब जिस फिल्म स्काई इज ब्लू में वे नजर आएंगी ये उनकी आखिरी फिल्म होगी। इनके बाद अब पाकिस्तान से एक खबर आ रही है जब इस मशहूर सिंगर ने धर्म के लिए छोड़ दिया गाना, ये एक पाकिस्तानी सिंगर है जिनका नाम साजिया शख्ज है।
इस मशहूर सिंगर ने धर्म के लिए छोड़ दिया गाना
‘लाल मेरी पत’… ‘दाने पे दाना’ जैसे शानदार गानों को अपनी बेहतरीन आवाज दे चुकी सूफी सिंगर शाजिया खश्क से जुड़ी बड़ी खबर पाकिस्तान से आई है कि वे अब सिंगिंग से सन्यास लेने जा रही हैं। उन्होंने हाल ही में ऐलान कर दिया है कि वे अब गाना नहीं गाएंगी, पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, गायिका खश्क ने एक इंटरव्यू में ये साफ कहा है कि वो अब पूरी तरह से गाने की दुनिया छोड़ रहीं हैं. इसके साथ ही उन्होंने कई सारी बातें कहीं जो आपको हैरान कर सकती हैं। शाजिया ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को दिए अपने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने सिंगिंग छोड़ने का फैसला इसलिए किया क्योंकि वो अब अपनी जिंदगी पूरी तरह से इस्लामी शिक्षा को देना चाहती हैं और उसी में जीना चाहती हैं। उनका मानना है, ‘मैं फैसला कर चुकी हूं, मुझे अब अपनी बाकी की जिंदगी इस्लाम की सेवा में बितानी है’. शाजिया ने ये साफ कर दिया है कि उनका फैसला धर्म को लेकर लिया गया है।
शाजिया ने अपने समर्थकों और फैंस को लेकर भी बातें की। शाजिया ने प्रशंसकों का शुक्रिया अदा किया कि उम्मीद से ज्यादा उन्हें सम्मान दिया। शाजिया का कहना है कि वो अपने फैसले को नहीं बदलेंगी और वापस शोबिज में नहीं आएंगी।शाजिया ने सिंधी के साथ-साथ उर्दू, पंजाबी, बलोची, सराइकी और कश्मीरी भाषाओं में गीत गाए हैं। वे सूफी गायिका के साथ ही लोक कलाकार के तौर पर भी प्रसिद्ध हैं। शाजिया 45 देशों में शानदार लाइव शोज भी कर चुकी हैं।