रीढ़ की हड्डी में असहनीय दर्द के पीछे होता है ये 5 कारण, जाने कमजोरी की क्या है वजह
आज का समय इंसान के लिए भागदौड़ भरा हो गया है, सुबह उठकर ऑफिस और दिनभर बैठकर काम करना और फिर घर आकर भी पार्ट टाइम काम करना बहुत घातक होता जा रहा है। इससे ना सिर्फ व्यक्ति बीमार हो रहा है बल्कि ना उसे चैन मिल रहा है और मैंटली भी ऐसे लोग परेशान रह रहे हैं। इन्हीं में एक आम समस्या है पीठ का दर्द जो पीछे गले से लेकर कमर की हड्डी तक होता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि रीढ़ की हड्डी में असहनीय दर्द के पीछे होता है ये 5 कारण, इसे आपको जरूर जानना चाहिए अगर आपकी जॉब बैठकर करने वाली है तो।
रीढ़ की हड्डी में असहनीय दर्द के पीछे होता है ये 5 कारण
पीठ और कमर दर्द का एक बड़ा कारण रीढ़ की हड्डी कमजोर होने से होता है। हमारी कई दैनिक आदतें होती हैं जो रीढ़ की हड्डी को कमजोर बनाने का काम करती है। अगर आप इन दैनिक आदतों से अवगत होते हैं तो आप इन दर्दों से बच सकते हैं तो चलिए बताएं ऐसे दर्द होने के क्या होते हैं कारण?
ज्यादा देर तक बैठना
लंबे समय तक एक जगह बैठने वालों के शरीर में ज्यादा दबाव पड़ता है और इसलिए अगर आप लंबे समय तक एक ही जगह रहते हैं तो आपकी गर्दन या कमर अकड़ जाती है। घंटों बैठने से आपकी रीढ़ की हड्डी पर जोर पड़ सकता है।
ज्यादा तनाव में होना
जब भी हम टेंशन में रहते हैं शरीर का हर पुर्जा ग्रसित होता है। इससे गर्दन, पीठ और शरीर की मांसपेशियों पर भी दबाव पड़ने लगता है। अगर आप ज्यादातर समय तनाव में रहते हैं तो आपकी रीढ़ की हड्डी कमजोर हो सकती है।
गद्दे या बिस्तर के कारण
आपकी रीढ़ की हड्डी कमजोर होने लगती है क्योंकि आपके बिस्तर का गद्दा ज्यााद पुराना हो सकता है। 5 से 7 सालों में आपके बिस्तर के गद्दों को बदल देना चाहिए। इसका नतीजा ये होता है कि सोते समय शरीर को अच्छे से आराम नहीं मिल पाता और दर्द होता है।
हील्स पहनने के कारण
अगर आपको हील्स पहनने की आदत है तो आपकी रीढ़ की हड्डी बहुत दर्द कर सकती है। हाई-हील सैंडल पहनने से आपके पैरों की मांसपेशियां दबती हैं और इससे पीठ पर असर पड़ता है। ध्यान रहे कि आपकी सैंडल हल्की होनी चाहिए।
ज्यादा धूम्रपान करना
सिगरेट पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है ये बात सभी जानते हैं लेकिन इसे ज्यादातर लोग पीते हैं। सिगरेट पीने वालों में यही एक सबसे बड़ी बात होती है कि धीरे-धीरे उनके रीढ़ की हड्डी कमजोर होने लगती है। निकोटीन रीढ़ को ऑक्सीजन के परिवहन होने से रोकता है। ऑक्सीनज ना मिल पाने के कारण रीढ़ की हड्डी कमजोर होने लगती हैं।