आसान नहीं था सानिया मिर्ज़ा का शुरुआती सफर, 8 साल की उम्र में लोगों का मिला था ताना
भारत में एक लड़की के लिए करियर बनाना आसान काम नहीं होता है, बहुत सारे पापड़ बेलने पड़ते हैं और फिर उन्हें घर से सपोर्ट मिले ना मिले। वैसे तो आज के दौर में लड़कियां लड़कों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं लेकिन फिर भी उन्हें समाज के बहुत से तानों का सामना करना पड़ता है। तो जरा सोचिए आज से 30 से 35 साल पहले लड़कियों के लिए चीजें कितनी कठिन रही होंगी। आसान नहीं था सानिया मिर्ज़ा का शुरुआती सफर, लोगों ने उस उम्र में उन्हें बहुत ताना दिया।
आसान नहीं था सानिया मिर्ज़ा का शुरुआती सफर
भारतीय टेनिस प्लेयर सानिया मिर्जा ने गुरुवार को एक इवेंट के दौरान अपने शुरुआती करियर के बारे में कुछ बातें बताई। सानिया ने अपने बचपन को लेकर कई बातें कहीं उन्होंने बताया कि उन्हें बचपन में टेनिस खेलने से कई बार रोका गया था। लोगों ने कहा था लड़की है रंग सांवला हो जाएगा और फिर कोई शादी नहीं करेगा। सानिया ने दिल्ली में विश्व आर्थिक मंच पर महिलाओं और नेतृत्व क्षमता पर पैनल चर्चा में बताया कि उन्होने किस तरह की चुनौतियों का सामना किया है। सानिया के नाम तीन महिला युगल और इतने मिश्रित युगल ग्रैंड स्लैम खिताब रहे हैं और वे भारत की सबसे सफल टेनिस प्लेयर हैं। डब्यूटीए एकल सूची में साल 2007 के मध्य में कैरियर की सर्वश्रेष्ठ 27वीं रैंकिंग सानिया मिर्जा की ही थी। 32 साल की सानिया ने बताया, ‘शुरुआती समय में सबसे पहले माता-पिता, पड़ोसियों, और आंटियों को यह कहना बंद करना होगा कि सांवली हो जाएगी। अगर तुम खेलोगी तो कोई शादी नहीं करेगा। मैं सिर्फ 8 साल की थी तब मुझसे ये सब कहा गया था। हर किसी को लगता था कि कोई मुझसे शादी नहीं करेगा क्योंकि मैं सांवली हो जाऊंगी। मैंने सोचा कि मैं बच्ची हूं और सब ठीक होगा।’
इस हैदराबादी के नाम 41 डब्यूटीए युगल खिताब हुए और साल 2015 में तो महिला युगल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी भी बनी। सानिया ने आगे कहा, ‘लोगों के दिमाग में ये कितना भरा हुआ है कि लड़कियों को खूबसूरत बने रहना चाहिए और इससे ये भी कि उसे गोरा होना चाहिए। मैं नहीं जानती ऐसा क्यों है लेकिन अब तो ये बदलना चाहिए।’सानिया ने साल 2010 में पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ शादी की थी और अब वे एक बच्चे की मां भी हैं। अपने टेनिस सफर के बारे में सानिया कहती हैं कि उनके पास प्रेरणआ लेने के लिए एक खिलाड़ी महान धावक पीटी ऊषा रही हैं।