पीएम मोदी को चिट्ठी लिखने वाले निर्माताओं के खिलाफ दर्ज हुई FIR, जानिए क्या है पूरा मामला
जब भी कोई घटना देश में होती है तो लोग अलग-अलग गुटों में बंट जाते हैं, कोई कुछ कहता है तो कोई कुछ ही कहता है। ऐसा ही बॉलीवुड में भी रहता है जब सितारे सामाजिक मुद्दों पर बोलते हैं और ऐसा ही हाल ही में हुआ था जब मॉब लीचिंग के मामले में पीएम को चिट्ठी लिखी गई थी। मगर अब खबर है कि पीएम मोदी को चिट्ठी लिखने वाले निर्माताओं के खिलाफ दर्ज हुई FIR, चलिए बताते हैं क्या था पूरा मामला?
पीएम मोदी को चिट्ठी लिखने वाले निर्माताओं के खिलाफ दर्ज हुई FIR
बीते दिनों कुछ फिल्मकारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मॉब लिचिंग के खिलाफ एक्शन लेने को लेकर एक सामुहिक पत्र लिखा था। इसके चलते फिल्मकारों पर एक अलग ही मुसीबत खड़ी हो गई है। इन फिल्मकारों ने देश के खराब माहौल की बात करते हुए पीएम मोदी को ये पत्र लिखा था लेकिन अब इन सबके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। 49 फिल्मी कलाकारों के खिलाफ मुज्जफरपुर जिले सदर थाना में ये FIR दर्ज हुई है और ये FIR मानवीय कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज हुई है। अधिवक्ता सुधीर ओझा ने इन फिल्मी कलाकारों के खिलाफ बीते 27 जुलाई, 19 को कोर्ट में याचिका दर्ज की थी। मामला ये ता कि इन सभी ने देश में असहिष्णुता और उन्मादी हिंसा का माहौल बताया और सामूहिक रूप से प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। इसे मीडिया में आने के बाद अधिवक्त सुधीर ओझा ने देश को एक साजिश के तहत विदेश में बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में परिवाद हुआ था। आपको बता दें कि इस चिट्टी में अनुराग कश्यप, रामचंद्र गुहा, श्याम बेनेगल, केतन मेहता, शुभा मुद्रल, अपर्णा सेन और कोंकणा सेन शर्मा जैसे कलाकारों के हस्ताक्षर पाए गए थे।
लिट्ठी लिखने का मकसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान देश में बढ़ती असहिष्णुता की तरफ आकर्षित करना था। चिट्ठी में लिखा गया था कि इन दिनों देश में धर्म, जात-पात और मॉब लिचिंग से जुड़े कई किससे सामने आए जिससे हालात बिगड़ रहे हैं। नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए चिट्ठी में लिखा गया कि संसद में प्रधानमंत्री ने मॉब लिचिंग जैसे मामले बहुत बढ़ रहे हैं लेकिन ऐसे गंभीर विषयों को सिर्फ संसद में उठाना काफी नहीं है इस पर कार्यावाही भी होनी चाहिए।