भारतीय सेना में जवानों की बहादुरी के आप ने कई किस्से सुने होंगे. ये जवाब दिन रात एक कर हमारी सुरक्षा के लिए लगे रहते हैं. इनकी वजह से हम रात में चेन की नींद सो पाते हैं. वैसे इन जवानों के अतिरिक्त इंडियन आर्मी में ‘डॉग्स’ का भी अहम योगदान होता हैं. ख़ास ट्रेनिंग से होकर गुजरे इन आर्मी डॉग्स को कई तरह के कामो को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षित किया जाता हैं. ऐसे में इन दिनों सोशल मीडिया पर ‘जारी’ नाम का एक आर्मी डॉग बड़ा वायरल हो रहा हैं. इसे लोगो की खूब तारीफ़ मिल रही हैं. आर्मी के जवानों के लिए तो ये लाडला बना हुआ हैं. बात ये हैं कि इस कुत्ते ने कुछ ऐसा काम कर दिखाया हैं जिसके कारण कई लोगो की जान बची हैं.
बात ये हैं कि भारतीय सेना में भर्ती ‘जारी’ नाम के इस कुत्ते ने असं में हथियारों का एक बड़ा जखीरा खोज निकाला हैं. जारी एक ट्रैकर कुत्ता हैं. इसने नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (NDFB) के मेंबर्स के द्वारा छिपाए गए खतरनाक हथियारों को ढूंढने का काम किया हैं. बोडोलैंड टेरिटोरियल एरिया डिस्ट्रिक्ट्स (BTAD) के पनबारी रिजर्व फॉरेस्ट में चलाए गए इस ऑपरेशन में कुत्ते की मदद से सुरक्षा बालो को भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक मिले हैं. बताते चले कि ये ऑपरेशन सेना, पुलिस और एसएसबी का जॉइंट ऑपरेशन था.
गुवाहाटी रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी पी खोंगसाई ने बताया कि हमें गुप्त सुचना मिली थी कि यहाँ भारी संख्या में हथियार छिपाए गए हैं. ऐसे में असम पुलिस और एसएसबी की 54 बटालियन ने एक साथ मिलकर ऑपरेशन स्टार्ट किया. इस काम में टीम को सही रास्ता दिखाने और सटीक लोकेशन देने का काम आर्मी कैनाइन ‘जारी’ ने किया. उसकी बताई जगह पर खुदाई करने के बाद जवानों ने कई प्रकार के हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और युद्ध के छिपे हुए कैश बरमाद किए.
जानकारी के अनुसार इस ऑपरेशन के बाद विरोधियों (एनडीएफबी) को बड़ा झटका लगा हैं. यह ऑपरेशन बीते सोमवार करीब 5 बजे किया गया था. जारी कुत्ते के द्वारा सही लोकेशन बताने के बाद करीब आधे घंटे खुदाई चली. इस खुदाई में 20 राइफल, 56 7.64 AK सीरीज गोला बारूद, 20 स्नाइपर, 83 कारतूस, चार पिस्टल मैगजीन, 17 किलोग्राम विस्फोटक और एक रेडियो मिला.
Army’s Tracker Dog ‘Jaari’ in an operation has located a huge cache of arms, ammunition, explosives and war like stores, hidden by insurgent organisation NDFB (S) at Panbari Reserve Forest in BTAD (Bodoland Territorial Area Districts).#Assam pic.twitter.com/hn21bO1LOQ
— ANI (@ANI) September 25, 2019
उधर सोशल मीडिया पर इस खबर के वायरल होते ही जारी नाम का ये डॉग एक सोशल मीडिया स्टार बन गया. लोग इस कुत्ते की जमकर तारीफें करने लगे. यहाँ तक कि भारतीय सेना की पूर्वी कमान ने भी जारी के काम की प्रशंसा की. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि छिपे हुए हथियार तलाशने में इंडियन आर्मी के ट्रैकर डॉग ‘जारी’ का योगदान काफी अहम रहा हैं. अब जारी एक सोशल मीडिया हीरो बन गया हैं.
#NEOps#IndianArmy unit in a joint #Op with police & SSB recovered huge cache of arms, amn, explosives & war like stores from Panbari Reserve Forest, Assam on 24 Sep. The contribution of #IndianArmy Tracker dog “Jaari” was remarkable to locate the cache @adgpi @SpokespersonMoD pic.twitter.com/qH3OfKA36z
— EasternCommand_IA (@easterncomd) September 25, 2019
गौरतलब हैं कि इंडियन आर्मी असर अपने अच्छे कामो से तारीफें बटोरती रहती हैं. लेकिन इस बार इस कुत्ते ने भी बाजी मारते हुए सुर्खियाँ बटोरी हैं. हमें उम्मीद हैं कि जारी नाम का ये कुत्ता भविष्य में भी इसी तरह के और अच्छे काम कर इंडियन आर्मी की मदद करता रहेगा. यदि आपको ये आर्मी डॉग का काम पसंद आया तो इसे शेयर करना ना भूले.