ये 5 बातें बना सकती है सास के साथ आपका रिश्ता मजबूत, हर बहु को जरूर जान लेनी चाहिए
शादी दो लोगों का नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन माना जाता है. खासकर भारतीय समाज में लोग इस बात को बहुत ज्यादा अहमियत देते हैं. शादी के बाद लड़की अपना घर छोड़कर अपने पति के घर जाती है. ऐसे में लड़की को पति के साथ-साथ ससुराल के अन्य सदस्य के साथ भी सामंजस्य बिठाना पड़ता है. सबके साथ सामंजस्य बिठाना तो फिर भी आसान होता है लेकिन सास के साथ यह बहुत मुश्किल हो जाता है. हालांकि, प्रेम और समझदारी से किसी भी समस्या का हल निकाला जा सकता है. हर सास को चाहिए कि वह अपनी बहु को बहु नहीं बल्कि अपनी बेटी समझे और हर बहु को चाहिए कि वह अपनी सास को सास नहीं बल्कि अपनी मां समझे. अगर सास-बहु की सोच ऐसी हो जायेगी तो जिंदगी कब हंसते-खेलते गुजर जायेगी पता ही नहीं चलेगा. ऐसे में आज के इस पोस्ट में हम आपको 5 ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जिन्हें यदि बहु अपना ले तो सास के साथ उनके संबंध मजबूत हो सकते हैं.
बदले अपना रवैया
क्या आपकी सास की भी आदत है कि वह आपके सभी कामों में कमियां निकालती हैं और कम होने की बजाय दिन-ब-दिन उनकी ये आदत बढ़ती जा रही है. यदि हां, तो ऐसे में आप को अपना रवैया बदल लेना चाहिए. हर काम में सफाई देने या लड़ाई-झगड़ा करने से अच्छा है आप चुप रहें. हर बात पर जवाब देने की जरूरत नहीं है. बेवजह की बात को तूल न दें और नोंकझोंक से बचें. आपके चुप रहने से सास का व्यवहार भी बदल जाएगा और वह आपकी कमियां नहीं निकालेंगी.
तारीफ करने दें
यदि आपकी सास अपनी खुद की तारीफ करने का कोई मौका नहीं छोड़ती या फिर आपके पति मां के हाथ के बने खाने की तारीफ करते हैं तो इस स्थिति में नाराज होने की बजाय खुश रहना सीखें. बात चाहे जो भी हो आखिर हैं तो वह आपके पति की मां ही. मां के बने हाथ के खाने का स्वाद कुछ और ही होता है और ससुराल में इस बात को आपसे बेहतर भला और कौन समझता होगा.
कम बात करें
यदि आपको लगता है कि सास के साथ ज्यादा बात करने पर झगड़ा हो सकता है तो उनसे कम बात करें. समझदारी इसी में है कि आप चुप रहें और अपने मतलब से मतलब रखें. आपकी चुप्पी उन्हें परेशान कर सकती है लेकिन उन्हें बहस करने का कोई मौका न दें. वैसे ज्यादा बात करने पर संभावना रहती है कि आपके मुंह से कुछ गलत निकल जाए. ऐसे में कम बात करके आप खुद को इस सिचुएशन से बचा सकती हैं.
बच्चों और दादी के बीच न पड़ें
अपने बच्चे और सास के बीच भूलकर भी आने की गलती न करें. क्योंकि दादी और पोता-पोती का रिश्ता बेहद ख़ास होता है. भले ही आपसे उनकी न बनती हो लेकिन इस बात को याद रखिये कि वह आपसे ज्यादा आपके बच्चों को प्यार करेंगी. बच्चे दादा-दादी, नाना-नानी से बहुत कुछ सीखते हैं. ऐसे में आप अपने बच्चों को बिना परवाह उनके पास छोड़ दें और उनके बीच आने की कोशिश न करें.
काम को लेकर न करें बहस
घर की बहु कोई काम करने वाली मशीन नहीं होती. आप में कोई सुपर पॉवर नहीं है जो आप सारे काम एक साथ कर लेंगी. एक बार में उतने ही काम हाथ में लें जितना आप कर सकती हैं. जरूरत से ज्यादा काम लेकर आप बस तनाव ही लेंगी और इससे थकान और चिड़चिड़ापन महसूस होगा. इसलिए आप अपनी सास को पहले ही बता दें कि आप इतने ही काम कर सकती हैं ताकि आगे जाकर झगड़ा न हो.
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