लता मंगेशकर ने पहली बार बताया अपना सक्सेस मंत्र, कहा- ‘मुझे नहीं लगता कि मैं खास…’
सुरो की मल्लिका लता मंगेशकर ने कई फिल्मों के गानों में अपनी खूबसूरत आवाज़ दी है, जिसकी वजह से लोग उनके दीवाने हैं और हर कोई उनका गाना सुनना चाहता है। लता मंगेशकर ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक खूबसूरत गाना गाया है और इंडस्ट्री में अपना बड़ा नाम फेम बनाया है, लेकिन इस पर उनकी कुछ अलग ही राय है, जिस पर उन्होंने पहली बार खुलकर बात की है। जी हां, लता मंगेशकर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने सक्सेस मंत्र का खुलासा करते हुए ढेर सारी बातें की, जोकि उनके फैंस के लिए प्रेरणादायक साबित होगी।
यूं तो लता मंगेशकर की आवाज़ में हर गाना अपने आप ही खूबसूरत बन जाता है, लेकिन वंदे मातरम गाने की कुछ और ही बात है। वंदे मातरम में लता मंगेशकर की आवाज़ की खूब तारीफ की गई और आज भी राष्ट्रीय पर्व पर यह गाना ज़रूर बजता है। लता मंगेशकर के इस गाने को बच्चा बच्चा भी पसंद करता है, ऐसे में उनकी जितनी तारीफ की जाए, उतनी ही कम है। बता दें कि 28 सितंबर को लता मंगेशकर का जन्मदिन है, जिसकी वजह से उन्होंने एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें ढेर सारी बातें की है।
लता मंगेशकर का सक्सेस मंत्र
लता मंगेशकर से जब इंटरव्यू में सक्सेस मंत्र पूछा गया तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मेरा स्वभाव बचपन से ही उग्र था, जिसकी वजह से मुझे काफी तकलीफ हुई, लेकिन जैसे जैसे मैं बड़ी हुई, वैसे वैसे मेरा स्वभाव बदल गया, क्योंकि मैंने अपने गुस्से पर काबू पाया और इंसान अगर गुस्से पर जीत जाए तो वह सफल है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने कभी भी खास बनने की कोशिश नहीं की, बल्कि एक अच्छी इंसान और बेहतर कलाकार बनने की कोशिश की।
मैं खास नहीं हूं- लता मंगेशकर
लता मंगेशकर से इंटरव्यू में पूछा गया कि लोग आपके गानों को खूब पसंद करते हैं और आपको दुनिया की महान सिंगर के रुप में जाना जाता है, इस पर आप क्या कहना चाहेंगी? इसका जवाब देते हुए लता मंगेशकर ने कहा कि ये लोगों का प्यार है और मुझे नहीं लगता है कि मैं खास हूं, क्योंकि मैं भी आप लोगों की तरह ही हूं। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं खास हूं, ये सिर्फ फैंस का प्यार हैं, क्योंकि मैंने अपने जीवन में सिर्फ अच्छा बनने की कोशिश की है, न कि खास बनने की।
मेरे गाने में भी खामियां होती हैं- लता मंगेशकर
लता मंगेशकर ने आगे बातचीत में कहा कि लोगों को लगता है कि मेरी गायिकी में कोई कमी नहीं है, लेकिन यकीन मानिए हर बार मुझे अपनी गायिकी में कमी नज़र आती है, जिसको सुधार के मैं उनसे बहुत कुछ सीखती हूं। एक फैन होने के नाते आप लोगों को वो खामियां नहीं दिखती होंगी, लेकिन मुझे साफ साफ नज़र आती है, जिसे मैं ठीक करती हूं और फिर उसे बार बार सुनती हूं, क्योंकि सीखना ही सबसे बड़ा मंत्र है।