टाइगर पटौदी और शर्मिला की लव स्टोरी है बिल्कुल फिल्मी, कुछ इस तरह होती थी इनकी मुलाकातें
हर इंसान चाहता है कि उसकी लव स्टोरी की शुरुआत जैसी भी हो लेकिन फिल्मों की तरह हैप्पी एंडिग ही हो। आम लोगों की ये सोच है लेकिन फिल्मी दुनिया से जुड़े लोग तो इसे फिल्मी कहानी जैसा बनाने के लिए बहुत कुछ करते हैं। इन कहानियों में सैफ अली खान के माता पिता की कहानी भी शामिल है। मंसूर अली खान को टाइगर पटौदी कहा जाता था और उनकी पत्नी शर्मिला टैगोर हैं लेकिन शायद आप ये जानते हों कि टाइगर पटौदी और शर्मिला की लव स्टोरी है बिल्कुल फिल्मी, चलिए बताते हैं इसके बारे में..
टाइगर पटौदी और शर्मिला की लव स्टोरी है बिल्कुल फिल्मी
क्रिकेट के मैदान में टाइगर के नाम से मशहूर मंसूर अली खान का जलवा ही अलग होता था। उनकी जिंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। एक हादसे में उनकी एक आंख की रोशनी खो गई थी, उनकी नवाबों वाली शान-शौकार के साथ जिंदगी जीना हर किसी का सपना होता है। मगर उनकी लव स्टोरी बिल्कुल अलग है और उनका अफेयर बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर से हुआ।
शर्मिला टैगोर 60 के दशक की सबसे पॉपुलर एक्ट्रेस रही हैं, मंसूर अली खान पटौदी के क्रिकेट करियर की रोचक कहानी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, शर्मिाल और मंसूर अली की पहली मुलाकात दिल्ली में हुई और पहली मुलाकात में पटौदी शर्मिला टैगोर को दिल दे बैठें। टाइगर पटौदी नवाब खानदान से हैं और शर्मिला बॉलीवुड एक्ट्रेस। दोनों ही अलग धर्म और प्रोफेशन से थे लेकिन इनका इश्क जारी रहा।
लोगों ने कहा ये रिश्ता नहीं चल पाएगा लेकिन दोनों ने सबको गलत साबित कर दिया और उनका रिश्ता निकाह तक पहुंच गया। टाइगर पटौदी और शर्मिला के रोमांस से जुड़ा एक मजेदार किस्सा है, दरअसल, एक रिश्ते के शुरुआती दिनों में टाइगर पटौदी ने शर्मिला टैगोर को गिफ्ट में फ्रिज दिया था। इसके अलावा एक किस्सा ये भी है कि क्रिकेट के मैदान में जब मंसूर अली खान छक्का मारते थे तो वो शर्मिला का स्वागत और अपने प्यार का इजहार करने का तरीका बताते थे। ऐसा कहा जाता है कि शर्मिला टैगोर जहां बैठती थीं, मंसूर अली खान उसी दिशा में छक्का मारते थे। शर्मिाल का मंसूर के साथ शादी करना थो़ड़ा मुश्किल था तभी उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने को कहा गया था और उन्होंने खुशी के साथ स्वीकार लिया था।
इतिहासकारों का मानना है कि शर्मिला टैगोर को निकाह के लिए भोपाल की आखिरी नवाब और टाइगर पटौदी की मां साजिदा सुल्तान की शर्त के आगे झुकना पड़ा था। इस्लाम धर्म अपनाकर शर्मिला टैगोर आयशा शुल्तान बनी और 27 दिसंबर, 1969 को इनका निकाह हुआ। शर्मिला के एक्टिंग के प्यार को मंसूर समझते थे इसलिए शादी के बाद भी वे फिल्में करती रहीं। मंसूर अली खान उनका पूरा सपोर्ट करते थे। बाद में इन्हें सैफ अली खान, सोहा अली खान और सबा अली खान तीन बच्चे हुए। सैफ और सोहा फिल्मों में आए जबकि सबा ज्वैलरी डिजाइनर हैं। मंसूर अली खान 20 साल के थे जब उन्होंने अपना पहला टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। भारतीय टीम के लिए उन्होंने 46 टेस्ट और 310 प्रथम श्रेणी मैच खेले। 22 सितंबर, 2011 को फेफड़ों के संक्रमण होने के कारण इनका 70 साल की उम्र में निधन हो गया था।